- Date : 28/03/2023
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GitHub Layoffs: पॉपुलर टेक कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाली कंपनी गिटहब (GitHub layoffs) ने भारतीय कर्मचारियों को उनके एक्सपीरियंस और गिटहब के साथ बिताए समय के आधार पर दो महीने की सैलरी और सेपरेट सेवरेंस पे की पेशकश की है।

GitHub Layoffs In India: माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाले ओपन सोर्स डेवलपर प्लैटफॉर्म और कोड रिपॉजिटरी गिटहब ने भारत में अपनी इंजीनियरिंग टीम से 142 लोगों के साथ-साथ इसके प्रोग्राम और प्रोडक्ट टीम से भी कुछ लोगों की छंटनी करने की घोषणा की है। कहा जा रहा है कि इन छंटनी में 180 लोग प्रभावित हुए हैं। यह बड़े टेक फर्मों पर दबाव और कोरोना संकट के बाद बनी मंदी का असर है कि कंपनियां धड़ल्ले से छंटनी कर रही हैं। हाल ही में मेटा और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों ने भी हजारों कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है।
दरअसल, कंपनियां कॉस्ट कटिंग पर जोर दे रही है। माइक्रोसॉफ्ट ने साल 2018 में 7.5 बिलियन डॉलर के स्टॉक में गिटहब का अधिग्रहण किया था। उस समय गिटहब से 28 मिलियन डेवलपर जुड़े थे। जनवरी 2023 तक कंपनी के पास 100 मिलियन से ज्यादा डेवलपर हैं। नाम न छापने की शर्त पर नौकरी से निकाले गए गिटहब के एक एंप्लॉयी ने मीडिया को बताया कि बेंगलुरु, हैदराबाद और नई दिल्ली स्थित गिटहब ऑफिस से कर्मचारियों की छंटनी की गई है। सिर्फ सेल्स और मार्केटिंग टीम से किसी को नहीं निकाला गया है। उन्होंने कहा कि भारत में इंजीनियरिंग, प्रोग्राम और प्रोडक्ट्स के ज्यादातर कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है।
गिटहब ने 27 मार्च की सुबह कर्मचारियों को सूचित किया कि सुबह 9 बजे एक जरूरी कॉल निर्धारित की गई थी। हर टीम के ग्लोबल लीडर ने फैसले के बारे में अलग-अलग कॉल पर जानकारी दी। भारत से हमारे सभी टीम लीडर्स को भी कंपनी से आगे बढ़ने को कहा गया। 27 मार्च शाम 5 बजे तक कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। एक और कर्मचारी के मुताबिक, गिटहब ने यह भी कहा कि कर्मचारियों के वेतन और सेपरेट सेवरेंस पे को इस शर्त पर वितरित किया जाएगा कि वे 27 मार्च को शाम 5 बजे तक स्वेच्छा से इस्तीफा दे दें।
GitHub Layoffs In India: माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाले ओपन सोर्स डेवलपर प्लैटफॉर्म और कोड रिपॉजिटरी गिटहब ने भारत में अपनी इंजीनियरिंग टीम से 142 लोगों के साथ-साथ इसके प्रोग्राम और प्रोडक्ट टीम से भी कुछ लोगों की छंटनी करने की घोषणा की है। कहा जा रहा है कि इन छंटनी में 180 लोग प्रभावित हुए हैं। यह बड़े टेक फर्मों पर दबाव और कोरोना संकट के बाद बनी मंदी का असर है कि कंपनियां धड़ल्ले से छंटनी कर रही हैं। हाल ही में मेटा और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों ने भी हजारों कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है।
दरअसल, कंपनियां कॉस्ट कटिंग पर जोर दे रही है। माइक्रोसॉफ्ट ने साल 2018 में 7.5 बिलियन डॉलर के स्टॉक में गिटहब का अधिग्रहण किया था। उस समय गिटहब से 28 मिलियन डेवलपर जुड़े थे। जनवरी 2023 तक कंपनी के पास 100 मिलियन से ज्यादा डेवलपर हैं। नाम न छापने की शर्त पर नौकरी से निकाले गए गिटहब के एक एंप्लॉयी ने मीडिया को बताया कि बेंगलुरु, हैदराबाद और नई दिल्ली स्थित गिटहब ऑफिस से कर्मचारियों की छंटनी की गई है। सिर्फ सेल्स और मार्केटिंग टीम से किसी को नहीं निकाला गया है। उन्होंने कहा कि भारत में इंजीनियरिंग, प्रोग्राम और प्रोडक्ट्स के ज्यादातर कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है।
गिटहब ने 27 मार्च की सुबह कर्मचारियों को सूचित किया कि सुबह 9 बजे एक जरूरी कॉल निर्धारित की गई थी। हर टीम के ग्लोबल लीडर ने फैसले के बारे में अलग-अलग कॉल पर जानकारी दी। भारत से हमारे सभी टीम लीडर्स को भी कंपनी से आगे बढ़ने को कहा गया। 27 मार्च शाम 5 बजे तक कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। एक और कर्मचारी के मुताबिक, गिटहब ने यह भी कहा कि कर्मचारियों के वेतन और सेपरेट सेवरेंस पे को इस शर्त पर वितरित किया जाएगा कि वे 27 मार्च को शाम 5 बजे तक स्वेच्छा से इस्तीफा दे दें।