- Date : 24/11/2020
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बेरोजगारी और नौकरी छूटने जैसी मुश्किलें बिना किसी पूर्व चेतावनी के आ सकती हैं। लेकिन इसका सामना सकारात्मक तरीके से करना ही इस मुश्किल को दूर करने का सबसे बेहतर तरीका है।

डेविड के पास एक अच्छी सैलरी वाली और सुकून भरी नौकरी थी। लेकिन दुर्भाग्यवश, उसकी कंपनी अपना आकार कम कर रही थी। जिसके चलते उसे नौकरी से निकाल दिया गया, और उसे यह उम्मीद बिल्कुल नहीं थी। उसका सबकुछ खो गया था, वह दुखी था और उसे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करे। लेकिन यही वो समय है जब आपको अतिरिक्त सावधानी बरतने और हड़बड़ी में कोई कदम न उठाने की जरूरत है। यदि आपकी नौकरी चली गई है तो यहां कुछ चीजें बताई गई हैं जिन्हें आपको कभी नहीं करना चाहिए।
1. व्यक्तिगत न लें
आपकी कंपनी शायद कर्मचारियों की छंटनी के वास्तविक कारण का खुलासा न करे। किसी कंपनी का आकार कम करने या फिर कर्मचारी को हटाने के पीछे कई कारण होते हैं। यह निर्णय काफी विचार-विमर्श के बाद लिया जाता है। ऐसे में महत्वपूर्ण है कि आप नकारात्मक विचारों को अपने ऊपर हावी न होने दें। भले ही आपको इसके लिए कितनी ही कोशिश क्यों न करनी पड़े। नकारात्मक सोचने से आपको कोई फायदा नहीं होगा। उल्टा किसी नई नौकरी के इंटरव्यू में यह आपकी असफलता का कारण भी बन सकता है। समस्या का समाधान ढूंढने के लिए खुद को वक्त दें और फिर निष्पक्ष रूप से निर्णय लें कि इस परिस्थिति से कैसे निपटा जाए।
2. परेशान न हों
नौकरी का जाना अक्सर हमें भयभीत कर जाता है। इस परिस्थिति में शांत रहें और खुद को हुए नुकसान पर अटके रहने के बजाय उपयुक्त विकल्प के बारे में सोचें। इस समय स्पष्ट सोचना और एकाग्र होना विशेष रूप से बेहद महत्वपूर्ण हैं। याद रखें, विकल्प बहुत अधिक हैं; बस आपको सही विकल्प चुनना है। इसलिए नौकरी छूट जाने को अपने निर्णय पर हावी न होने दें। अपनी मौजूदा कंपनी से आपको नौकरी से निकाले जाने के लिए और वक्त देने के लिए बातचीत कीजिए। इससे आपको अपने पैरों पर दोबारा खड़ा होने के लिए ज्यादा समय मिल जाएगा। ऐसे संभावित संपर्कों की लिस्ट तैयार करें जिनके पास आप जा सकते हैं और आपको मदद मिल सकती है। इस दौरान दूसरी नौकरियों के लिए एप्लाई कीजिए। साथ ही इस खाली समय में अपनी योग्यता को और बेहतर बनाने का प्रयास करिए।
3. कर्ज न लें
जब आपकी नौकरी छूट जाती है, तब जो पहली बात आपके दिमाग में आती है, वह यह कि, “मेरी ईएमआई का क्या होगा?" भुगतान न करने से मुश्किलें और बढ़ जाएंगी क्योंकि इससे आपके ऊपर और भी कर्ज चढ सकता है। अपना कर्ज चुकाने के दूसरे विकल्पों की तलाश करें और कर्ज के जंजाल में उलझने से बचने का प्रयास करें। आप अपने कर्ज चुकाने के लिए अपने खर्चों में कटौती कर सकते हैं या फिर अपने कर्जदाता से कुछ रियायत के लिए बातचीत कर सकते हैं। यदि आप अपने ऋणदाता के साथ कर्ज चुकाने से जुड़ी अपनी कठिनाई के बारे में बात करते हैं, तो हो सकता है कि आपकी मदद करने के लिए उनके पास भी कोई बेहतर रास्ता हो।

