- Date : 11/04/2023
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बिजनेसमैन एलन मस्क की कंपनी ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल समेत अन्य कई अधिकारियों ने दावा किया है कि उनका ट्विटर पर 1 मिलियन डॉलर से ज्यादा का बकाया है और ट्विटर उन्हें भुगतान करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य है।

Twitter Conflict: दुनिया के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन एलन मस्क की कंपनी लगातार विवादों में है और अब ट्विटर के पूर्व सीईओ भारतवंशी पराग अग्रवाल ने भी ट्विटर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल समेत टॉप तीन अपदस्थ (पद से बेदखल कर दिए गए) अधिकारियों ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है। पराग समेत अन्य लोगों ने कंपनी से उनके निष्कासन के बाद मुकदमेबाजी, जांच और कांग्रेस की पूछताछ की लागत की रिम्बर्समेंट की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि ट्विटर पर उनका 1 मिलियन डॉलर (8.2 करोड़ रुपये) से ज्यादा का बकाया है और ट्विटर उन्हें भुगतान करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कोर्ट फाइलिंग ने यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (डीओजे) द्वारा पूछताछ से संबंधित खर्चों को निर्धारित किया है, लेकिन इसमें जांच की प्रकृति के बारे में डिटेल शामिल नहीं है। यह भी जिक्र नहीं है कि ये जांच अभी भी चल रही है या नहीं? इन दस्तावेजों के अनुसार, ट्विटर के पूर्व सीएफओ नेड सेगल और पराग अग्रवाल ने साल 2022 में एसईसी को गवाही दी थी और फेडपल अथॉरिटीज के साथ जुड़ाव जारी रखा था। यूएस एसईसी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या इलॉन मस्क ने ट्विटर शेयरों का अधिग्रहण करते समय सिक्यॉरिटीज रूल्स का पालन किया था?
आपको बता दें कि ट्विटर की पूर्व मुख्य कानूनी अधिकारी विजया गड्डे को साइट पर कंटेंट मॉडरेशन से संबंधित ‘ट्विटर फाइल्स’ जारी करने के बाद बड़ी तकनीक और फ्री स्पीच के बारे में अमेरिकी कांग्रेस की सुनवाई के लिए बुलाया गया था। उसे एक मुकदमे में प्रतिवादी के रूप में भी नामित किया गया था, जिसमें एक व्यक्ति ने दावा किया था कि वह धूर्त था। पराग अग्रवाल के साथ ही गड्डे और सेगल को मस्क ने पिछले साल अक्टूबर में ट्विटर संभालने के तुरंत बाद निकाल दिया था। इतना ही नहीं, मस्क के अधिग्रहण के बाद ट्विटर ने भारी संख्या में लोगों की छंटनी शुरू कर दी।
Twitter Conflict: दुनिया के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन एलन मस्क की कंपनी लगातार विवादों में है और अब ट्विटर के पूर्व सीईओ भारतवंशी पराग अग्रवाल ने भी ट्विटर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल समेत टॉप तीन अपदस्थ (पद से बेदखल कर दिए गए) अधिकारियों ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया है। पराग समेत अन्य लोगों ने कंपनी से उनके निष्कासन के बाद मुकदमेबाजी, जांच और कांग्रेस की पूछताछ की लागत की रिम्बर्समेंट की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि ट्विटर पर उनका 1 मिलियन डॉलर (8.2 करोड़ रुपये) से ज्यादा का बकाया है और ट्विटर उन्हें भुगतान करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कोर्ट फाइलिंग ने यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (डीओजे) द्वारा पूछताछ से संबंधित खर्चों को निर्धारित किया है, लेकिन इसमें जांच की प्रकृति के बारे में डिटेल शामिल नहीं है। यह भी जिक्र नहीं है कि ये जांच अभी भी चल रही है या नहीं? इन दस्तावेजों के अनुसार, ट्विटर के पूर्व सीएफओ नेड सेगल और पराग अग्रवाल ने साल 2022 में एसईसी को गवाही दी थी और फेडपल अथॉरिटीज के साथ जुड़ाव जारी रखा था। यूएस एसईसी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या इलॉन मस्क ने ट्विटर शेयरों का अधिग्रहण करते समय सिक्यॉरिटीज रूल्स का पालन किया था?
आपको बता दें कि ट्विटर की पूर्व मुख्य कानूनी अधिकारी विजया गड्डे को साइट पर कंटेंट मॉडरेशन से संबंधित ‘ट्विटर फाइल्स’ जारी करने के बाद बड़ी तकनीक और फ्री स्पीच के बारे में अमेरिकी कांग्रेस की सुनवाई के लिए बुलाया गया था। उसे एक मुकदमे में प्रतिवादी के रूप में भी नामित किया गया था, जिसमें एक व्यक्ति ने दावा किया था कि वह धूर्त था। पराग अग्रवाल के साथ ही गड्डे और सेगल को मस्क ने पिछले साल अक्टूबर में ट्विटर संभालने के तुरंत बाद निकाल दिया था। इतना ही नहीं, मस्क के अधिग्रहण के बाद ट्विटर ने भारी संख्या में लोगों की छंटनी शुरू कर दी।