- Date : 05/06/2023
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मॉनसून को लेकर मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया अरब सागर में चक्रवाती तूफान के बनने से केरल तट पर बादल कम बन रहे हैं लिहाजा पहली बारिश में हो सकती है कुछ दिनों की देरी।

Monsoon Latest Update: जून की भीषण गर्मी के बाद सबसे ज्यादा किसी चीज का इंतजार किया जाता है तो वो है मॉनसून। मॉनसून को लेकर मौसम विभाग के अधिकारियों ने बड़ा अप्डेट दिया है। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अरब सागर में चक्रवाती तूफान के बनने से केरल तट पर बादल कम बन रहे हैं। गौरतलब है कि देश की 70 फीसदी आबादी मॉनसून पर निर्भर करती है। मॉनसून की गड़बड़ी से खाद्य सामानों की पैदावार में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है क्योंकि सिंचाई के लिए आज भी बड़ी संख्या में किसान बारिश पर ही निर्भर करते हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक चार जून को केरल तट पर मॉनसून आने की खबर है। मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर चक्रवाती संरचना केरल तट से नमी खींच रही है। माना जा रहा है कि अगले दो से तीन दिनों के भीतर केरल में मॉनसून आ सकता है। मॉनसून की बारिश से उन किसानों को राहत मिलेगी जो सिंचाई के लिए बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
भारत की लगभग आधी कृषि भूमि पर फसलों को उगाने के लिए किसान जून-सितंबर की बारिश पर निर्भर करते हैं। मानसून देर से शुरू होने से चावल, कपास, मक्का, सोयाबीन और गन्ने की बुवाई में देरी हो सकती है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक मॉनसून समय से पूरे देश को कवर कर लेगा। उन्होंने कहा कि एक बार केरल के ऊपर बादल जम गए तो यहां से फिर ये तेजी से आगे बढ़ेंगे। भारत के मौसम कार्यालय ने जून के लिए औसत से कम बारिश की भविष्यवाणी की है, मानसून के जुलाई, अगस्त और सितंबर में बढ़ने की उम्मीद है।