- Date : 25/04/2023
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Mark Zuckerberg Meta Bonus: मेटा की फाइलिंग में कहा गया है कि बोनस इंडीविजुअल परफॉर्मेंस कैलकुलेशन पर बेस्ड थे और जिन्होंने 75 पर्सेंट से ज्यादा परफॉर्म किया, उन्हें बोनस का लाभ दिया गया है।

Mark Zuckerberg Meta Bonus: ऐसे समय में जब मेटा ने हजारों कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया है या हटाने की घोषणा कर रही है, वहीं फेसबुक के स्वामित्व वाली यह कंपनी करोड़ों रुपये के बोनस भी बांट रही है और इसे लेकर हंगामा मच गया है। मेटा को कर्मचारियों की कड़ी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा है। दरअसल, कंपनी में हाल के समय में छंटनी और स्टॉक डिप्स के बावजूद शीर्ष अधिकारियों को साल 2022 में लाखों रुपये का बोनस मिला है।
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के साथ एक वर्चुअल क्वेश्चन-आंसर सेशन के दौरान इस बारे में पता चला है। कर्मचारियों ने मेटा सीईओ से बोनस के बारे में पूछा। सीएफओ सुसान ली, सीपीओ क्रिस्टोपर कॉक्स, सीओओ जेवियर ओलिवन, सीटीओ एंड्रयू बोसवर्थ, स्ट्रैटजी ऑफिसर डेविड व्हेनर और पूर्व सीओओ शेरिल सैंडबर्ग को बोनस दिया गया। एक कार्यकारी को तो 7.70 करोड़ रुपये तक का बोनस दिया गया।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट की मानें तो कुछ कर्मचारियों ने पूछा कि छंटनी करने वाले विकल्पों के लिए जिम्मेदार होने के बावजूद कार्यकारी टीम को हाई-परफॉर्मेंस रिव्यूज क्यों मिले। एक कर्मचारी ने कहा कि पूरी कार्यकारी टीम को ईई/जीई रेटिंग क्यों मिली, जबकि वे उन विकल्पों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं, जिनके कारण हमें 20 फीसदी से ज्यादा छंटनी करनी पड़ी। इसमें कंपनी की जवाबदेही कहां है?
कंपनी की फाइलिंग में कहा गया है कि बोनस इंडीविजुअल परफॉर्मेंस पर बेस्ड थे। कार्यकारिणी ने लक्ष्य से कहीं ज्यादा अपेक्षाओं को पार किया और इस वजह से उन्हें 6 डिजिट बोनस मिला है। जकरबर्ग ने कथित तौर पर बोनस का बचाव किया, जिसमें कहा गया था कि कुछ अधिकारियों ने विस्तारित दायरे में ले लिया था और नई भूमिकाओं में कदम रखा था। हालांकि, कर्मचारियों ने उनकी प्रतिक्रिया की आलोचना की। आपको बता दें कि मेटा एकमात्र ऐसी टेक कंपनी नहीं है, जिसने डाउनसाइजिंग के बीच बंपर बोनस बांटा। अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को साल 2022 में लगभग 226 मिलियन डॉलर मिले।
Mark Zuckerberg Meta Bonus: ऐसे समय में जब मेटा ने हजारों कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया है या हटाने की घोषणा कर रही है, वहीं फेसबुक के स्वामित्व वाली यह कंपनी करोड़ों रुपये के बोनस भी बांट रही है और इसे लेकर हंगामा मच गया है। मेटा को कर्मचारियों की कड़ी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा है। दरअसल, कंपनी में हाल के समय में छंटनी और स्टॉक डिप्स के बावजूद शीर्ष अधिकारियों को साल 2022 में लाखों रुपये का बोनस मिला है।
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के साथ एक वर्चुअल क्वेश्चन-आंसर सेशन के दौरान इस बारे में पता चला है। कर्मचारियों ने मेटा सीईओ से बोनस के बारे में पूछा। सीएफओ सुसान ली, सीपीओ क्रिस्टोपर कॉक्स, सीओओ जेवियर ओलिवन, सीटीओ एंड्रयू बोसवर्थ, स्ट्रैटजी ऑफिसर डेविड व्हेनर और पूर्व सीओओ शेरिल सैंडबर्ग को बोनस दिया गया। एक कार्यकारी को तो 7.70 करोड़ रुपये तक का बोनस दिया गया।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट की मानें तो कुछ कर्मचारियों ने पूछा कि छंटनी करने वाले विकल्पों के लिए जिम्मेदार होने के बावजूद कार्यकारी टीम को हाई-परफॉर्मेंस रिव्यूज क्यों मिले। एक कर्मचारी ने कहा कि पूरी कार्यकारी टीम को ईई/जीई रेटिंग क्यों मिली, जबकि वे उन विकल्पों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं, जिनके कारण हमें 20 फीसदी से ज्यादा छंटनी करनी पड़ी। इसमें कंपनी की जवाबदेही कहां है?
कंपनी की फाइलिंग में कहा गया है कि बोनस इंडीविजुअल परफॉर्मेंस पर बेस्ड थे। कार्यकारिणी ने लक्ष्य से कहीं ज्यादा अपेक्षाओं को पार किया और इस वजह से उन्हें 6 डिजिट बोनस मिला है। जकरबर्ग ने कथित तौर पर बोनस का बचाव किया, जिसमें कहा गया था कि कुछ अधिकारियों ने विस्तारित दायरे में ले लिया था और नई भूमिकाओं में कदम रखा था। हालांकि, कर्मचारियों ने उनकी प्रतिक्रिया की आलोचना की। आपको बता दें कि मेटा एकमात्र ऐसी टेक कंपनी नहीं है, जिसने डाउनसाइजिंग के बीच बंपर बोनस बांटा। अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को साल 2022 में लगभग 226 मिलियन डॉलर मिले।