- Date : 23/03/2023
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अडानी ग्रुप के बाद हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म ने जैक डॉर्सी के ओनरशिप वाली पेमेंट फर्म पर अपने यूजर्स की संख्या को बढ़ाने और अपने ग्राहकों के पोजिशन कॉस्ट को कम करने का आरोप लगाया

Hindenburg Jack Dorsey Report: अडानी ग्रुप के बाद हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म ने जैक डॉर्सी के ओनरशिप वाली पेमेंट फर्म पर अपने यूजर्स की संख्या को बढ़ाने और अपने ग्राहकों के पोजिशन कॉस्ट को कम करने का आरोप लगाया है। हिंडनबर्ग ने ये भी कहा कि उसने ब्लॉक इंक में शॉर्ट पोजिशन लेकर रखी हुई है। हिंडनबर्ग ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि हमने अपनी दो सालों की रिसर्च के बाद निष्कर्ष निकाला है कि ब्लॉक इंक ने गलत आंकड़ों को पेश किया है।
रिपोर्ट में ब्लॉक इंक के पूर्व कर्मचारियों का हवाला देते हुए कहा गया है कि उनके अनुमान के मुताबिकऑडिट में 40% -75% खाते नकली थे। यही नहीं हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी कैश फ्लो को ढुलमुल नियंत्रण के साथ संचालित करने की अनुमति देती है जो आपराधिक गतिविधि में आता है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक ब्लॉक इंक के कैश एप का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से ब्लॉक इंक के शेयरों में गिरावट का दौर शुरू हो चुका है।
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कैश ऐप के कंपलाइंस प्रोग्राम में कमी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंडनबर्ग ने कैश इंक के कई पूर्व कर्मचारियों के साथ बात की, जिन्होंने बताया कि कैसे इंटरनल इश्यू को दबा दिया गया और कस्टमर्स की चिंताओं को नजरअंदाज किया गया। रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि यहां कथित रूप से आपराधिक गतिविधि और धोखाधड़ी हो रही है।
पूर्व कर्मचारियों के साथ साक्षात्कार का हवाला देते हुए हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि मैनेजमेंट के दबाव के परिणामस्वरूप एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग (एएमएल) और नो योर कस्टमर (केवाईसी) कानूनों की अवहेलना हुई है।
अपने दावे को साबित करने के लिए हिंडनबर्ग ने दिखाया है कि कंपनी ने कैसे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क के नाम पर खाते खोले और फिर नकली डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट के तहत कैश कार्ड भी खोल दिया।
Hindenburg Jack Dorsey Report: अडानी ग्रुप के बाद हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म ने जैक डॉर्सी के ओनरशिप वाली पेमेंट फर्म पर अपने यूजर्स की संख्या को बढ़ाने और अपने ग्राहकों के पोजिशन कॉस्ट को कम करने का आरोप लगाया है। हिंडनबर्ग ने ये भी कहा कि उसने ब्लॉक इंक में शॉर्ट पोजिशन लेकर रखी हुई है। हिंडनबर्ग ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि हमने अपनी दो सालों की रिसर्च के बाद निष्कर्ष निकाला है कि ब्लॉक इंक ने गलत आंकड़ों को पेश किया है।
रिपोर्ट में ब्लॉक इंक के पूर्व कर्मचारियों का हवाला देते हुए कहा गया है कि उनके अनुमान के मुताबिकऑडिट में 40% -75% खाते नकली थे। यही नहीं हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी कैश फ्लो को ढुलमुल नियंत्रण के साथ संचालित करने की अनुमति देती है जो आपराधिक गतिविधि में आता है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक ब्लॉक इंक के कैश एप का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से ब्लॉक इंक के शेयरों में गिरावट का दौर शुरू हो चुका है।
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कैश ऐप के कंपलाइंस प्रोग्राम में कमी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंडनबर्ग ने कैश इंक के कई पूर्व कर्मचारियों के साथ बात की, जिन्होंने बताया कि कैसे इंटरनल इश्यू को दबा दिया गया और कस्टमर्स की चिंताओं को नजरअंदाज किया गया। रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि यहां कथित रूप से आपराधिक गतिविधि और धोखाधड़ी हो रही है।
पूर्व कर्मचारियों के साथ साक्षात्कार का हवाला देते हुए हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि मैनेजमेंट के दबाव के परिणामस्वरूप एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग (एएमएल) और नो योर कस्टमर (केवाईसी) कानूनों की अवहेलना हुई है।
अपने दावे को साबित करने के लिए हिंडनबर्ग ने दिखाया है कि कंपनी ने कैसे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क के नाम पर खाते खोले और फिर नकली डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट के तहत कैश कार्ड भी खोल दिया।