- Date : 29/08/2018
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कहते हैं सीखने की कोई उम्र नहीं होती है, पैसे को कैसे समझदारी के साथ खर्च किया जाए और कैसे परिपूरर्ण जिंदगी बिताएं। ये सुझाव आपको लक्ष्य हासिल करने में मदद कर सकता है।

हम हमेशा बचत करने की योजना को भविष्य के लिए टालते रहते हैं, या चंद परंपरागत यानी ट्रेडिशनल तरीके के निवेश करते रहते हैं और उसी से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रखते हैं। लेकिन, चाहे आप नई नौकरी शुरू कर रहे हों या फिर रिटायर्ड होने वाले हों, बचत की आदत बिल पेमेंट की तरह नियमित तौर पर होनी चाहिए। वित्तीय स्थिति कैसी भी क्यों ना हो बचत करने की गुंजाइश हमेशा रहती है। विश्व बचत दिवस के मौके पर आपको बचत और निवेश के उचित रास्ते दिखाएंगे।
उम्र के बीसवें दशक में बचत
आपकी पहली प्राथमिकता अपनी सुरक्षा होनी चाहिए। सबसे पहले हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लें और फिर छोटी रकम रिटायरमेंट प्लान में निवेश करना शुरू करें। कम उम्र में निवेश से आप प्रीमियम राशि बचा सकते हैं, अन्यथा बाद में आपको मोटा प्रीमियम देना होगा।
आप घर किराए के पैसे भी बचा सकते हैं। अगर आप एक ही शहर में रहते हैं जहां आपके माता-पिता भी हैं तो अलग रहने की जल्दबाजी नहीं करें। अगर आपके लिए अकेले रहना मजबूरी है तो एक आलीशान अपार्टमेंट किराए पर लेने से बचें, जहां आपको मोटी रकम किराए के तौर पर देनी पड़े। ऐसी नीति आपको मौजूद साधनों में रहने में और मिचव्ययी बनाने में मदद करती है।
आपकी कमाई कितनी भी कम क्यों नहीं हो, एक इमरजेंसी फंड जरूर शुरू करें। इमरजेंसी फंड आपके बुरे वक्त में काम आ सकता है। शेयर बाज़ार से जुड़े निवेश प्रोडक्ट्स में भी दिलचस्पी दिखाएं। हालांकि ऐसे निवेश थोड़े जोखिम भरे होते हैं, लेकिन लंबी अवधि के लिए निवेश में जोखिम कम हो जाता है। सच्चाई है कि, इक्विटी फंड्स पिछले 35 सालों में सालाना 15 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा है। इसके अलावा, अगर आप पर कोई आश्रित नहीं है तो आप निवेश में जोखिम भी ले सकते हैं। सुनिश्चित करें कि खर्च से पहले निवेश की आदत डालें। हो सकता है कि आपको फैंसी कॉफी मेकर, म्यूजिक सिस्टम या डिजाइनर लेबल की जरूरत नहीं हो। अगर आपके पास समय हो तभी जिम का मेंबरशिप लें। और हां, खुद के ऊपर भी कभी-कभार खर्च करें, लेकिन अति मत करें, खुद पर काबू रखें।
उम्र के 30वें दशक में बचत
उम्र के इस पड़ाव में प्राथमिकताएं बढ़ जाती है। छुट्टियों पर जाना आपको ज्यादा पसंद है या पड़ोसियों से बराबरी के लिए नई कार खरीदना ज्यादा जरूरी है? सबकुछ आपको एक साथ करने की जरूरत नहीं है। मध्यम से लंबी अवधि के लिए लक्ष्य तय करें, और उसके लिए बचत करें। बच्चों की कॉलेज की पढ़ाई के खर्चों के लिए एजुकेशन फंड में निवेश करें। अगले कुछ सालों में बड़ी कार खरीदने के लिए कुछ पैसा अलग निवेश करें।
बढ़ते ब्याज के बोझ से खुद को बचाएं। जैसे- क्रेडिट कार्ड का बिल, कार की EMI या पर्सनल लोन को कम करने की कोशिश करें। जितनी जल्दी हो सके कर्ज को कम करें, ताकि लंबी अवधि में आप ज्यादा बचत कर सकें। साथ ही आपको उम्र के इस पड़ाव में परिवार का भविष्य सुरक्षित करने पर भी विचार करना चाहिए। लाइफ इंश्योरेंस से लेकर हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए परिवार की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। अपने निवेश पोर्टफोलियो पर फोकस बढ़ाएं। जानकार छोटी रकम से भी निवेश की सलाह देते हैं, लेकिन निवेश के लिए आपका नजरिया लंबी अवधि का और अनुशासन के साथ नियमित तौर निवेश का होना चाहिए।
