- Date : 23/06/2022
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क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों में बिटकॉइन के बाद इथेरियम सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। सालभर में इसने करीब 900 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।

इथेरियम की 23 जून 2022 को कीमत: ₹85,524.68
इथेरियम भी बिटकॉइन की ही तरह क्रिप्टोकरेंसी है। हालांकि, बिटकॉइन के मुकाबले यह कम लोकप्रिय है और इसका मार्केट कैप एवं मार्केट शेयर भी बिटकॉइन से कम है। लेकिन, रिटर्न देने के मामले में यह बिटकॉइन से आगे है। अगर बिटकॉइन ने सालभर में 300 प्रतिशत का रिटर्न दिया है तो इथेरियम ने 900 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
पिछले एक साल में इथेरियम का प्रदर्शन
बात अगर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कॉइनबेस पर बिटकॉइन के प्रदर्शन की करें तो उसकी कीमत 12 नवंबर 2020 को ₹11 लाख 56 हजार 773 थी जो कि 10 नवंबर 2021 को उछलकर ₹51 लाख 18 हजार 71 पर पहुंच गई। यानी करीब 317 प्रतिशत का उछाल। कहने का मतलब हुआ कि बिटकॉइन ने पिछले साल भर में 300 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी दर्ज की है। वहीं कॉइनबेस एक्सचेंज पर इथेरियम की कीमत 17 नवंबर 2020 को ₹34 हजार 360 थी जो कि 16 नवंबर 2021 को उछलकर ₹3 लाख 39 हजार 727 पर पहुंच गई। यानी करीब 900 प्रतिशत का उछाल। इथेरियम ने इस समय तक ₹3 लाख 61 हजार 670 की ऊंचाई बनाई है।
अगर इथेरियम के मार्केट कैप की बात करें, तो कॉइन बेस के मुताबिक 16 नवंबर 2021 को इसका मार्केट कैप ₹39.5 ट्रिलियन था जो कि कुल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप का 7 प्रतिशत होता है। इस दौरान बिटकॉइन का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) ₹91.3 ट्रिलियन पर जा पहुंचा है। कुल क्रिप्टोकरेंसी के बाजार पूंजीकरण में बिटकॉइन की हिस्सेदारी 35 प्रतिशत है।
पिछले 6 महीने में इथेरियम का प्रदर्शन

इथेरियम में कैसे निवेश करें
इथेरियम को आप क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के माध्यम से खरीद, बेच एवं होल्ड कर सकते हैं। इसके जरिये लेन-देन भी कर सकते हैं। इथेरियम की कीमत इस समय भले ही ₹3 लाख 30 हजार के स्तर पर चल रही हो, लेकिन जानकारों की मानें तो 2025 तक इसकी कीमत ₹14 लाख तक जा सकती है।
अगर आपको इथेरियम महंगा लगा रहा है, तो आप ₹100 से भी निवेश कर सकते हैं। भारतीय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ज़ेबपे कम से कम ₹100 से निवेश करने की सुविधा देता है। ज़ेबपे में खाता खुलवाकर क्रिप्टोकरेंसी में फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) भी करा सकते हैं जिसपर आपको एफडी जैसा ब्याज भी मिलेगा। इसके लिए, आपको अपने स्मार्टफोन पर ज़ेबपे का मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा। इसे आप गूगल प्ले स्टोर या एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। उसके बाद ज़ेबपे के साथ पंजीकरण करके खाता खुलवाना होगा। केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) दस्तावेज जमा करके उसे सत्यापित कराना होगा। जब खाता खुल जाए तो ज़ेबपे वॉलेट में या तो क्रिप्टो जमा करें या फिर किसी बैंक खाते से उसे जोड़ दें। इसके बाद आप ज़ेबपे एक्सचेंज पर कारोबार कर सकते हैं।
ज़ेबपे के अलावा भी कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज हैं, जहां इथेरियम में पैसा लगाकर पैसा कमा सकते हैं। भारत के क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में वजीरएक्स, कॉइनडीसीएक्स, कॉइन स्विच कुबेर एवं यूनोकॉइन शामिल है। कॉइनबेस जैसे विदेशी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में भी खाता खुलवाकर क्रिप्टोकरेंसी में तेजी का फायदा उठाया जा सकता हैं। आपको बात दें कि कॉइनबेस अमेरिकी शेयर बाजार में सूचीबद्ध है और भारत में भी अपना कारोबार फैला रहा है।
इथेरियम के बारे में
यह ब्लॉकचेन आधारित सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है। इसे विटालिक बुटेरिन ने 2013 में प्रस्ताव किया था और 2015 में लांच किया था। इथेरियम क्रिप्टोकरेंसी के साथ साथ विकेंद्रीकृत एप स्टोर भी है। यह डेवलपर्स को एप बनाने और उसे विकसित और वितरित करने में मदद करता है।
आप इथेरियम को कम दाम में खरीदकर ज्यादा दाम में बेचकर मुनाफा कमाना सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन पर नजर रखने वाले जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में इथेरियम के प्रति निवेशकों की दीवानगी और बढ़ेगी, जिससे इसकी कीमत में और उछाल आने की उम्मीद है।
फाइंडर रिसर्च पैनल का मानना है कि 2022 में इथेरियम में बिटकॉइन से ज्यादा खरीद-बिक्री होगी। फर्म के मुताबिक, 51 प्रतिशत निवेशक इथेरियम में खरीद-बिक्री कर सकते हैं जबकि 49 प्रतिशत निवेशक बिटकॉइन में निवेश कर सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ आपकी जानकारी के लिए है। इसे इथेरियम या किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की सलाह मत मानें। निवेश करते समय स्वतंत्र फैसला लें।)