Trade Deficit: अप्रैल में भारत का संयुक्त व्यापार घाटा 1.38 अरब डॉलर पर पहुंचा, 21 महीने के सबसे निचले स्तर पर

Trade Deficit: कॉमर्स सेक्रेटरी सुनील बर्थवाल ने इस साल एक मई को उम्मीद जताई थी कि संयुक्त अरब अमीरात को भारत का निर्यात 2026-27 तक 50 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने के लिए लगभग 60 फीसदी की तेजी की संभावना है।

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Indian Trade Deficit: भारत का व्यापार घाटा अप्रैल में कम होकर 21 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। घरेलू मांग में कमी और वस्तुओं की कीमतों में कमी के कारण इंपोर्ट बिल में भी कमी आई। पिछले साल की समान अवधि में 8.37 बिलियन डॉलर की तुलना में संयुक्त व्यापार और सेवा घाटा (Service Deficit) गिरकर 1.38 बिलियन डॉलर हो गया है। मार्च में कुल व्यापार घाटा 6.04 अरब डॉलर था। सरकार द्वारा 15 मई को जारी आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल में व्यापार घाटा मार्च के 19.73 अरब डॉलर से घटकर 15.24 अरब डॉलर रह गया है। 

वित्तीय वर्ष 2022-23 में व्यापार डेटा के अपवार्ड रिविजन से देशों का कुल निर्यात 775.87 बिलियन डॉलर हो गया है। निर्यात और आयात दोनों में गिरावट अप्रैल के व्यापारिक निर्यात के साथ 34.66 बिलियन डॉलर थी, जो मार्च में 38.38 बिलियन डॉलर से कम थी, जबकि आयात 58.11 बिलियन डॉलर से 49.90 बिलियन डॉलर था।माल का आयात एक साल पहले की तुलना में 14.1 प्रतिशत गिरकर अप्रैल में 49.9 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि निर्यात 12.7 फीसदी गिरकर 34.66 बिलियन डॉलर हो गया।

डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) संतोष सारंगी ने व्यापार डेटा जारी करने के दौरान इस गिरावट के लिए आंशिक रूप से कोमॉडिटी की कीमतों में गिरावट और रत्न और आभूषण जैसे उत्पादों की मांग में कमी को जिम्मेदार ठहराया। आयात में गिरावट का नेतृत्व पेट्रोलियम, कच्चे तेल और उत्पादों ने किया। अप्रैल तेल आयात साल-दर-साल 2.46 फीसदी गिरकर 15.17 अरब डॉलर हो गया। सारंगी ने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के बाद कोमॉडिटी की कीमतें बढ़ गई थीं, जो अब शांत हो रही हैं।

Indian Trade Deficit: भारत का व्यापार घाटा अप्रैल में कम होकर 21 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। घरेलू मांग में कमी और वस्तुओं की कीमतों में कमी के कारण इंपोर्ट बिल में भी कमी आई। पिछले साल की समान अवधि में 8.37 बिलियन डॉलर की तुलना में संयुक्त व्यापार और सेवा घाटा (Service Deficit) गिरकर 1.38 बिलियन डॉलर हो गया है। मार्च में कुल व्यापार घाटा 6.04 अरब डॉलर था। सरकार द्वारा 15 मई को जारी आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल में व्यापार घाटा मार्च के 19.73 अरब डॉलर से घटकर 15.24 अरब डॉलर रह गया है। 

वित्तीय वर्ष 2022-23 में व्यापार डेटा के अपवार्ड रिविजन से देशों का कुल निर्यात 775.87 बिलियन डॉलर हो गया है। निर्यात और आयात दोनों में गिरावट अप्रैल के व्यापारिक निर्यात के साथ 34.66 बिलियन डॉलर थी, जो मार्च में 38.38 बिलियन डॉलर से कम थी, जबकि आयात 58.11 बिलियन डॉलर से 49.90 बिलियन डॉलर था।माल का आयात एक साल पहले की तुलना में 14.1 प्रतिशत गिरकर अप्रैल में 49.9 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि निर्यात 12.7 फीसदी गिरकर 34.66 बिलियन डॉलर हो गया।

डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) संतोष सारंगी ने व्यापार डेटा जारी करने के दौरान इस गिरावट के लिए आंशिक रूप से कोमॉडिटी की कीमतों में गिरावट और रत्न और आभूषण जैसे उत्पादों की मांग में कमी को जिम्मेदार ठहराया। आयात में गिरावट का नेतृत्व पेट्रोलियम, कच्चे तेल और उत्पादों ने किया। अप्रैल तेल आयात साल-दर-साल 2.46 फीसदी गिरकर 15.17 अरब डॉलर हो गया। सारंगी ने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के बाद कोमॉडिटी की कीमतें बढ़ गई थीं, जो अब शांत हो रही हैं।

संवादपत्र

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