- Date : 26/05/2023
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि जून से सितंबर की अवधि के दौरान सामान्य बारिश की संभावना 43 फीसदी है, जबकि सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना 11 फीसदी है।

Monsoon Prediction 2023: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक जून से सितंबर तक उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून की बारिश सामान्य से कम रहने की उम्मीद है। आईएमडी ने दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन के अपने दूसरे पूर्वानुमान में कहा है कि बारिश पर निर्भर मुख्य कृषि क्षेत्रों सहित भारत के शेष सभी हिस्सों में बारिश सामान्य रहेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक कम बारिश का असर उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों पर पड़ेगा जिसमें पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख धान उत्पादक राज्य शामिल हैं। आईएमडी ने 96 प्रतिशत पर सामान्य मॉनसून बारिश के अपने पूर्वानुमान को दोहराया।
आईएमडी ने कहा कि जून से सितंबर की अवधि के दौरान सामान्य बारिश की संभावना 43 फीसदी है, जबकि सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना 11 फीसदी है। सामान्य से कम और कम बारिश की संभावना क्रमश: 25 फीसदी और 20 फीसदी है।
आईएमडी ने कहा है कि मानसून दक्षिण प्राय द्वीपीय भारत, पूर्व मध्य भारत के कुछ क्षेत्रों और उत्तर-पूर्वी भारत में सामान्य से ऊपर रहेगा, जबकि पश्चिम मध्य भारत से सटे उत्तर-पश्चिम भारत में यह सामान्य से नीचे रह सकता है। जून की बारिश देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से कम और दक्षिणी भारत में सामान्य से अधिक होगी।
आईएमडी के अनुसार अरब सागर के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की स्थितियां अनुकूल हो रही हैं और उम्मीद है कि शुरुआत पहले की तरह ही होगी।
आईएमडी ने कहा है कि 29 मई के आसपास अरब सागर के ऊपर एक चक्रवात विकसित हुआ है जो मानसून के प्रवाह को मजबूत कर सकता है। इसने आशा व्यक्त की कि चक्रवात के दबाव के कारण इसकी शुरुआत इसकी पूर्वानुमान तिथि से भी आगे हो सकती है।
Monsoon Prediction 2023: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक जून से सितंबर तक उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून की बारिश सामान्य से कम रहने की उम्मीद है। आईएमडी ने दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन के अपने दूसरे पूर्वानुमान में कहा है कि बारिश पर निर्भर मुख्य कृषि क्षेत्रों सहित भारत के शेष सभी हिस्सों में बारिश सामान्य रहेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक कम बारिश का असर उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों पर पड़ेगा जिसमें पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख धान उत्पादक राज्य शामिल हैं। आईएमडी ने 96 प्रतिशत पर सामान्य मॉनसून बारिश के अपने पूर्वानुमान को दोहराया।
आईएमडी ने कहा कि जून से सितंबर की अवधि के दौरान सामान्य बारिश की संभावना 43 फीसदी है, जबकि सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना 11 फीसदी है। सामान्य से कम और कम बारिश की संभावना क्रमश: 25 फीसदी और 20 फीसदी है।
आईएमडी ने कहा है कि मानसून दक्षिण प्राय द्वीपीय भारत, पूर्व मध्य भारत के कुछ क्षेत्रों और उत्तर-पूर्वी भारत में सामान्य से ऊपर रहेगा, जबकि पश्चिम मध्य भारत से सटे उत्तर-पश्चिम भारत में यह सामान्य से नीचे रह सकता है। जून की बारिश देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से कम और दक्षिणी भारत में सामान्य से अधिक होगी।
आईएमडी के अनुसार अरब सागर के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की स्थितियां अनुकूल हो रही हैं और उम्मीद है कि शुरुआत पहले की तरह ही होगी।
आईएमडी ने कहा है कि 29 मई के आसपास अरब सागर के ऊपर एक चक्रवात विकसित हुआ है जो मानसून के प्रवाह को मजबूत कर सकता है। इसने आशा व्यक्त की कि चक्रवात के दबाव के कारण इसकी शुरुआत इसकी पूर्वानुमान तिथि से भी आगे हो सकती है।