- Date : 06/07/2023
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स्कैमर्स यानी घोटालेबाज लगातार नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं और नई रणनीति बना रहे हैं, जिससे कि वो लोगों को चूना लगा सकें और पैसे हड़प सकें। हालांकि, आप छोड़ी सी सावधानी रखें और जागरूक रहे हैं तो फिर उनके जाल में फंसने से खुद को बचा सकते हैं।

ATM Scams In India: भारत में हजारों-लाखों लोग एटीएम स्कैम, फीशिंग अटैक समेत अन्य घोटालों का शिकार होकर अपने हजारों-लाखों रुपये गंवा देते हैं। स्कैमर का लक्ष्य पीड़ितों की एक्टिविटीज पर नजर डालकर पासवर्ड और पिन नंबर जैसी व्यक्तिगत जानकारी इकट्ठा करना है। हालात ऐसे हैं कि घोटालेबाज लोगों को धोखा देने और उनका शोषण करने के लिए लगातार नए तरीके ढूंढ़ रहे हैं और यहां तक कि एटीएम कियोस्क जैसे सुरक्षित जगहें भी अब इनके अड्डे बनते जा रहे हैं।
फिलहाल एक सामान्य स्कैम, जो इन दिनों लोगों के लिए बड़ा खतरा पैदा कर रहा है, वह है शोल्डर सर्फिंग। इसमें अपराधी संवेदनशील जानकारी चुराने के लिए बिना सोचे-समझे पीड़ितों का निरीक्षण करते हैं। लोग एटीएम पर या ट्रांजैक्शन के लिए अपने फोन का उपयोग करते समय बिना सोचे-समझे निशाना बन सकते हैं। स्कैमर्स शोल्डर सर्फिंग करते समय विभिन्न हथकंडे अपनाते हैं, जिनमें एटीएम में किसी के बगल में खड़े होकर उनकी पिन एंट्री का निरीक्षण करना, पेमेंट टर्मिनलों में प्रवेश करते समय क्रेडिट कार्ड नंबर पढ़ने के लिए सार्वजनिक परिवहन पर पास बैठना या स्टोर लाइन में किसी के पीछे छिपना जैसी गतिविधियां शामिल है।
आप भी अगर इस तरह की स्थितियों से दो-चार होते हैं तो ध्यान रखें और आसपास के लोगों से सचेत रहें। अपनी स्क्रीन को छुपाने और संभावित स्कैमर्स से स्क्रीन और कीबोर्ड के दृश्य को बचाने और छुपाने की आदत बनाएं। एटीएम में अपना पिन दर्ज करते समय स्क्रीन और कीपैड को ढालने के लिए अपने हाथ का उपयोग करने से सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जुड़ सकती है। यहां बैंक भी अनाधिकृत देखने के जोखिम को कम करने के लिए गोपनीयता स्क्रीन या कवर दे सकते हैं। शोल्डर सर्फिंग के अलावा, अन्य एटीएम घोटाले भी हैं जिनसे आपको अवगत होना चाहिए और इनमें कार्ड स्किमिंग, कार्ड ट्रैपिंग, कैश ट्रैपिंग स्कैम और फिशिंग स्कैम प्रमुख हैं।