- Date : 26/08/2022
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अडानी का नाम जुड़ने के साथ ही एनडीटीवी के शेयरों में चल रही तेजी और बढ़ गई है।

NDTV Shares: आजकल टीवी ब्रॉडकास्टिंग कंपनी एनडीटीवी, एनडीवी पर हर जगह चर्चा चल रही है, कारण भले अलग-अलग हों पर यह नाम अब सुर्खियों में शामिल है। भारत और एशिया के सबसे धनी उद्यमी गौतम अडानी ने इसमें अधिकतर शेयर खरीदने की घोषणा की है। जिसके बाद एनडीटीवी के शेयर पिछले दो दिन से रोज अपर सर्किट में आ रहे हैं।
चेन्नई की जानीमानी निवेशक डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो में शामिल एनडीटीवी के शेयर की कीमत में पिछले तीन महीनों में 156 प्रतिशत तेजी आई है। गौतम अडानी की एनडीटीवी के शेयरों को खरीदने की घोषणा के बाद इस शेयर में लगातार बढ़त जारी है। पिछले दो दिन यानी 24 अगस्त से इसके शेयरों में लगातार अपर सर्किट लग रहा है। 25 अगस्त को एनडीटीवी का शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में पांच प्रतिशत बढ़कर 403.70 रुपए पर पहुंच गया। 14 साल में यह उसकी उच्चतम कीमत है। इसके पहले 4 जनवरी 2008 को यह शेयर अपनी अबतक की उच्चतम स्तर 512 रुपए पर पहुँचा था। चेन्नई की प्रसिद्ध निवेशक डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो में शामिल इस शेयर ने पिछले तीन महीने में 156 प्रतिशत बढ़त दर्ज की है। इस तीन महीने में बीएसई के सेंसेक्स में 10.5 प्रतिशत की तेजी आई है।
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डॉली खन्ना, अडानी और एनडीटीवी के शेयर
वैसे तो अडानी का नाम जुड़ने के पहले से ही एनडीटीवी के शेयरों में तेजी आनी शुरु हो गई थी और पिछले छह महीने में यह 181 प्रतिशत और एक साल में 435 प्रतिशत ऊपर गया है। जून 2022 में समाप्त हुई तिमाही के अंत तक डॉली खन्ना के पास एनडीटीवी के 645,276 इक्विटी शेयर थे। पिछली तिमाही में उन्होंने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी में 0.29 प्रतिशत कटौती की है। मार्च 2022 में समाप्त हुई तिमाही में डॉली खन्ना के पास एनडीटीवी के 1.29 प्रतिशत यानी 832,228 शेयर थे। जबकि 2021 के सितंबर अंत में कंपनी में उनकी 1.09 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। डॉली खन्ना हमेशा अनजान मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर जोर देती हैं।
हाल ही में अडानी समूह ने एनडीटीवी में 29 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है। साथ ही खुले प्रस्ताव के माध्यम से कंपनी की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी और खरीदने की तैयारी चल रही है। कंपनी के प्रमोटरों ने बताया कि इस सौदे को आगे बढ़ाने के लिए अडानी समूह को सेबी से लेनदेन की मंजूरी लेनी होगी। इसलिए इस सौदे में अभी देर हो सकती है। गौरतलब है कि एनडीटीवी के शेयरों पर भी इसका असर पड़ सकता है। लोगों की निगाहें इस सौदे पर टिकी हुई हैं।
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Video to be embedded: Dolly khanna portfolio 2022
NDTV Shares: आजकल टीवी ब्रॉडकास्टिंग कंपनी एनडीटीवी, एनडीवी पर हर जगह चर्चा चल रही है, कारण भले अलग-अलग हों पर यह नाम अब सुर्खियों में शामिल है। भारत और एशिया के सबसे धनी उद्यमी गौतम अडानी ने इसमें अधिकतर शेयर खरीदने की घोषणा की है। जिसके बाद एनडीटीवी के शेयर पिछले दो दिन से रोज अपर सर्किट में आ रहे हैं।
चेन्नई की जानीमानी निवेशक डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो में शामिल एनडीटीवी के शेयर की कीमत में पिछले तीन महीनों में 156 प्रतिशत तेजी आई है। गौतम अडानी की एनडीटीवी के शेयरों को खरीदने की घोषणा के बाद इस शेयर में लगातार बढ़त जारी है। पिछले दो दिन यानी 24 अगस्त से इसके शेयरों में लगातार अपर सर्किट लग रहा है। 25 अगस्त को एनडीटीवी का शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में पांच प्रतिशत बढ़कर 403.70 रुपए पर पहुंच गया। 14 साल में यह उसकी उच्चतम कीमत है। इसके पहले 4 जनवरी 2008 को यह शेयर अपनी अबतक की उच्चतम स्तर 512 रुपए पर पहुँचा था। चेन्नई की प्रसिद्ध निवेशक डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो में शामिल इस शेयर ने पिछले तीन महीने में 156 प्रतिशत बढ़त दर्ज की है। इस तीन महीने में बीएसई के सेंसेक्स में 10.5 प्रतिशत की तेजी आई है।
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डॉली खन्ना, अडानी और एनडीटीवी के शेयर
वैसे तो अडानी का नाम जुड़ने के पहले से ही एनडीटीवी के शेयरों में तेजी आनी शुरु हो गई थी और पिछले छह महीने में यह 181 प्रतिशत और एक साल में 435 प्रतिशत ऊपर गया है। जून 2022 में समाप्त हुई तिमाही के अंत तक डॉली खन्ना के पास एनडीटीवी के 645,276 इक्विटी शेयर थे। पिछली तिमाही में उन्होंने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी में 0.29 प्रतिशत कटौती की है। मार्च 2022 में समाप्त हुई तिमाही में डॉली खन्ना के पास एनडीटीवी के 1.29 प्रतिशत यानी 832,228 शेयर थे। जबकि 2021 के सितंबर अंत में कंपनी में उनकी 1.09 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। डॉली खन्ना हमेशा अनजान मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर जोर देती हैं।
हाल ही में अडानी समूह ने एनडीटीवी में 29 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है। साथ ही खुले प्रस्ताव के माध्यम से कंपनी की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी और खरीदने की तैयारी चल रही है। कंपनी के प्रमोटरों ने बताया कि इस सौदे को आगे बढ़ाने के लिए अडानी समूह को सेबी से लेनदेन की मंजूरी लेनी होगी। इसलिए इस सौदे में अभी देर हो सकती है। गौरतलब है कि एनडीटीवी के शेयरों पर भी इसका असर पड़ सकता है। लोगों की निगाहें इस सौदे पर टिकी हुई हैं।
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