to make your dream vacation a reality, a guide to raising funds

इस गाइड के जरिये हम आपके छुट्टी बिताने के लिए घूमने जाने के सपने को पूरा करने में मदद करना चाहते हैं।

to make your dream vacation a reality, a guide to raising funds

विदेशों में अपने जीवन साथी के साथ घूमने जाने का सपना हर किसी के मन में होता है। हम अपने इस सपने को पूरा करने में देरी इसलिए करते हैं क्योंकि हमें लगता है कि इतना खर्च नहीं उठा सकेंगे। और आखिर में हमारी प्लानिंग आखिरी मिनटों में होती है क्योंकि हम बेसब्र हो जाते हैं। लेकिन क्या इसके लिए कोई बेहतर तरीका नहीं है? एक ऐसा तरीका जिससे हमारा आर्थिक भविष्य में मुश्किल ना आए और किसी अंतरराष्ट्रीय स्थान पर घूमने जाने का सपना पूरा करने के लिए पूरे खर्च का बंदोबस्त भी हो जाए। 

हम आपकी कैसे मदद कर सकते हैं?

हमारे पास ये जानने का कोई तरीका नहीं है कि आप कहां घूमने जाना चाहते हैं। लेकिन हमने विकल्पों की एक लिस्ट तैयार की है, जिसके जरिए आप पैसे जुटाने के लिए विचार कर सकते हैं। याद रखें कि यह तरीके वीकेंड पर बाहर घूमने जाने या अचानक से किसी रोड ट्रिप पर निकल पड़ने के लिए नहीं है। इस गाइड के साथ हम घूमने जाने का सपना पूरा करने के उपाय ढूंढ रहे हैं। वह सपना जो आपने अपने जीवन साथी के साथ घूमने जाने के लिए देखा है और जिसका खर्च उठाने में आप कभी भी सक्षम नहीं होंगे।

उदाहरण के तौर पर, हमने एक खूबसूरत लेकिन महंगी जगह- यूरोप में फ्रांस की राजधानी पेरिस को चुना है।

पेरिस की यात्रा - बजट

अगर आप अपने जीवन साथी के साथ दुनिया के मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक पेरिस जाना चाहते हैं, तो इसके लिए के लिए कुछ लाख रुपए खर्च होंगे। चलिये हिसाब लगाते हैं। 

2 लोगों के आने-जाने के लिए फ्लाइट की टिकट:

5 महीने पहले बुक किया गया

1 लाख रुपए

4 सितारा होटल में दो लोगों के लिए रहने की व्यवस्था:

5 महीने पहले बुक किया गया

1.3 लाख रुपए

लॉयर वैली, वर्साइलेस पैलेस, सॉन्सियर, डिज़नीलैंड, नॉर्मैन्डी जैसी जगहों पर घूमने का खर्च

75,000 रुपए

वीजा शुल्क, शॉपिंग, यात्रा बीमा, और इमरजेंसी फंड

1 लाख रुपए

   

कुल

4 लाख रुपए (लगभग)

यात्रा के लिए पैसे जुटाना

जैसा कि ऊपर बताया गया है, आपको कई तरह के खर्च उठाने होंगे। शायद इनमें से सबसे महत्वपूर्ण यात्रा बीमा है क्योंकि ये सामान के नुकसान, फ्लाइट कैंसल होना और विदेश में इलाज खर्च जैसी अचानक होने वाली मुश्किलों में मदद करता है। इसलिए यात्रा बीमा एक खर्च नहीं बल्कि एक तरह का निवेश है।

कुछ विकल्प आपके लिए जल्द पैसा उपलब्ध करा सकते हैं, जबकि कुछ अन्य विकल्पों में आपको कई सालों तक इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि, किसी भी मामले में घूमने-फिरने के लिए पैसों का इंतजाम करने के लिए 3 साल से ज्यादा इंतजार करने का कोई औचित्य नहीं है। आइए कुछ विकल्पों पर नज़र डाल लेते हैं, जो आप दोनों की यात्रा के लिए पैसे जुटाने में मदद कर सकते हैं।

* पर्सनल लोन

अगर आप जल्दी पैसे चाहते हैं तो ये सबसे आसान तरीका है। हालांकि, ये सबसे महंगा भी होगा। अगर सही तरीके से योजना बनाई जाए तो 75,000 रुपए से 80,000 रुपए प्रति माह तक कमाने वाले दंपत्ति के लिए 3.5 लाख रुपए का पर्सनल लोन लेने में कोई दिक्कत नहीं होती है। 3 साल के लिए 3.5 लाख रुपए के पर्सनल लोन पर EMI का बोझ करीब 13,500 रुपए आएगा। पर्सनल लोन का पैसा बैंक द्वारा बिना किसी सवाल के आपके खाते में जमा कर दिया जाएगा। 

हालांकि, इस विकल्प के साथ कई नुकसानदायक पहलू भी हैं। सबसे पहले, आपको किसी खास वित्तीय लक्ष्य के लिए बचत की योजना बनाने का मौका नहीं मिलेगा। दूसरी बात, आपकी पेरिस यात्रा का खर्च ब्याज और प्रोसेसिंग शुल्क शामिल करने के बाद 4.93 लाख रुपए हो जाएगा। फिर, विदेशों में छुट्टियां मनाने के लिए पर्सनल लोन या बड़ी क्रेडिट लिमिट वाले क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना समझदारी नहीं होगी। 

