ट्विटर के दफ्तर में ही सोने वाली कर्मचारी की छटनी से छलका दर्द, कहा- व्यापार कभी परिवार नहीं हो सकता

ट्विटर के दफ्तर में ही बिस्तर लगाकर सोने वाली कर्मचारी एस्थर क्रॉफर्ड ने ट्विटर के माध्यम से ही अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि व्यापार कभी परिवार नहीं हो सकता।

Ex-Twitter employee Esther Crawford

ट्विटर के दफ्तर में ही बिस्तर लगाकर सोने वाली कर्मचारी एस्थर क्रॉफर्ड ने ट्विटर के माध्यम से ही अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि व्यापार कभी परिवार नहीं हो सकता।

ट्विटर के नए बॉस एलन मस्क के आने के बाद से कंपनी में छटनी का दौर लगातार जारी है। ट्विटर जिसमें करीब 7200 कर्मचारी हुआ करते थे, मस्क के आने के बाद आधे रह गए हैं। पिछले दिनों मस्क ने 200 कर्मचारियों की और छुट्टी कर दी। ट्विटर जैसी कंपनी से अचानक निकाले जाने के बाद कई कर्मचारी मानसिक पीड़ा में हैं। उन्हीं में से एक है एस्थर क्रॉफर्ड जिनकी एक तस्वीर पिछले दिनों वायरल हुआ थी जब वो ट्विटर के ऑफिस में ही बिस्तर लगाकर सोती हुई नजर आई थी। हाल ही में एस्थर क्रॉफर्ड को भी ट्विटर से निकाल दिया गया। एस्थर को मस्क का करीबी माना जाता था। 

ट्विटर से निकाले जाने के बाद एस्थर क्रॉफर्ड ने ट्विटर के जरिए ही अपनी भावनाएं साझा की। एस्थर ने लिखा- कंपनियां परिवार नहीं होती हैं और कर्मचारी जो छंटनी के दौर के बाद भी बचे रह जाते हैं वो भी भी सहानुभूति के पात्र हैं।

एस्थर करती हैं कि नौकरी जाना दुखद है उन लोगों के लिए भी जो बच जाते हैं और उन्हें उन लोगों का भी काम करना पड़ता है जो अब जा चुके हैं।

एस्थर आगे कहती हैं कि छंटनी के बाद भूमिकाएं अक्सर बदल जाती हैं। कुछ लोग उन लोगों की जगह ले लेते हैं जो अब कंपनी में नहीं है। ऐसे में वो लोग जिनकी अनदेखी की गई उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाकर चमकने का अच्छा मौका मिलता है। अगर आप उन लोगों में से हैं तो आप किसी को हटा रहे हैं या खुद हट रहे हैं, ये दोनों ही बातें ठीक है। इसी समय में लीडर बनकर तैयार होते हैं। 

एस्थर कहती हैं दिन के अंत में आपको बता होना चाहिए कि बिजनेस परिवार नहीं हैं। वे टीम हैं। कंपनी की जरूरतें बदल सकती हैं या नई डायरेक्शन बन सकती हैं। यदि आप पर्फेक्शन के साथ काम कर रहे हैं तो आप अच्छा महसूस कर सकते हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि उस कंपनी में आपकी भूमिका बची है या नहीं।

गौरतलब है कि स्लीपिंग बैग और आई मास्क में कार्यालय के फर्श पर सोए हुए क्रॉफोर्ड की तस्वीर नवंबर 2022 में वायरल हुई थी। हालांकि क्रॉफर्ड ने उस वक्त कहा था कि आपको अपने कार्यस्थल पर सोना होगा और चौबीसों घंटे काम करना होगा।

 

ट्विटर के दफ्तर में ही बिस्तर लगाकर सोने वाली कर्मचारी एस्थर क्रॉफर्ड ने ट्विटर के माध्यम से ही अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि व्यापार कभी परिवार नहीं हो सकता।

ट्विटर के नए बॉस एलन मस्क के आने के बाद से कंपनी में छटनी का दौर लगातार जारी है। ट्विटर जिसमें करीब 7200 कर्मचारी हुआ करते थे, मस्क के आने के बाद आधे रह गए हैं। पिछले दिनों मस्क ने 200 कर्मचारियों की और छुट्टी कर दी। ट्विटर जैसी कंपनी से अचानक निकाले जाने के बाद कई कर्मचारी मानसिक पीड़ा में हैं। उन्हीं में से एक है एस्थर क्रॉफर्ड जिनकी एक तस्वीर पिछले दिनों वायरल हुआ थी जब वो ट्विटर के ऑफिस में ही बिस्तर लगाकर सोती हुई नजर आई थी। हाल ही में एस्थर क्रॉफर्ड को भी ट्विटर से निकाल दिया गया। एस्थर को मस्क का करीबी माना जाता था। 

ट्विटर से निकाले जाने के बाद एस्थर क्रॉफर्ड ने ट्विटर के जरिए ही अपनी भावनाएं साझा की। एस्थर ने लिखा- कंपनियां परिवार नहीं होती हैं और कर्मचारी जो छंटनी के दौर के बाद भी बचे रह जाते हैं वो भी भी सहानुभूति के पात्र हैं।

एस्थर करती हैं कि नौकरी जाना दुखद है उन लोगों के लिए भी जो बच जाते हैं और उन्हें उन लोगों का भी काम करना पड़ता है जो अब जा चुके हैं।

एस्थर आगे कहती हैं कि छंटनी के बाद भूमिकाएं अक्सर बदल जाती हैं। कुछ लोग उन लोगों की जगह ले लेते हैं जो अब कंपनी में नहीं है। ऐसे में वो लोग जिनकी अनदेखी की गई उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाकर चमकने का अच्छा मौका मिलता है। अगर आप उन लोगों में से हैं तो आप किसी को हटा रहे हैं या खुद हट रहे हैं, ये दोनों ही बातें ठीक है। इसी समय में लीडर बनकर तैयार होते हैं। 

एस्थर कहती हैं दिन के अंत में आपको बता होना चाहिए कि बिजनेस परिवार नहीं हैं। वे टीम हैं। कंपनी की जरूरतें बदल सकती हैं या नई डायरेक्शन बन सकती हैं। यदि आप पर्फेक्शन के साथ काम कर रहे हैं तो आप अच्छा महसूस कर सकते हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि उस कंपनी में आपकी भूमिका बची है या नहीं।

गौरतलब है कि स्लीपिंग बैग और आई मास्क में कार्यालय के फर्श पर सोए हुए क्रॉफोर्ड की तस्वीर नवंबर 2022 में वायरल हुई थी। हालांकि क्रॉफर्ड ने उस वक्त कहा था कि आपको अपने कार्यस्थल पर सोना होगा और चौबीसों घंटे काम करना होगा।

 

संवादपत्र

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