- Date : 15/09/2022
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सरकारी योजना पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) एक गारंटीड रिटर्न स्कीम है।

PPF small savings: हम सब ने पढ़ रखा है कि बूंद-बूंद से घट भरे, लेकिन जब निवेश की बात आती है तो अक्सर ग्राहक छोटी बचत को नजरंदाज कर जाते हैं। छोटी लेकिन लगातार की जाने वाली बचत भविष्य में एक बड़ी रकम का आकार ले सकती है जो आपके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध हो सकती है। सरकार द्वारा लागू की गई पब्लिक प्रॉविडेंट फंड योजना इसी तरह की योजना है। पोस्ट ऑफिस में लागू की गई यह योजना ग्राहक को छोटी-छोटी लेकिन हर दिन की जाने वाली बचत से बड़ा फंड तैयार करने में मदद करती है। यदि ग्राहक इस स्कीम में प्रतिदिन ₹250 का निवेश कर सकें तो स्कीम के मैच्योर होने पर ग्राहक को ₹24.40 लाख का रिटर्न जरूर मिलेगा। इसका मतलब है ग्राहक को हर महीने ₹7500 का निवेश करना होगा।
पोस्ट ऑफिस में जारी किया गया यह पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक लंबी अवधि का निवेश है और लोगों की इसमें खासी दिलचस्पी भी है। इस स्कीम के लिए मैच्योरिटी की अवधि 15 साल है। इस पर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के फायदे मिलते हैं। इस सरकारी स्कीम में रिटर्न की पूरी गारंटी दी जाती है। आम तौर पर जरूरी खर्चों जैसे बच्चों की पढ़ाई, शादी-ब्याह आदि के साथ रिटायरमेंट के बाद की योजना के लिए छोटी बचत की इस स्कीम का बहुत उपयोग किया जाता है।
यह भी पढ़ें: मार्केट करेक्शन से लाभ के लिए रणनीतियों का उपयोग
छोटी बचत से 24 लाख का रिटर्न
- प्रतिदिन बचत: ₹250
- प्रतिमाह बचत: ₹7500
- वार्षिक बचत और निवेश: ₹90,000
- ब्याज की दर: 7.1% (वार्षिक कंपाउंड)
- निवेश की अवधि: 15 वर्ष
- कुल निवेश: ₹13.50 लाख
- मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम: ₹24.4 लाख
- ब्याज से मिलने वाला फायदा: ₹10.91 लाख
पीपीएफ स्कीम के लाभ
- पीपीएफ द्वारा ग्राहकों को 7.1% की दर से ब्याज दिया जाता है जो किसी भी बैंक के द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट पर दिए जाने वाले ब्याज की दर से ज्यादा है। लंबी अवधि के निवेश के कारण कंपाउंड ब्याज का फायदा मिलता है।
- पीपीएफ की यह स्कीम सेक्शन 80सी के अंतर्गत आती है जिसके कारण इस पर कर में छूट मिलती है। साल में इस स्कीम में ₹1.5 लाख का अधिकतम निवेश किया जा सकता है। इस निवेश पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि पर टैक्स नहीं लगता।
- पीपीएफ स्कीम के अंतर्गत खाताधारक को एक वर्ष पूर्ण होने पर निवेश में जमा की हुई रकम पर लोन मिल सकता है। सरकार इस निवेश पर सॉवरेन गारंटी देती है यानी निवेश सुरक्षित रहता है। साथ ही रिटर्न की भी गारंटी होती है।
- पीपीएफ खाताधारक के लिए एक और सुविधा है कि इसके नियमों के अनुसार यदि खाताधारक कर्ज में डिफ़ॉल्ट करता है तो पीपीएफ में निवेश की गई रकम की कोर्ट के आदेश (डिक्री) द्वारा कुर्की नहीं की जा सकती।
यह भी पढ़ें: एचयूएफ खाते से कर बचाना। एचयूएफ बनाने के फायदे और नुकसान
What are Small Savings Schemes?
PPF small savings: हम सब ने पढ़ रखा है कि बूंद-बूंद से घट भरे, लेकिन जब निवेश की बात आती है तो अक्सर ग्राहक छोटी बचत को नजरंदाज कर जाते हैं। छोटी लेकिन लगातार की जाने वाली बचत भविष्य में एक बड़ी रकम का आकार ले सकती है जो आपके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध हो सकती है। सरकार द्वारा लागू की गई पब्लिक प्रॉविडेंट फंड योजना इसी तरह की योजना है। पोस्ट ऑफिस में लागू की गई यह योजना ग्राहक को छोटी-छोटी लेकिन हर दिन की जाने वाली बचत से बड़ा फंड तैयार करने में मदद करती है। यदि ग्राहक इस स्कीम में प्रतिदिन ₹250 का निवेश कर सकें तो स्कीम के मैच्योर होने पर ग्राहक को ₹24.40 लाख का रिटर्न जरूर मिलेगा। इसका मतलब है ग्राहक को हर महीने ₹7500 का निवेश करना होगा।
पोस्ट ऑफिस में जारी किया गया यह पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक लंबी अवधि का निवेश है और लोगों की इसमें खासी दिलचस्पी भी है। इस स्कीम के लिए मैच्योरिटी की अवधि 15 साल है। इस पर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के फायदे मिलते हैं। इस सरकारी स्कीम में रिटर्न की पूरी गारंटी दी जाती है। आम तौर पर जरूरी खर्चों जैसे बच्चों की पढ़ाई, शादी-ब्याह आदि के साथ रिटायरमेंट के बाद की योजना के लिए छोटी बचत की इस स्कीम का बहुत उपयोग किया जाता है।
यह भी पढ़ें: मार्केट करेक्शन से लाभ के लिए रणनीतियों का उपयोग
छोटी बचत से 24 लाख का रिटर्न
- प्रतिदिन बचत: ₹250
- प्रतिमाह बचत: ₹7500
- वार्षिक बचत और निवेश: ₹90,000
- ब्याज की दर: 7.1% (वार्षिक कंपाउंड)
- निवेश की अवधि: 15 वर्ष
- कुल निवेश: ₹13.50 लाख
- मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम: ₹24.4 लाख
- ब्याज से मिलने वाला फायदा: ₹10.91 लाख
पीपीएफ स्कीम के लाभ
- पीपीएफ द्वारा ग्राहकों को 7.1% की दर से ब्याज दिया जाता है जो किसी भी बैंक के द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट पर दिए जाने वाले ब्याज की दर से ज्यादा है। लंबी अवधि के निवेश के कारण कंपाउंड ब्याज का फायदा मिलता है।
- पीपीएफ की यह स्कीम सेक्शन 80सी के अंतर्गत आती है जिसके कारण इस पर कर में छूट मिलती है। साल में इस स्कीम में ₹1.5 लाख का अधिकतम निवेश किया जा सकता है। इस निवेश पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि पर टैक्स नहीं लगता।
- पीपीएफ स्कीम के अंतर्गत खाताधारक को एक वर्ष पूर्ण होने पर निवेश में जमा की हुई रकम पर लोन मिल सकता है। सरकार इस निवेश पर सॉवरेन गारंटी देती है यानी निवेश सुरक्षित रहता है। साथ ही रिटर्न की भी गारंटी होती है।
- पीपीएफ खाताधारक के लिए एक और सुविधा है कि इसके नियमों के अनुसार यदि खाताधारक कर्ज में डिफ़ॉल्ट करता है तो पीपीएफ में निवेश की गई रकम की कोर्ट के आदेश (डिक्री) द्वारा कुर्की नहीं की जा सकती।
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