4. लोगों से दूरी न बनाएं
नौकरी छूटने के बाद लोगों से दूरी बना लेना आपके लिए चीजों को आसान नहीं बनाएगा। लोगों से बचने की बजाय बेहतर होगा कि आप स्वस्थ और उत्पादक सामाजिक मेल-मिलाप में शामिल हों। यह बेहद जरूरी है कि आप बाहर निकलें और नई संभावनाओं की तलाश करें। घर पर बैठे रहने की बजाए कोई सार्थक काम करने से आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। अपनी मौजूदा स्थिति से दिमाग हटाने के लिए आप खुद को किसी उत्पादक गतिविधि में व्यस्त रख सकते हैं।
5. अपनी रिटायरमेंट पूंजी को खर्च न करें
नौकरी छूटने के बाद अपनी रिटायरमेंट सेविंग का खर्च करने की सलाह नहीं दी जाती है। कुछ समय के बाद आपको रिटायरमेंट कोष में फिर से निवेश करना होगा, लेकिन ऐसा करने से हो सकता है कि आपको पहले जैसे रिटर्न न मिलें। यदि आप अपने रिटायरमेंट कोष से जल्दी पैसे निकाल लेते हैं तो यह आपको कुछ साल पीछे ले जा सकता है। इसकी बजाए, जब तक आपको नौकरी न मिल जाए, तब तक आप अपने इमर्जेंसी फंड से काम चलाने का प्रयास करें।
6. सिर्फ अच्छे ऑफर्स का इंतजार न करें
एक ऐसे समय और दौर में जहां रोजगार के अवसर बहुत कम और खर्चे अंतहीन हैं। आप तब तक इंतजार नहीं कर सकते जब तक आपको सही नौकरी न मिल जाए। आपके पास जो भी अच्छे अवसर आएं उसका फायदा उठाएं। जब तक आपको अपने मन मुताबिक नौकरी न मिल जाए तब तक पार्ट टाइम नौकरी करें या फिर फ्रीलांस काम भी कर सकते हैं। जबतक आपको सही नौकरी न मिल जाए तब तक यह आपको वित्तीय रूप से भी मदद करेगा।
7. अपना ध्यान रखें
नौकरी छूटने के बाद आपके तनाव का स्तर सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में जरूरी है कि आप खुद का ख्याल रखना न भूलें। अपने आप को शांत एवं केंद्रित रखने के लिए योग, ध्यान या इसी प्रकार की अन्य क्लासेज़ ले सकते हैं। यह आपको तनाव मुक्त होने में मदद करेगा। साथ ही आपको यह सोचने का भी समय देगा कि अब आपका अगला कदम क्या होना चाहिए। ये कोर्सेज़ ऑनलाइन भी मिल सकते हैं, ऐसे में आप अपनी सुविधानुसार इन्हें घर पर भी कर सकते हैं।
8. संबंध बनाए रखें
ख्याल रखें कि पुरानी कंपनी से आपकी निकासी किसी कटु अनुभव के साथ न हो। किसी अनुचित व्यवहार पर ध्यान केंद्रित करने की बजाए भविष्य की सोच रखकर काम करने की कोशिश करें। पुरानी कंपनी और नियोक्ता के अपशब्दों के भूलकर सकारात्मक पक्षों पर ध्यान केंद्रित करें। यदि आप सभी के साथ अच्छा तालमेल बनाए रखेंगे, तो संभव है कि यदि निकट भविष्य में कोई अवसर पैदा होता है तो आपका नियोक्ता आपसे फिर संपर्क करे।

अंतत:
नौकरी जाना कोई असामान्य बात नहीं है, लेकिन इससे वापसी करना असंभव भी नहीं है। असल बात यह है कि आप इससे कैसे मुकाबला करते हैं और क्या चीज़ आपको आगे बढ़ने में मदद कर सकती है। ऐसे में, जो गलत हुआ उसे कोसने की बजाय आपको क्या करने की ज़रूरत है इस पर ध्यान केंद्रित रहें। अपने करीबियों से बात करें और जो अवसर आपको मिलें उनका फायदा उठाएं। इससे पहले कि आप यह समझ पाएं, आप दोबारा खड़े चुके हैं।
