- Date : 07/02/2023
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Yes bank Share: एक वक्त था, जब यस बैंक पर निवेशकों का भरोसा डगमगा गया था। हालांकि अब दोबारा से लोगों का भरोसा यस बैंक के शेयर में निवेश का बढ़ गया है।

नई दिल्ली। हिंडेनबर्ग रिपोर्ट के आने के बाद से अडानी के शेयर से विदेशी निवेशकों ने दूरी बना ली है। हालांकि अडानी को छोड़कर विदेशी निवेश एक शेयर में खूब निवेश कर रहे हैं। मौजूदा वक्त में यस बैंक पर लोग दबाकर दांव लगा रहे हैं। इस बैंक में फॉरेन पोर्टफोलियो वाले निवेशकों की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ है। यस बैंक में विदेशी निवेशकों की बात की जाए, तो मार्च 2022 तक हिस्सेदारी 10.97 फीसद हुआ करती थी, जो पिछले साल सितंबर तिमाही तक बढ़कर 12.15 फीसद हो गई थी। जबकि दिसंबर के आखिर तक यस बैंक में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़कर अपने उच्चतम स्तर 23.24 फीसद पर पहुंच गई थी। विदेशी निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी बैंक के मजबूत कारोबार की तरफ इशारा करती है। इस बैंक में विदेशी निवेशकों का भरोसा तेजी से बढ़ा है।
हाल ही में यह बैंक में प्राइवटे इक्विटी फर्म कार्लाइल ग्रुप और एडवेंट इंटरनेशनल ने यस बैंक में 8,900 रुपये में करीब 10 फीसद हिस्सेदारी खरीदी थी। अगर बैंकिंग सेक्टर में निवेश की बात की जाए, तो यह हाल के दिनों में बैंकिंग सेक्चर का सबसे ज्यादा निवेश रहा है।
कैसा रहा सोमवार को कारोबार
शेयर मार्केट पर सोमवार के करोबार की बात करें, तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई पर यस बैंक का शेयर 2 फीसद की बढ़त के साथ बंद हुआ। यस बैंक के शेयर के कीमत बीते दिन 1.22 फीसद बढ़कर 16.65 रुपये पर रही। बता दें कि यस बैंक के स्टॉक ने बीते एक साल में 21.62 फीसद का रिटर्न दिया है। हालांकि यस बैंक का शेयर बीते तीन साल में 56 फीसद तक गिर गया था। हालांकि इसके मुकाबले में इस शेयर में 467.48 फीसद की बढ़ोत दर्ज की गई है।