- Date : 23/04/2023
- Read: 2 mins
Jobs In India: अर्थशास्त्रियों का कहना है कि दुनिया की सबसे बड़ी आबादी को रोजगार मुहैया कराने के लिए भारत को लगातार 3 दशकों तक 8 फीसदी की दर से विकास करने की जरूरत है।

Jobs In India: भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है। ऐसे में रोजगार के अवसर मुहैया कराने को लेकर भी चिंताएं स्वाभाविक हैं। मानव संसाधनों का वैश्विक भंडार बनने के लिए देश को अपने कार्यबल को कुशल बनाने के लिए भी ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड पॉपुलेशन डैशबोर्ड के अनुसार, भारत की जनसंख्या 1.428 बिलियन है और 2050 तक इसके 1.668 बिलियन को छूने की उम्मीद है। वहीं, चीन की जनसंख्या लगभग 1.317 बिलियन तक कम हो सकती है।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि भारत चीन को पछाड़कर 1.428 बिलियन लोगों के साथ दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है और इसे अगले तीन दशकों तक 8 फीसदी की वार्षिक गति से आगे बढ़ने की जरूरत है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश को मानव संसाधनों का वैश्विक भंडार बनने के लिए अपने कार्यबल को कुशल बनाने में भारी निवेश करने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की विश्व जनसंख्या रिपोर्ट 2023 का अनुमान है कि भारत की मध्य-वर्ष की जनसंख्या 1.428 बिलियन और चीन की 1.427 बिलियन है।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कामकाजी उम्र की आबादी को रोजगार मुहैया कराने के मामले में चुनौतियां कहीं ज्यादा होने वाली हैं। हमें लंबे समय के लिए 8-9 प्रतिशत की दर से बढ़ने की जरूरत है। अन्य देशों की तुलना में भारत इस दशक में औसतन 7 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। भारत में 15-24 आयु वर्ग के 254 मिलियन लोग हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी है। इस साल भारत की 25 फीसदी आबादी 0-14 वर्ष के वर्ग में, 18 फीसदी 10-19 वर्ष की आयु के बीच और 26 फीसदी 10-24 वर्ष की आयु के बीच होगी। भारत की 68 पर्सेंट आबादी 15-64 आयु वर्ग में है और 65 साल से ऊपर केवल 7 फीसदी लोग हैं। भारत में आधी आबादी 30 साल से कम उम्र की है।
Jobs In India: भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है। ऐसे में रोजगार के अवसर मुहैया कराने को लेकर भी चिंताएं स्वाभाविक हैं। मानव संसाधनों का वैश्विक भंडार बनने के लिए देश को अपने कार्यबल को कुशल बनाने के लिए भी ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड पॉपुलेशन डैशबोर्ड के अनुसार, भारत की जनसंख्या 1.428 बिलियन है और 2050 तक इसके 1.668 बिलियन को छूने की उम्मीद है। वहीं, चीन की जनसंख्या लगभग 1.317 बिलियन तक कम हो सकती है।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि भारत चीन को पछाड़कर 1.428 बिलियन लोगों के साथ दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है और इसे अगले तीन दशकों तक 8 फीसदी की वार्षिक गति से आगे बढ़ने की जरूरत है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश को मानव संसाधनों का वैश्विक भंडार बनने के लिए अपने कार्यबल को कुशल बनाने में भारी निवेश करने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की विश्व जनसंख्या रिपोर्ट 2023 का अनुमान है कि भारत की मध्य-वर्ष की जनसंख्या 1.428 बिलियन और चीन की 1.427 बिलियन है।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कामकाजी उम्र की आबादी को रोजगार मुहैया कराने के मामले में चुनौतियां कहीं ज्यादा होने वाली हैं। हमें लंबे समय के लिए 8-9 प्रतिशत की दर से बढ़ने की जरूरत है। अन्य देशों की तुलना में भारत इस दशक में औसतन 7 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। भारत में 15-24 आयु वर्ग के 254 मिलियन लोग हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी है। इस साल भारत की 25 फीसदी आबादी 0-14 वर्ष के वर्ग में, 18 फीसदी 10-19 वर्ष की आयु के बीच और 26 फीसदी 10-24 वर्ष की आयु के बीच होगी। भारत की 68 पर्सेंट आबादी 15-64 आयु वर्ग में है और 65 साल से ऊपर केवल 7 फीसदी लोग हैं। भारत में आधी आबादी 30 साल से कम उम्र की है।