- Date : 26/08/2022
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आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (आईप्रू) का वैल्यू डिस्कवरी फंड अपने निवेशकों को बीते 18 सालों में औसतन 19.7% का रिटर्न दिया है।

ICICI Prudential Value Discovery Fund long term returns: 16 अगस्त, 2004 में शुरू किया गया आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (आईप्रू) का वैल्यू डिस्कवरी फंड बेहद फायदेमंद साबित हुआ है। आईसीआईसीआई के इस फंड की तुलना यदि निफ्टी50 के साथ की जाए तो इसने निफ्टी50 के रिटर्न को भी पीछे छोड़ दिया है। इस फंड ने अपने निवेशकों को पिछले 18 साल में औसत के हिसाब से प्रतिवर्ष 19.7% का सीएजीआर (CAGR) की दर से रिटर्न दिया है। इसका मतलब है यदि 18 साल पहले किसी निवेशक ने ₹1 लाख का निवेश किया हो तो आज उसे ₹2.5 करोड़ मिल सकते हैं। यदि इसकी सीधी तुलना निफ्टी50 के निवेश के साथ की जाए तो ₹1 लाख पर इसी अवधि में 15.6% सीएजीआर की दर से रिटर्न मिलेगा। यानी अब रिटर्न के बाद आपकी रकम हो जाएगी ₹1.3 करोड़, जो वैल्यू डिस्कवरी फंड की रकम से लगभग आधी है।
म्यूचुअल फंड मे निवेश हमेशा ही काम जोखिम का माना जाता रहा है। ऐसे में यदि कोई म्यूचुअल फंड इस तरह का प्रदर्शन करे तो उसकी तरफ निवेशकों का ध्यान जाना वाजिब है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (आईप्रू) का प्रदर्शन कुछ ऐसा ही है। जुलाई 31 तक इस फंड का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹24,694 करोड़ बताया गया था। इस फंड हाउस के पास इस श्रेणी के कुल एयूएम का 30% है। यह स्कीम वैल्यू निवेश के तरीकों का पालन करती है। यह फंड हाउस अलग-अलग पोर्टफोलियो के स्टॉक में निवेश करता है।
यह भी पढ़ें: मार्केट करेक्शन से लाभ उठाने के लिए निवेशक किन रणनीतियों का उपयोग कर सकते है?
एसआईपी में निवेश करने पर भी अच्छा लाभ
आईप्रू के वैल्यू डिस्कवरी फंड के एसआईपी में निवेश करने से भी निवेशक को खासा लाभ मिल रहा है। यदि निवेशक द्वारा एसआईपी की शुरुआत से ही प्रतिमाह ₹10 हजार का निवेश किया गया हो तो अब वह रकम बढ़कर ₹1.2 करोड़ की हो जाएगी। इस पूरी अवधि में निवेशक द्वारा मात्र ₹21.6 लाख का ही निवेश किया गया होगा। रिटर्न के लिहाज से देखें तो प्रतिवर्ष 17.3% सीएजीआर की दर से रिटर्न मिला है। एसआईपी पर 7 साल में 15.81% रिटर्न मिला है तो 5 साल के एसआईपी पर 18.97% एस रिटर्न है। वहीं 3 साल में रिटर्न 27.59% रहा है।
वैल्यू इन्वेस्टमेंट के प्रति निवेशकों की रुचि
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के एमडी और सीईओ (MD & CEO) निमेश शाह के अनुसार पिछले कई सालों में निवेशकों की म्यूचुअल फंड के प्रति रुचि बढ़ी है। भारतीय निवेशक वैल्यू इन्वेस्टमेंट पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनके अनुसार विदेशों में वैल्यू इन्वेस्टमेंट पर एक स्थापित अवधारणा है, मगर भारत के निवेशकों का स्वभाव हर निवेश में वैल्यू देखना होता है और वे हर निवेश में जल्दी से जल्दी फायदा लेना चाहते हैं। शाह निवेशकों को यह याद दिलाते हुए कहते हैं कि वैल्यू इन्वेस्टमेंट धीरज के साथ किया जाने वाला लंबी अवधि का निवेश है। लंबे समय तक इस निवेश के साथ बने रहने से यह अच्छा मुनाफा देता है। साथ ही वे यह भी याद दिलाते हैं कि आईप्रू का वैल्यू इन्वेस्टमेंट फंड बाजार के सभी चरणों में काम नहीं कर सकता। एक रणनीति के रूप में इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
