Infosys Shares Fall: इन्फोसिस ने एक घंटे के अंदर गंवाए 73 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा, आईटी फर्म की हालत खराब

Infosys Shares Fall: भारत की प्रमुख आईटी कंपनी इन्फोसिस के लिए सोमवार का दिन काफी खराब रहा और इसके शेयरों में साल 2019 के बाद से सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। एक घंटे के अंदर मूर्ति परिवार ने 73 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा गंवा दिए।

Infosys Shares Fall


Infosys Shares Fall: इन्फोसिस के शेयरों में बीएसई पर 12.2 फीसदी तक की गिरावट आई और 2019 के बाद से यह किसी एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है। इन्फोसिस के क्रैश का अन्य आईटी शेयरों पर भी असर पड़ा, जिसमें एलटी बैंक और माइंडट्री को 10 फीसदी तक का नुकसान हुआ है। विश्लेषकों का कहना है कि भारत की शीर्ष दो आईटी सेवा कंपनियों की प्रबंधन टिप्पणी ने ग्राहकों की भावनाओं के प्रति आगाह किया, जिससे अगली 1-2 तिमाहियों में ऑर्डर आउटलुक के बारे में अनिश्चितता पैदा हो गई है। 

एलआईसी के पास दिसंबर तिमाही के अंत में आईटी फर्म में 28,13,85,267 शेयर या 7.71 फीसदी हिस्सेदारी थी, जिसका मूल्य गुरुवार के समापन पर 39,073 करोड़ रुपये था। इस आईटी कंपनी का स्टॉक सोमवार को बीएसई पर 12.2% तक गिर गया। हैवीवेट सेंसेक्स स्टॉक, जो सोमवार को सूचकांक पर सबसे बड़ा दबाव था, बीएसई पर 52 सप्ताह के निचले स्तर 1,219 रुपये पर पहुंच गया। बाजार के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले 20 वर्षों में इन्फोसिस के शेयरों ने दोहरे अंकों में नुकसान केवल 8 बार दर्ज किया है। एनएसई पर स्टॉक 15 पर्सेंट तक गिरकर दिन के निचले स्तर 1,185.30 रुपये पर आ गया।

आपको बता दें कि इन्फोसिस का सबसे खराब दिन 2003 में था, जब इसने अपने वैल्यू का एक-चौथाई से ज्यादा खो दिया था। इसी तरह 2013 में इसमें 21 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थी। 22 अक्टूबर 2019 को इंफोसिस के शेयर में 16.19 पर्सेंट की गिरावट देखने को मिली थी कोविद संकट के दौरान 23 मार्च 2020 को इन्फोसिस के शेयरों में 10 फीसदी की गिरावट आई थी। 

इन्फोसिस में रोहन मूर्ति की हिस्सेदारी का वैल्यू 8,444.47 करोड़ रुपये था, जो पिछली गणना में 844 करोड़ रुपये घटकर 7,600 करोड़ रुपये रह गया। बेंगलुरु स्थित फर्म में अक्षता मूर्ति की 1.07 प्रतिशत हिस्सेदारी गुरुवार के समापन तक 5,409.58 करोड़ रुपये थी, जो 541 करोड़ रुपये घटकर 4,868.66 करोड़ रुपये रह गई। रोहन इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के बेटे और अक्षता उनकी बेटी हैं।


Infosys Shares Fall: इन्फोसिस के शेयरों में बीएसई पर 12.2 फीसदी तक की गिरावट आई और 2019 के बाद से यह किसी एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है। इन्फोसिस के क्रैश का अन्य आईटी शेयरों पर भी असर पड़ा, जिसमें एलटी बैंक और माइंडट्री को 10 फीसदी तक का नुकसान हुआ है। विश्लेषकों का कहना है कि भारत की शीर्ष दो आईटी सेवा कंपनियों की प्रबंधन टिप्पणी ने ग्राहकों की भावनाओं के प्रति आगाह किया, जिससे अगली 1-2 तिमाहियों में ऑर्डर आउटलुक के बारे में अनिश्चितता पैदा हो गई है। 

एलआईसी के पास दिसंबर तिमाही के अंत में आईटी फर्म में 28,13,85,267 शेयर या 7.71 फीसदी हिस्सेदारी थी, जिसका मूल्य गुरुवार के समापन पर 39,073 करोड़ रुपये था। इस आईटी कंपनी का स्टॉक सोमवार को बीएसई पर 12.2% तक गिर गया। हैवीवेट सेंसेक्स स्टॉक, जो सोमवार को सूचकांक पर सबसे बड़ा दबाव था, बीएसई पर 52 सप्ताह के निचले स्तर 1,219 रुपये पर पहुंच गया। बाजार के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले 20 वर्षों में इन्फोसिस के शेयरों ने दोहरे अंकों में नुकसान केवल 8 बार दर्ज किया है। एनएसई पर स्टॉक 15 पर्सेंट तक गिरकर दिन के निचले स्तर 1,185.30 रुपये पर आ गया।

आपको बता दें कि इन्फोसिस का सबसे खराब दिन 2003 में था, जब इसने अपने वैल्यू का एक-चौथाई से ज्यादा खो दिया था। इसी तरह 2013 में इसमें 21 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थी। 22 अक्टूबर 2019 को इंफोसिस के शेयर में 16.19 पर्सेंट की गिरावट देखने को मिली थी कोविद संकट के दौरान 23 मार्च 2020 को इन्फोसिस के शेयरों में 10 फीसदी की गिरावट आई थी। 

इन्फोसिस में रोहन मूर्ति की हिस्सेदारी का वैल्यू 8,444.47 करोड़ रुपये था, जो पिछली गणना में 844 करोड़ रुपये घटकर 7,600 करोड़ रुपये रह गया। बेंगलुरु स्थित फर्म में अक्षता मूर्ति की 1.07 प्रतिशत हिस्सेदारी गुरुवार के समापन तक 5,409.58 करोड़ रुपये थी, जो 541 करोड़ रुपये घटकर 4,868.66 करोड़ रुपये रह गई। रोहन इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के बेटे और अक्षता उनकी बेटी हैं।

संवादपत्र

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