डेविड के पास एक अच्छी सैलरी वाली और सुकून भरी नौकरी थी। लेकिन दुर्भाग्यवश, उसकी कंपनी अपना आकार कम कर रही थी। जिसके चलते उसे नौकरी से निकाल दिया गया, और उसे यह उम्मीद बिल्कुल नहीं थी। उसका सबकुछ खो गया था, वह दुखी था और उसे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करे। लेकिन यही वो समय है जब आपको अतिरिक्त सावधानी बरतने और हड़बड़ी में कोई कदम न उठाने की जरूरत है। यदि आपकी नौकरी चली गई है तो यहां कुछ चीजें बताई गई हैं जिन्हें आपको कभी नहीं करना चाहिए।
1. व्यक्तिगत न लें
आपकी कंपनी शायद कर्मचारियों की छंटनी के वास्तविक कारण का खुलासा न करे। किसी कंपनी का आकार कम करने या फिर कर्मचारी को हटाने के पीछे कई कारण होते हैं। यह निर्णय काफी विचार-विमर्श के बाद लिया जाता है। ऐसे में महत्वपूर्ण है कि आप नकारात्मक विचारों को अपने ऊपर हावी न होने दें। भले ही आपको इसके लिए कितनी ही कोशिश क्यों न करनी पड़े। नकारात्मक सोचने से आपको कोई फायदा नहीं होगा। उल्टा किसी नई नौकरी के इंटरव्यू में यह आपकी असफलता का कारण भी बन सकता है। समस्या का समाधान ढूंढने के लिए खुद को वक्त दें और फिर निष्पक्ष रूप से निर्णय लें कि इस परिस्थिति से कैसे निपटा जाए।
2. परेशान न हों
नौकरी का जाना अक्सर हमें भयभीत कर जाता है। इस परिस्थिति में शांत रहें और खुद को हुए नुकसान पर अटके रहने के बजाय उपयुक्त विकल्प के बारे में सोचें। इस समय स्पष्ट सोचना और एकाग्र होना विशेष रूप से बेहद महत्वपूर्ण हैं। याद रखें, विकल्प बहुत अधिक हैं; बस आपको सही विकल्प चुनना है। इसलिए नौकरी छूट जाने को अपने निर्णय पर हावी न होने दें। अपनी मौजूदा कंपनी से आपको नौकरी से निकाले जाने के लिए और वक्त देने के लिए बातचीत कीजिए। इससे आपको अपने पैरों पर दोबारा खड़ा होने के लिए ज्यादा समय मिल जाएगा। ऐसे संभावित संपर्कों की लिस्ट तैयार करें जिनके पास आप जा सकते हैं और आपको मदद मिल सकती है। इस दौरान दूसरी नौकरियों के लिए एप्लाई कीजिए। साथ ही इस खाली समय में अपनी योग्यता को और बेहतर बनाने का प्रयास करिए।
3. कर्ज न लें
जब आपकी नौकरी छूट जाती है, तब जो पहली बात आपके दिमाग में आती है, वह यह कि, “मेरी ईएमआई का क्या होगा?" भुगतान न करने से मुश्किलें और बढ़ जाएंगी क्योंकि इससे आपके ऊपर और भी कर्ज चढ सकता है। अपना कर्ज चुकाने के दूसरे विकल्पों की तलाश करें और कर्ज के जंजाल में उलझने से बचने का प्रयास करें। आप अपने कर्ज चुकाने के लिए अपने खर्चों में कटौती कर सकते हैं या फिर अपने कर्जदाता से कुछ रियायत के लिए बातचीत कर सकते हैं। यदि आप अपने ऋणदाता के साथ कर्ज चुकाने से जुड़ी अपनी कठिनाई के बारे में बात करते हैं, तो हो सकता है कि आपकी मदद करने के लिए उनके पास भी कोई बेहतर रास्ता हो।

4. लोगों से दूरी न बनाएं
