IT Recession: विप्रो, टेक महिंद्रा, टीसीएस समेत देश की प्रमुख आईटी कंपनियों में 96 फीसदी तक गिरी हायरिंग, जानिए कब खत्म होगा रिसेशन का दौर?

IT Recession: व्यापक आर्थिक स्थितियों और मांग में गिरावट के कारण आईटी सेक्टर में पहले से ही मंदी चल रही थी, लेकिन इस साल फरवरी-मार्च में बैंकिंग संकट के कारण आईटी कंपनियों को और परेशानी में डाल दिया है। साल 2022-23 में बड़ी संख्या में आईटी कंपनी ने भर्तियों में कमी की है।

IT Recession

IT Recession: टेक महिंद्रा ने पिछले सप्ताह जारी रिपोर्ट में बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 30,119 की तुलना में वित्त वर्ष 2023 में उन्होंने सिर्फ 1,227 लोगों को ही भर्ती किया है जोकि 95.93 प्रतिशत की महत्वपूर्ण गिरावट  है। इसी तरह की गिरावट विप्रो की हायरिंग संख्या में दर्ज की गई। वित्त वर्ष 23 में कंपनी ने 13,793 लोगों को नौकरी दी जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में उन्होंने 45,416 लोगों की हायरिंग की थी।

वित्तीय वर्ष 2023-24 में TCS, Infosys और HCLTech में हायरिंग जबर्रदस्त तरीके से गिरी है। आईटी सेक्टर पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के मुताबिक आईटी सेवाओं की मांग में गिरावट के कारण कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है।

फोरकाइट्स (एपीएसी) में एचआर डायरेक्टर कल्याण दुरैराज के मुताबिकृ मौजूदा मंदी और आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण आईटी कंपनियां अपनी भर्ती योजनाओं को लेकर सतर्क हो रही हैं। यही वजह है कि हायरिंग प्रोसेस काफी धीमा हो गया है। 

टीसीएस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर एन. गणपति सुब्रमण्यम ने एक इंटरव्यू में बताया कि  फरवरी और मार्च के बीच अमेरिका में बैंकिंग संकट हुआ जिसने चीजों को थोड़ा धीमा कर दिया। हमारे कई ग्राहकों ने महसूस किया कि यह थोड़ा सतर्क रहने का समय है। 

Q4 FY23 के दौरान भारत में प्रमुख आईटी कंपनियों के मैनेजमेंट ने संकेत दिया कि वे अगली कुछ तिमाहियों के लिए भर्ती करते समय इस सतर्क दृष्टिकोण को जारी रखेंगे। कंपनियां एआई में बढ़ती रुचि के साथ उत्पादकता में सुधार के लिए ऑटोमेशन का उपयोग करने पर विचार कर रही हैं।

IT Recession: टेक महिंद्रा ने पिछले सप्ताह जारी रिपोर्ट में बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 30,119 की तुलना में वित्त वर्ष 2023 में उन्होंने सिर्फ 1,227 लोगों को ही भर्ती किया है जोकि 95.93 प्रतिशत की महत्वपूर्ण गिरावट  है। इसी तरह की गिरावट विप्रो की हायरिंग संख्या में दर्ज की गई। वित्त वर्ष 23 में कंपनी ने 13,793 लोगों को नौकरी दी जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में उन्होंने 45,416 लोगों की हायरिंग की थी।

वित्तीय वर्ष 2023-24 में TCS, Infosys और HCLTech में हायरिंग जबर्रदस्त तरीके से गिरी है। आईटी सेक्टर पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के मुताबिक आईटी सेवाओं की मांग में गिरावट के कारण कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है।

फोरकाइट्स (एपीएसी) में एचआर डायरेक्टर कल्याण दुरैराज के मुताबिकृ मौजूदा मंदी और आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण आईटी कंपनियां अपनी भर्ती योजनाओं को लेकर सतर्क हो रही हैं। यही वजह है कि हायरिंग प्रोसेस काफी धीमा हो गया है। 

टीसीएस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर एन. गणपति सुब्रमण्यम ने एक इंटरव्यू में बताया कि  फरवरी और मार्च के बीच अमेरिका में बैंकिंग संकट हुआ जिसने चीजों को थोड़ा धीमा कर दिया। हमारे कई ग्राहकों ने महसूस किया कि यह थोड़ा सतर्क रहने का समय है। 

Q4 FY23 के दौरान भारत में प्रमुख आईटी कंपनियों के मैनेजमेंट ने संकेत दिया कि वे अगली कुछ तिमाहियों के लिए भर्ती करते समय इस सतर्क दृष्टिकोण को जारी रखेंगे। कंपनियां एआई में बढ़ती रुचि के साथ उत्पादकता में सुधार के लिए ऑटोमेशन का उपयोग करने पर विचार कर रही हैं।

संवादपत्र

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