- Date : 12/04/2023
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IPL 2023: आईपीएल 2023 का एक्सपोजर 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है और यह साल 2018 में मिली कीमत से तीन गुना ज्यादा है। यही नहीं, आईपीएल अब यूनाइटेड स्टेट्स नैशनल फुटबॉल लीग (NFL) के बाद दूसरा सबसे मूल्यवान स्पोर्ट्स इवेंट है।

IPL 2023: इंडियन प्रीमियर लीग का 16वां सीजन जारी है और हर मैच रोमांच की नई परिभाषा गढ़ रहा है। इसी के साथ यह स्पोर्ट्स इवेंट पुराने आयोजनों के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ रहा है। 2008 में अपनी शुरुआत के बाद से यह लीग भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI), फ्रेंचाइजी ऑनर्स, स्पॉन्सर, ब्रॉडकास्टर, स्टेडियम और खिलाड़ियों समेत अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स के लिए उच्च मूल्यों के साथ काफी बड़ा हो गया है। बीसीसीआई ने इस सेशन में मीडिया राइट्स की बिक्री से 48,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है। यह 2018 में मिली प्राइस से तीन गुना ज्यादा है। ऐसे में आईपीएल अब यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल फुटबॉल लीग के बाद दूसरा सबसे वैन्यूएबल स्पोर्ट्स इवेंट है।
आपको बता दें कि अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स की बड़ी स्पैंडिग कैपासिटी के साथ इंडियन प्रीमियर लीग के लिए रिस्क वैन्यू इस साल लगभग 10,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि रिस्क को कम करने के लिए अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स ने रेवेन्यू के किसी भी नुकसान से खुद को बचाने के लिए अलग-अलग तरह के इंश्योरेंस कवर लिए हैं। आईपीएल में शामिल स्टेकहोल्डर्स में बीसीसीआई, प्रसारक, प्रायोजक, फ्रेंचाइजी मालिक और सहायक सेवा प्रदाता शामिल हैं।
दरअसल, स्टेकहोल्डर्स को चिंता रहती है कि अप्रत्याशित घटनाएं, जैसे कि वेदर कंडिशंस, दंगे, खिलाड़ी की फीस का नुकसान, खिलाड़ी से संबंधित जोखिम जैसे दुर्घटना या चोट या बीमारी और चिकित्सा लागत की वजह से फीस के नुकसान के कारण किसी भी रेवेन्यू लॉस को कवर करने की जरूरत है। एलायंस इंश्योरेंस ब्रोकर्स में एसोसिएट डायरेक्टर-स्पोर्ट्स शाइस्ता वलजी का कहना है कि आईपीएल एशिया में सबसे बड़ी स्पोर्ट्स लीग है और इस साल कुल जोखिम 10,000 करोड़ रुपये से ऊपर होने का अनुमान है। मुख्य रूप से नए खिलाड़ियों की उपस्थिति और पूरे आईपीएल ईकोसिस्टम में शामिल स्टेकहोल्डर्स की बड़ी और लगातार बढ़ती खर्च क्षमता के कारण रिक्स भी ज्यादा हो जाता है।
IPL 2023: इंडियन प्रीमियर लीग का 16वां सीजन जारी है और हर मैच रोमांच की नई परिभाषा गढ़ रहा है। इसी के साथ यह स्पोर्ट्स इवेंट पुराने आयोजनों के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ रहा है। 2008 में अपनी शुरुआत के बाद से यह लीग भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI), फ्रेंचाइजी ऑनर्स, स्पॉन्सर, ब्रॉडकास्टर, स्टेडियम और खिलाड़ियों समेत अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स के लिए उच्च मूल्यों के साथ काफी बड़ा हो गया है। बीसीसीआई ने इस सेशन में मीडिया राइट्स की बिक्री से 48,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है। यह 2018 में मिली प्राइस से तीन गुना ज्यादा है। ऐसे में आईपीएल अब यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल फुटबॉल लीग के बाद दूसरा सबसे वैन्यूएबल स्पोर्ट्स इवेंट है।
आपको बता दें कि अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स की बड़ी स्पैंडिग कैपासिटी के साथ इंडियन प्रीमियर लीग के लिए रिस्क वैन्यू इस साल लगभग 10,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि रिस्क को कम करने के लिए अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स ने रेवेन्यू के किसी भी नुकसान से खुद को बचाने के लिए अलग-अलग तरह के इंश्योरेंस कवर लिए हैं। आईपीएल में शामिल स्टेकहोल्डर्स में बीसीसीआई, प्रसारक, प्रायोजक, फ्रेंचाइजी मालिक और सहायक सेवा प्रदाता शामिल हैं।
दरअसल, स्टेकहोल्डर्स को चिंता रहती है कि अप्रत्याशित घटनाएं, जैसे कि वेदर कंडिशंस, दंगे, खिलाड़ी की फीस का नुकसान, खिलाड़ी से संबंधित जोखिम जैसे दुर्घटना या चोट या बीमारी और चिकित्सा लागत की वजह से फीस के नुकसान के कारण किसी भी रेवेन्यू लॉस को कवर करने की जरूरत है। एलायंस इंश्योरेंस ब्रोकर्स में एसोसिएट डायरेक्टर-स्पोर्ट्स शाइस्ता वलजी का कहना है कि आईपीएल एशिया में सबसे बड़ी स्पोर्ट्स लीग है और इस साल कुल जोखिम 10,000 करोड़ रुपये से ऊपर होने का अनुमान है। मुख्य रूप से नए खिलाड़ियों की उपस्थिति और पूरे आईपीएल ईकोसिस्टम में शामिल स्टेकहोल्डर्स की बड़ी और लगातार बढ़ती खर्च क्षमता के कारण रिक्स भी ज्यादा हो जाता है।