नौकरी छूटने के बाद लोगों से दूरी बना लेना आपके लिए चीजों को आसान नहीं बनाएगा। लोगों से बचने की बजाय बेहतर होगा कि आप स्वस्थ और उत्पादक सामाजिक मेल-मिलाप में शामिल हों। यह बेहद जरूरी है कि आप बाहर निकलें और नई संभावनाओं की तलाश करें। घर पर बैठे रहने की बजाए कोई सार्थक काम करने से आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। अपनी मौजूदा स्थिति से दिमाग हटाने के लिए आप खुद को किसी उत्पादक गतिविधि में व्यस्त रख सकते हैं।
5. अपनी रिटायरमेंट पूंजी को खर्च न करें
नौकरी छूटने के बाद अपनी रिटायरमेंट सेविंग का खर्च करने की सलाह नहीं दी जाती है। कुछ समय के बाद आपको रिटायरमेंट कोष में फिर से निवेश करना होगा, लेकिन ऐसा करने से हो सकता है कि आपको पहले जैसे रिटर्न न मिलें। यदि आप अपने रिटायरमेंट कोष से जल्दी पैसे निकाल लेते हैं तो यह आपको कुछ साल पीछे ले जा सकता है। इसकी बजाए, जब तक आपको नौकरी न मिल जाए, तब तक आप अपने इमर्जेंसी फंड से काम चलाने का प्रयास करें।
6. सिर्फ अच्छे ऑफर्स का इंतजार न करें
एक ऐसे समय और दौर में जहां रोजगार के अवसर बहुत कम और खर्चे अंतहीन हैं। आप तब तक इंतजार नहीं कर सकते जब तक आपको सही नौकरी न मिल जाए। आपके पास जो भी अच्छे अवसर आएं उसका फायदा उठाएं। जब तक आपको अपने मन मुताबिक नौकरी न मिल जाए तब तक पार्ट टाइम नौकरी करें या फिर फ्रीलांस काम भी कर सकते हैं। जबतक आपको सही नौकरी न मिल जाए तब तक यह आपको वित्तीय रूप से भी मदद करेगा।
7. अपना ध्यान रखें
नौकरी छूटने के बाद आपके तनाव का स्तर सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में जरूरी है कि आप खुद का ख्याल रखना न भूलें। अपने आप को शांत एवं केंद्रित रखने के लिए योग, ध्यान या इसी प्रकार की अन्य क्लासेज़ ले सकते हैं। यह आपको तनाव मुक्त होने में मदद करेगा। साथ ही आपको यह सोचने का भी समय देगा कि अब आपका अगला कदम क्या होना चाहिए। ये कोर्सेज़ ऑनलाइन भी मिल सकते हैं, ऐसे में आप अपनी सुविधानुसार इन्हें घर पर भी कर सकते हैं।
8. संबंध बनाए रखें
ख्याल रखें कि पुरानी कंपनी से आपकी निकासी किसी कटु अनुभव के साथ न हो। किसी अनुचित व्यवहार पर ध्यान केंद्रित करने की बजाए भविष्य की सोच रखकर काम करने की कोशिश करें। पुरानी कंपनी और नियोक्ता के अपशब्दों के भूलकर सकारात्मक पक्षों पर ध्यान केंद्रित करें। यदि आप सभी के साथ अच्छा तालमेल बनाए रखेंगे, तो संभव है कि यदि निकट भविष्य में कोई अवसर पैदा होता है तो आपका नियोक्ता आपसे फिर संपर्क करे।

अंतत:
नौकरी जाना कोई असामान्य बात नहीं है, लेकिन इससे वापसी करना असंभव भी नहीं है। असल बात यह है कि आप इससे कैसे मुकाबला करते हैं और क्या चीज़ आपको आगे बढ़ने में मदद कर सकती है। ऐसे में, जो गलत हुआ उसे कोसने की बजाय आपको क्या करने की ज़रूरत है इस पर ध्यान केंद्रित रहें। अपने करीबियों से बात करें और जो अवसर आपको मिलें उनका फायदा उठाएं। इससे पहले कि आप यह समझ पाएं, आप दोबारा खड़े चुके हैं।