Stock and Commodity Market: अंतरराष्ट्रीय बाजार में नई हलचल, तेल की कीमतों में अचानक तेजी, क्या फिर बढ़ेगी महंगाई? जानिए असली वजह

अंतरराष्ट्रीय मार्केट एक बार फिर बेचैन हो उठा है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की आग और तेज होने की आशंका एक बार फिर शुरू होने के साथ स्टॉक और कमोडिटी बाजार में हलचल तेज हो गई है। कच्चे तेल के दाम अचानक बढ़ गए हैं।

Stock and Commodity Market

Stock and Commodity Market: अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक बार फिर हलचल शुरू हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अचानक यूक्रेन दौरे पर पहुंचने और इस बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन का देश के नाम संबोधन में युद्ध को जायज ठहराने की घटनाओं के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में आशंका के बादल फिर छा गए हैं। यही वजह है कि कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखने को मिला तो वहीं बेस मेटल्स के दाम भी बढ़ गए हैं। 

दरअसल, रूस और यूक्रेन युद्ध की जब शुरुआत हुई थी उसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में भूचाल आ गया था। लेकिन अब धीरे-धीरे बाजार में रौनक लौटी है। इस युद्ध को एक साल होने के कारण अब लोग मान रहे थे कि दोनों देश थक चुके हैं। ऐसे में अब वे शांति की तरफ बढ़ सकते हैं। 


उधर, अमेरिका, यूरोप सहित अन्य देशों की अर्थव्यवस्था भी पटरी पर लौटती दिख रही है। महंगाई पर भी लगाम लगती दिख रही है। लेकिन इन सबके बीच अचानक इन दो घटनाओं ने बाजार को फिर से आशंकाओं से घेर दिया है। 


जो बाइडेन कीव पहुंचते हैं और ऐलान कर देते हैं कि हम यूक्रेन के साथ हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति भी खुश होकर बोल देते हैं कि अब हम युद्ध जीत लेंगे। ये बात रूसी राष्ट्रपति को नागवार गुजरती है और वे देश के नाम संबोधन में युद्ध को सही ठहराते हैं और ऐलान करते हैं कि हम इसे जारी रखेंगे। 


अब इस घटनाक्रम के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच युद्ध की आग अभी और तेज भड़क सकती है। यही वजह है कि अब शेयर और कमोडिटी बाजार में एक नई हलचल शुरू हो गई है। अचानक से कच्चे तेल और बेस मेटल्स महंगे हो गए हैं। 


एक्सपर्ट मान रहे हैं कि अगर यह युद्ध और लंबा खींचा तो फिर बाजार में अनिश्चितता का माहौल बनेगा और महंगाई निश्चित रूप से एक बार फिर बढ़ेगी। भारत के नजरिए से बात करें तो यहां महंगाई पहले से ही है, ऐसे में भारतीय अर्थव्यव्स्था को बड़ा झटका लग सकता है। 

 

Stock and Commodity Market: अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक बार फिर हलचल शुरू हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अचानक यूक्रेन दौरे पर पहुंचने और इस बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन का देश के नाम संबोधन में युद्ध को जायज ठहराने की घटनाओं के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में आशंका के बादल फिर छा गए हैं। यही वजह है कि कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखने को मिला तो वहीं बेस मेटल्स के दाम भी बढ़ गए हैं। 

दरअसल, रूस और यूक्रेन युद्ध की जब शुरुआत हुई थी उसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में भूचाल आ गया था। लेकिन अब धीरे-धीरे बाजार में रौनक लौटी है। इस युद्ध को एक साल होने के कारण अब लोग मान रहे थे कि दोनों देश थक चुके हैं। ऐसे में अब वे शांति की तरफ बढ़ सकते हैं। 


उधर, अमेरिका, यूरोप सहित अन्य देशों की अर्थव्यवस्था भी पटरी पर लौटती दिख रही है। महंगाई पर भी लगाम लगती दिख रही है। लेकिन इन सबके बीच अचानक इन दो घटनाओं ने बाजार को फिर से आशंकाओं से घेर दिया है। 


जो बाइडेन कीव पहुंचते हैं और ऐलान कर देते हैं कि हम यूक्रेन के साथ हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति भी खुश होकर बोल देते हैं कि अब हम युद्ध जीत लेंगे। ये बात रूसी राष्ट्रपति को नागवार गुजरती है और वे देश के नाम संबोधन में युद्ध को सही ठहराते हैं और ऐलान करते हैं कि हम इसे जारी रखेंगे। 


अब इस घटनाक्रम के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच युद्ध की आग अभी और तेज भड़क सकती है। यही वजह है कि अब शेयर और कमोडिटी बाजार में एक नई हलचल शुरू हो गई है। अचानक से कच्चे तेल और बेस मेटल्स महंगे हो गए हैं। 


एक्सपर्ट मान रहे हैं कि अगर यह युद्ध और लंबा खींचा तो फिर बाजार में अनिश्चितता का माहौल बनेगा और महंगाई निश्चित रूप से एक बार फिर बढ़ेगी। भारत के नजरिए से बात करें तो यहां महंगाई पहले से ही है, ऐसे में भारतीय अर्थव्यव्स्था को बड़ा झटका लग सकता है। 

 

संवादपत्र

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