- Date : 27/04/2023
- Read: 2 mins
Minor Aadhaar Card: आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा अपने नागरिकों को जारी की गई 12 अंकों की विशिष्ट पहचान संख्या है, जिसकी मदद से काफी फायदा उठा सकते हैं?

Minor Aadhaar Card: यूआईडीएआई (UIDAI) आधार एक दस्तावेज है, जिसे मुख्य रूर से पहचान पत्र के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ उठाने, बैंक अकाउंट खोलने और पासपोर्ट लेने जैसे अलग-अलग काम के लिए भी इसकी जरूरत होती है। आधार कार्ड मुख्य रूप से वयस्कों के लिए है, लेकिन नाबालिग, यानी 18 साल से कम उम्र के लोग भी अपना आधार कार्ड बनवा सकते हैं। आज हम आपको माइनर आधार कार्ड के लिए आवेदन की सभी प्रक्रिया के बारे में बताने जा रहे हैं।
पहले स्टेज में आपको माइनर आधार कार्ड के लिए आवेदन के लिए बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट या स्कूल सर्टिफिकेट, माता-पिता का आधार कार्ड या कोई अन्य वैध सरकारी आईडी प्रमाण, जैसे कि पैन कार्ड, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस चाहिए। इसी के साथ बिजली बिल, पानी बिल या टेलीफोन बिल जैसे प्रमाण पत्र माता-पिता के होने चाहिए। एक बार जब आप सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा कर लेते हैं, तो आपको नजदीकी आधार नामांकन केंद्र पर बच्चे और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ जाएं। आपको एक नामांकन फॉर्म भरना होगा, जिसमें बच्चे का नाम, जन्म तिथि और पता जैसी व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाएगी।
नामांकन फार्म भरने के बाद बच्चे का फोटो लिया जाता है। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का नामांकन करते समय उंगलियों के निशान और आंख की पुतली का स्कैन नहीं लिया जाता है। एक बार जब बच्चा 5 वर्ष की आयु तक पहुंच जाता है, तो बायोमिट्रिक्स को अनिवार्य रूप से अपडेट करने की जरूरत होती है। UIDAI के अनुसार अगर कोई बच्चा 5 साल से कम का है तो माता-पिता या पैरेंट्स में से किसी एक को बच्चे की ओर से प्रमाणित करना होगा और नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर करके नाबालिग के नामांकन के लिए सहमति भी देनी होगी।
बायोमिट्रिक डेटा इकट्ठा करने के बाद आपको क पर्ची मिलेगी, जिसमें नामांकन आईडी की मदद से आप आधार कार्ड को ट्रैक कर सकते हैं और अपने अप्लिकेशन का स्टेटस पता कर सकते हैं। इसके बाद माइनर आधार कार्ड बन जाता है और आपके ए़ड्रेस पर आ जाता है। आधार कार्ड आमतौर पर नामांकन के 90 दिनों के अंदर जारी कर दिया जाता है।
Minor Aadhaar Card: यूआईडीएआई (UIDAI) आधार एक दस्तावेज है, जिसे मुख्य रूर से पहचान पत्र के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ उठाने, बैंक अकाउंट खोलने और पासपोर्ट लेने जैसे अलग-अलग काम के लिए भी इसकी जरूरत होती है। आधार कार्ड मुख्य रूप से वयस्कों के लिए है, लेकिन नाबालिग, यानी 18 साल से कम उम्र के लोग भी अपना आधार कार्ड बनवा सकते हैं। आज हम आपको माइनर आधार कार्ड के लिए आवेदन की सभी प्रक्रिया के बारे में बताने जा रहे हैं।
पहले स्टेज में आपको माइनर आधार कार्ड के लिए आवेदन के लिए बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट या स्कूल सर्टिफिकेट, माता-पिता का आधार कार्ड या कोई अन्य वैध सरकारी आईडी प्रमाण, जैसे कि पैन कार्ड, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस चाहिए। इसी के साथ बिजली बिल, पानी बिल या टेलीफोन बिल जैसे प्रमाण पत्र माता-पिता के होने चाहिए। एक बार जब आप सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा कर लेते हैं, तो आपको नजदीकी आधार नामांकन केंद्र पर बच्चे और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ जाएं। आपको एक नामांकन फॉर्म भरना होगा, जिसमें बच्चे का नाम, जन्म तिथि और पता जैसी व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाएगी।
नामांकन फार्म भरने के बाद बच्चे का फोटो लिया जाता है। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का नामांकन करते समय उंगलियों के निशान और आंख की पुतली का स्कैन नहीं लिया जाता है। एक बार जब बच्चा 5 वर्ष की आयु तक पहुंच जाता है, तो बायोमिट्रिक्स को अनिवार्य रूप से अपडेट करने की जरूरत होती है। UIDAI के अनुसार अगर कोई बच्चा 5 साल से कम का है तो माता-पिता या पैरेंट्स में से किसी एक को बच्चे की ओर से प्रमाणित करना होगा और नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर करके नाबालिग के नामांकन के लिए सहमति भी देनी होगी।
बायोमिट्रिक डेटा इकट्ठा करने के बाद आपको क पर्ची मिलेगी, जिसमें नामांकन आईडी की मदद से आप आधार कार्ड को ट्रैक कर सकते हैं और अपने अप्लिकेशन का स्टेटस पता कर सकते हैं। इसके बाद माइनर आधार कार्ड बन जाता है और आपके ए़ड्रेस पर आ जाता है। आधार कार्ड आमतौर पर नामांकन के 90 दिनों के अंदर जारी कर दिया जाता है।