- Date : 09/12/2022
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लैंडमार्क कार्स का आईपीओ 13 दिसंबर को जारी होगा जिसमें ₹150 करोड़ के नए शेयर पेश किए जाएँगे।

IPO: ऑटोमोटिव डीलरशिप चैन लैंडमार्क कार्स लिमिटेड 13 दिसंबर को अपना सार्वजनिक प्रारंभिक प्रस्ताव (आईपीओ) जारी करने जा रही है। इस आईपीओ के तहत ₹552 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए प्राइस बैंड ₹481-₹506 के बीच निश्चित किया गया है। इस आईपीओ के लिए 15 दिसंबर तक खरीदारी की जा सकेगी जबकि एंकर निवेशकों के लिए 12 दिसंबर से ही प्रस्ताव खुल जाएगा।
आईपीओ के माध्यम से ₹150 करोड़ के नए शेयर बेचे जाएँगे और ₹402 करोड़ के शेयर ऑफर फॉर सेल (ओएफएस, OFS) के अंतर्गत बेचे जाएँगे।
आईपीओ की अन्य जानकारी
- आईपीओ में ओएफएस के अंतर्गत TPG ग्रोथ I
- आईपीओ से जुटाई गई रकम का उपयोग ऋण चुकाने के लिए किया जाएगा। साथ ही सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी इस रकम का उपयोग होगा।
- इस इश्यू में 50% हिस्सा योग्यता प्राप्त संस्थागत निवेशकों के लिए सुरक्षित रखा गया है। 35% खुदरा निवेशकों के लिए और 15% गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए सुरक्षित रखा गया है।
- लैंडमार्क कार्स आईपीओ के लिए 29 शेयर के लॉट में खरीदारी की जा सकती है। खुदरा निजी निवेशकों के लिए अधिकतम लॉट की संख्या 13 होगी। यानी किसी भी निवेशक द्वारा अधिकतम 377 शेयर खरीदे जा सकते हैं जिसका प्राइस बैंड के अनुसार मूल्य होगा ₹1,90,762।
- एक्सिस कैपिटल और आईसीआईसीआई सिक्यॉरिटीज इस इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर होंगे।
- 23 दिसंबर को कंपनी के इक्विटी शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और भारतीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सूचीबद्ध होंगे।
यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम
कंपनी का विवरण
लैंडमार्क कार्ड TPG द्वारा समर्थित कंपनी है जो प्रमुखता से मर्सिडीज बेंज, होंडा कार, जीप, फोक्सवैगन ओर रेनॉल्ट की डीलरशिप करती है। इसके साथ भारत की एक प्रमुख ऑटोमोटिव रिटेल बिज़नेस में यह नाम कमा चुकी है। कंपनी की ऑटोमोटिव रिटेल वैल्यू क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। कंपनी की सेवाओं में वाहनों की बिक्री के साथ बिक्री के बाद लगने वाली सेवाएँ जैसे सर्विस और रिपेयर शामिल हैं। कंपनी स्पेयर पार्ट्स, लुब्रिकेंट्स और अन्य सामग्री (एक्सेसरीज़) भी बेचती है।
कंपनी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 2020 में उसे ₹28.93 करोड़ का नुकसान हुआ था। जबकि उसके वाहनों की बिक्री में 24.36% की गिरावट आई थी और राजस्व 21.51% से फिसला था। हालाँकि नुकसान के प्रमुख कारण कोविड-19 महामारी का प्रभाव और भारत मिशन स्टेज IV इंजिन व्हीकल के पूरे स्टॉक को बाजार में खपाने के लिए ग्राहकों को दी गई बड़ी छूट थे।
यह भी पढ़ें: मार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?
Landmark cars ipo review
IPO: ऑटोमोटिव डीलरशिप चैन लैंडमार्क कार्स लिमिटेड 13 दिसंबर को अपना सार्वजनिक प्रारंभिक प्रस्ताव (आईपीओ) जारी करने जा रही है। इस आईपीओ के तहत ₹552 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए प्राइस बैंड ₹481-₹506 के बीच निश्चित किया गया है। इस आईपीओ के लिए 15 दिसंबर तक खरीदारी की जा सकेगी जबकि एंकर निवेशकों के लिए 12 दिसंबर से ही प्रस्ताव खुल जाएगा।
आईपीओ के माध्यम से ₹150 करोड़ के नए शेयर बेचे जाएँगे और ₹402 करोड़ के शेयर ऑफर फॉर सेल (ओएफएस, OFS) के अंतर्गत बेचे जाएँगे।
आईपीओ की अन्य जानकारी
- आईपीओ में ओएफएस के अंतर्गत TPG ग्रोथ I
- आईपीओ से जुटाई गई रकम का उपयोग ऋण चुकाने के लिए किया जाएगा। साथ ही सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी इस रकम का उपयोग होगा।
- इस इश्यू में 50% हिस्सा योग्यता प्राप्त संस्थागत निवेशकों के लिए सुरक्षित रखा गया है। 35% खुदरा निवेशकों के लिए और 15% गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए सुरक्षित रखा गया है।
- लैंडमार्क कार्स आईपीओ के लिए 29 शेयर के लॉट में खरीदारी की जा सकती है। खुदरा निजी निवेशकों के लिए अधिकतम लॉट की संख्या 13 होगी। यानी किसी भी निवेशक द्वारा अधिकतम 377 शेयर खरीदे जा सकते हैं जिसका प्राइस बैंड के अनुसार मूल्य होगा ₹1,90,762।
- एक्सिस कैपिटल और आईसीआईसीआई सिक्यॉरिटीज इस इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर होंगे।
- 23 दिसंबर को कंपनी के इक्विटी शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और भारतीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सूचीबद्ध होंगे।
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कंपनी का विवरण
लैंडमार्क कार्ड TPG द्वारा समर्थित कंपनी है जो प्रमुखता से मर्सिडीज बेंज, होंडा कार, जीप, फोक्सवैगन ओर रेनॉल्ट की डीलरशिप करती है। इसके साथ भारत की एक प्रमुख ऑटोमोटिव रिटेल बिज़नेस में यह नाम कमा चुकी है। कंपनी की ऑटोमोटिव रिटेल वैल्यू क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। कंपनी की सेवाओं में वाहनों की बिक्री के साथ बिक्री के बाद लगने वाली सेवाएँ जैसे सर्विस और रिपेयर शामिल हैं। कंपनी स्पेयर पार्ट्स, लुब्रिकेंट्स और अन्य सामग्री (एक्सेसरीज़) भी बेचती है।
कंपनी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 2020 में उसे ₹28.93 करोड़ का नुकसान हुआ था। जबकि उसके वाहनों की बिक्री में 24.36% की गिरावट आई थी और राजस्व 21.51% से फिसला था। हालाँकि नुकसान के प्रमुख कारण कोविड-19 महामारी का प्रभाव और भारत मिशन स्टेज IV इंजिन व्हीकल के पूरे स्टॉक को बाजार में खपाने के लिए ग्राहकों को दी गई बड़ी छूट थे।
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