* रेकरिंग डिपॉज़िट 

एक RD खोलकर और 9,700 रुपए हर महीने 7% की ब्याज दर पर 3 साल तक जमा करने से आप 4 लाख रुपए जमा कर लेंगे। हालांकि, आप पूरी रकम निकालने के लिए 3 साल तक इंतजार नहीं कर सकते हैं। आपको नीचे दिए गए तरीके से निकासी की योजना बनाने की जरूरत है।

खर्च

राशि

जब जरूरी हो

   होटल और फ्लाइट बुकिंग

    रु. 2.30 लाख 

      2 साल और 6 महीने

   वीजा शुल्क, शॉपिंग आदि

    रु. 50,000 

      2 साल और 9 महीने

    पेरिस का खर्च

    रु. 1.20 लाख रुपए

       3 साल

ज़रूरत पड़ने के समय आपके पार पूरी राशि जमा हो जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए आपको हर महीने 11,400 रुपए निवेश करना पड़ सकता है। 

चलिए देखते हैं कि क्या पेरिस घूमने जाने के लिए पैसे जुटाने का कोई सस्ता या तेज़ विकल्प है?

* म्यूचुअल फंड्स

भारत में 2016 के सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले म्यूचुअल फंड्स पर नजर डालने से पता चलता है कि कई सारे स्मॉल और मिडकैप फंड्स ने पिछले एक साल में 16-20% का रिटर्न दिया। वहीं इन फंड्स ने पिछले 3 साल में 200% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। बेहतर रिटर्न देने वाले म्यूचुअल फंड्स में अगर 20% सालाना रिटर्न का अनुमान लगाया जाए, तो हर महीने 7,700 रुपए की SIP से तीन साल में 4 लाख रुपए जमा हो जाएंगे।

आप अलग-अलग फंड जैसे स्मॉल कैप, लार्ज कैप, थीमैटिक फंड में निवेश कर जोखिम को कम कर सकते हैं, और रेकरिंग डिपॉज़िट से अधिक रिटर्न पा सकते हैं। अगर आप कम जोखिम लेना चाहते हैं, तो फिक्स्ड रिटर्न वाले डेट फंड में निवेश कर सकते हैं।

भारतीय टैक्स नियमों के मुताबिक अगर इक्विटी म्यूचुअल फंड में एक साल या ज्यादा समय के लिए निवेश किया जाता है, तो इसे लॉन्ग टर्म कैपिटल एसेट्स माना जाता है। इसी प्रकार अगर इक्विटी ओरिएंटेड फंड्स में तीन साल तक निवेश के बाद अपने पैसे निकालने पर इनके लाभांष या पूंजी लाभ में कोई टैक्स देना नहीं होगा। अगर आप कम जोखिम वाले डेट फंड्स में निवेश करते हैं, तो 3 साल से पहले निकलने पर कमाई पर टैक्स स्लैब के मुताबिक टैक्स देना होगा। वहीं, 3 साल या उससे ज्यादा के समय तक निवेश पर इंडेक्सेशन के बाद 20% और बिना इंडेक्सेशन के 10% टैक्स देना होगा। इक्विटी फंड्स पर डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स 10%, वहीं डेट फंड्स पर 25% है, साथ ही सरचार्ज अलग से शामिल होते हैं। लेकिन निवेशकों को डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स काटकर डिविडेंड दिया जाता है।

* शेयर बाज़ार

इंफोसिस जैसी ब्लूचिप कंपनी ने पिछले 3 सालों में 28% का रिटर्न दिया है। इस तरह के रिटर्न की अगर उम्मीद की जाए तो आप हर महीने सिर्फ 5,000 रुपए से भी कम निवेश कर 3.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं।

हालांकि, इक्विटी और म्यूचुअल फंड निवेश के साथ जोखिम ये है कि पिछले प्रदर्शन के आधार पर भविष्य में भी उस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद नहीं रखी जा सकती है। इसके अलावा, पूंजी के नुकसान का भी खतरा रहता है। रेकरिंग डिपॉज़िट में इस तरह का कोई जोखिम नहीं रहता है।

इसका दूसरा पक्ष यह है कि आप अपनी पेरिस यात्रा के लिए 1.5 लाख से 2 लाख रुपए 3 साल तक निवेश के जरिए जुटा सकते हैं। यात्रा के लिए बाकी रकम आपके निवेश के जरिए जमा हो जाएगी। शेयरों में एक साल से ज्यादा समय तक निवेश पर आपको 1 लाख रुपए से अधिक लाभ होने पर ही 10% टैक्स देना होगा। एक वित्त वर्ष में 1 लाख रुपए तक की कमाई पर कोई लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा। 1 साल से पहले शेयर बेचने पर 15% शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होगा।

म्यूचुअल फंड और इक्विटी निवेश के मामले में, आप अपने रिटर्न को बढ़ाने के लिए समय-समय पर सही योजना के साथ बदलाव कर सकते हैं। इससे हर महीने की निकासी किए बगैर, अलग-अलग अवधि के निकासी प्रबंधन में मदद मिलेगी।

निष्कर्ष

आपको कब से बचत करना शुरू करना चाहिए? अगर आप शेयर बाजार में निवेश के लिए तैयार हैं, तो आप केवल 12 महीने में अपना फंड तैयार कर सकते हैं। अगर आप हर महीने 8,000 से 10,000 रुपए से अधिक निवेश नहीं कर सकते हैं, तो म्यूचुअल फंड और रेकरिंग डिपॉज़िट में 3 साल का समय देना होगा। अगर आप जल्दी यात्रा की तैयारी में हैं, तब पर्सनल लोन ही एकमात्र विकल्प होगा। अब कुछ भी हो देर ना करें, और आज से ही योजना बनाना शुरू करें।

संवादपत्र

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