यह भी पढ़ें: भारत में 10,000 से कम के निवेश में छोटे बिजनेस के फायदेमंद आइडियाज
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल
ICICI Prudential Value Discovery Fund long term returns: 16 अगस्त, 2004 में शुरू किया गया आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (आईप्रू) का वैल्यू डिस्कवरी फंड बेहद फायदेमंद साबित हुआ है। आईसीआईसीआई के इस फंड की तुलना यदि निफ्टी50 के साथ की जाए तो इसने निफ्टी50 के रिटर्न को भी पीछे छोड़ दिया है। इस फंड ने अपने निवेशकों को पिछले 18 साल में औसत के हिसाब से प्रतिवर्ष 19.7% का सीएजीआर (CAGR) की दर से रिटर्न दिया है। इसका मतलब है यदि 18 साल पहले किसी निवेशक ने ₹1 लाख का निवेश किया हो तो आज उसे ₹2.5 करोड़ मिल सकते हैं। यदि इसकी सीधी तुलना निफ्टी50 के निवेश के साथ की जाए तो ₹1 लाख पर इसी अवधि में 15.6% सीएजीआर की दर से रिटर्न मिलेगा। यानी अब रिटर्न के बाद आपकी रकम हो जाएगी ₹1.3 करोड़, जो वैल्यू डिस्कवरी फंड की रकम से लगभग आधी है।
म्यूचुअल फंड मे निवेश हमेशा ही काम जोखिम का माना जाता रहा है। ऐसे में यदि कोई म्यूचुअल फंड इस तरह का प्रदर्शन करे तो उसकी तरफ निवेशकों का ध्यान जाना वाजिब है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (आईप्रू) का प्रदर्शन कुछ ऐसा ही है। जुलाई 31 तक इस फंड का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹24,694 करोड़ बताया गया था। इस फंड हाउस के पास इस श्रेणी के कुल एयूएम का 30% है। यह स्कीम वैल्यू निवेश के तरीकों का पालन करती है। यह फंड हाउस अलग-अलग पोर्टफोलियो के स्टॉक में निवेश करता है।
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एसआईपी में निवेश करने पर भी अच्छा लाभ
आईप्रू के वैल्यू डिस्कवरी फंड के एसआईपी में निवेश करने से भी निवेशक को खासा लाभ मिल रहा है। यदि निवेशक द्वारा एसआईपी की शुरुआत से ही प्रतिमाह ₹10 हजार का निवेश किया गया हो तो अब वह रकम बढ़कर ₹1.2 करोड़ की हो जाएगी। इस पूरी अवधि में निवेशक द्वारा मात्र ₹21.6 लाख का ही निवेश किया गया होगा। रिटर्न के लिहाज से देखें तो प्रतिवर्ष 17.3% सीएजीआर की दर से रिटर्न मिला है। एसआईपी पर 7 साल में 15.81% रिटर्न मिला है तो 5 साल के एसआईपी पर 18.97% एस रिटर्न है। वहीं 3 साल में रिटर्न 27.59% रहा है।
वैल्यू इन्वेस्टमेंट के प्रति निवेशकों की रुचि
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के एमडी और सीईओ (MD & CEO) निमेश शाह के अनुसार पिछले कई सालों में निवेशकों की म्यूचुअल फंड के प्रति रुचि बढ़ी है। भारतीय निवेशक वैल्यू इन्वेस्टमेंट पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनके अनुसार विदेशों में वैल्यू इन्वेस्टमेंट पर एक स्थापित अवधारणा है, मगर भारत के निवेशकों का स्वभाव हर निवेश में वैल्यू देखना होता है और वे हर निवेश में जल्दी से जल्दी फायदा लेना चाहते हैं। शाह निवेशकों को यह याद दिलाते हुए कहते हैं कि वैल्यू इन्वेस्टमेंट धीरज के साथ किया जाने वाला लंबी अवधि का निवेश है। लंबे समय तक इस निवेश के साथ बने रहने से यह अच्छा मुनाफा देता है। साथ ही वे यह भी याद दिलाते हैं कि आईप्रू का वैल्यू इन्वेस्टमेंट फंड बाजार के सभी चरणों में काम नहीं कर सकता। एक रणनीति के रूप में इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
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