Save smart
जीवन के मध्य पड़ाव के लिए निवेश नीति
कुछ रकम बचाने की बजाय स्थायी निवेश पर ध्यान दें। एयर कंडीशन से लेकर दूसरी कार तक, हर फैसले पर विचार करें कि कोई भी वस्तु कितने समय तक टिकती है। घटिया और सस्ते ब्रांड के पीछे ज्यादा खर्च नहीं करें। सस्ते ब्रांड को बार-बार बदलना पड़ता है।
एक बजट तैयार करें और उसके साथ बने रहें। जीवन अब ज्यादा निश्चित है। अब याद रखें कि रिटायरमेंट यहां से ज्यादा दूर नहीं है। इसलिए इन बातों का ध्यान रखते हुए खर्च करें। खर्च अगर कम करेंगे तो आपको पता चलेगा कि आप पहले से ज्यादा कमा रहे हैं। होम लोन सहित बाकी कर्जों को चुकाने की व्यवस्था करें।
अब अगले दौर के लिए तैयारी शुरू करें। अपने फंड को अलग-अलग हिस्सों में बांट लें। बच्चों की पढ़ाई या शादी के लिए फंड तय कर लें, लेकिन रिटायरमेंट के बाद के फंड को बिल्कुल अलग रखें। रिटायरमेंट के पैसों का इस्तेमाल कहीं और नहीं करें। जब भी मौका मिले इमरजेंसी फंड को भी बढ़ाते जाएं।
इस समय एन्युटी स्कीम (वार्षिक भत्ता) भी देखना शुरू कर दें। ऐसे एसेट्स में निवेश का विचार करें जिसे आप रिटायरमेंट के बाद बेच सकें। उम्र के इस पड़ाव पर दूसरे घर में निवेश भी अच्छा विकल्प है। कम बजट वाली जगह का चुनाव करें जहां आप रिटायरमेंट के बाद शिफ्ट भी कर सकें।
अगर आप पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं कि कहां से शुरू करना है और वहां तक कैसे जाना है तो रिटायरमेंट कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें। जो महंगाई को ध्यान में रखते हुए आपको भविष्य के लिए बचत करने में मदद करेगा।
60 की उम्र के बाद बचत
रिटायरमेंट के बाद वो समय आता है जब आपको सारी संपत्ति एक साथ एक प्लेटफॉर्म पर लाना पड़ता है। इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने निवेश से निकल जाएं। लेकिन ये भी ध्यान रखें कि बचत को अधिक समय तक छोड़ने में जोखिम की संभावना रहती है। सभी संपत्ति को एक साथ लाने से आपकी मेहनत, पेपर-वर्क और प्रोसेसिंग फीस बचती है।
खर्च में कटौती से हमेशा मदद मिलती है। छोटे अपार्टमेंट में अगर शिफ्ट हो जाते हैं तो आपकी मेंटेनेंस खर्च कम हो जाती है। बेवजह की तनाव से भी बचना चाहिए। बेहतर माइलेज वाली छोटी कार का इस्तेमाल करें। अगर आपके बच्चे अलग रहने लगे हैं, तो निश्चित तौर पर आपके रोजमर्रा के खर्चें कम हो जाएंगे।
लेकिन निवेश करना बंद नहीं करें। सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम्स और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे निवेश के विकल्प वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। इन स्कीम्स के जरिए आपको महंगाई के साथ मुकाबला करने में मदद मिलेगी। और हां, अपने निवेश पर नजर रखते हुए अपने ऊपर भी खर्च करें। आखिरकार, ये जीवन छोटा सा है, तो अपने लिए भी जीना जरूरी है।
डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ सामान्य जानकारी देना है। इसे निवेश, इंश्योरेंस, टैक्स या कानूनी सलाह के तौर पर नहीं समझना चाहिए। आपको इस बात के लिए प्रोत्साहित किया जाता है कि आप इससे संबंधित जब भी कोई फैसला लेना चाहें तो स्वतंत्र सलाह ले सकते हैं।
विषय: आर्थिक योजना, बचत, पैसों की बचत, पैसे बचाने के तरीके