- Date : 21/03/2023
- Read: 2 mins
Nirav modi Bank Account: पीएनबी के हजारों करोड़ लेकर भागे नीरव मोदी के पास अब कोई पैसा नहीं बचा है। उसके खाते में एक टाइम खाना खाने लायक भी पैसा नहीं बचा है।

Nirav modi Bank Account: अर्श से फर्श पर गिरने किसे कहते हैं ये नीरव मोदी केस से समझा जा सकता है। कभी गुजरात के अरबपति हीरा व्यापारी रहे नीरव मोदी अपने सबसे खराब वित्तीय दौर से गुजर रहा हैं। हाल की रिपोर्टों के अनुसार नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (FDIPL) के खाते में सिर्फ और सिर्फ 236 रुपये बचे हैं। कोटक महिंद्रा बैंक ने SBI को इनकम टैक्स बकाए के तौर पर 2.46 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार दो अन्य बैंकों, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र को कुल देय राशि का एक हिस्सा ही मिल सकता है।
मोदी का पतन 2019 में शुरू हुआ जब उन्हें पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़ी बड़ी वित्तीय अनियमितताओं में कथित संलिप्तता के लिए लंदन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। 2021 में अदालत ने निर्देश दिया कि आर्थिक अपराधी अधिनियम के तहत FDIPL के लिए नियुक्त परिसमापक के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक को राशि जारी की जाए।
विशेष अदालत ने UBI और BoM को तीन महीने के भीतर अपने पिछले निर्देश का पालन करने और परिसमापक के खाते में पैसा ट्रांसफर करने का आदेश दिया। हालांकि अदालत ने पाया कि दोनों बैंकों ने आदेशों का पालन नहीं किया। परिसमापक ने अदालत को सूचित किया कि उन्होंने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से कंपनी के खाते में पड़ी राशि को ट्रांसफर करने के लिए कहा था, लेकिन बैंक ने ईमेल का जवाब नहीं दिया। बैंक ने सिर्फ 17 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए और बाकी पैसा ट्रांसफर नहीं किया।
नीरव मोदी पर भारत में तीन अलग-अलग क्रिमिनल केस चल रहे हैं। पहला मामला पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में धोखाधड़ी से संबंधित है, जिसके परिणामस्वरूप 700 मिलियन पाउंड से अधिक का नुकसान हुआ। दूसरा मामला पीएनबी धोखाधड़ी से मिली आय से मनी लॉन्ड्रिंग करने का मामला है। तीसरा मामला सीबीआई की कार्यवाही से जुड़े सबूतों और गवाहों के साथ छेड़छाड़ के आरोप शामिल हैं।
Nirav modi Bank Account: अर्श से फर्श पर गिरने किसे कहते हैं ये नीरव मोदी केस से समझा जा सकता है। कभी गुजरात के अरबपति हीरा व्यापारी रहे नीरव मोदी अपने सबसे खराब वित्तीय दौर से गुजर रहा हैं। हाल की रिपोर्टों के अनुसार नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (FDIPL) के खाते में सिर्फ और सिर्फ 236 रुपये बचे हैं। कोटक महिंद्रा बैंक ने SBI को इनकम टैक्स बकाए के तौर पर 2.46 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार दो अन्य बैंकों, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र को कुल देय राशि का एक हिस्सा ही मिल सकता है।
मोदी का पतन 2019 में शुरू हुआ जब उन्हें पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़ी बड़ी वित्तीय अनियमितताओं में कथित संलिप्तता के लिए लंदन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। 2021 में अदालत ने निर्देश दिया कि आर्थिक अपराधी अधिनियम के तहत FDIPL के लिए नियुक्त परिसमापक के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक को राशि जारी की जाए।
विशेष अदालत ने UBI और BoM को तीन महीने के भीतर अपने पिछले निर्देश का पालन करने और परिसमापक के खाते में पैसा ट्रांसफर करने का आदेश दिया। हालांकि अदालत ने पाया कि दोनों बैंकों ने आदेशों का पालन नहीं किया। परिसमापक ने अदालत को सूचित किया कि उन्होंने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से कंपनी के खाते में पड़ी राशि को ट्रांसफर करने के लिए कहा था, लेकिन बैंक ने ईमेल का जवाब नहीं दिया। बैंक ने सिर्फ 17 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए और बाकी पैसा ट्रांसफर नहीं किया।
नीरव मोदी पर भारत में तीन अलग-अलग क्रिमिनल केस चल रहे हैं। पहला मामला पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में धोखाधड़ी से संबंधित है, जिसके परिणामस्वरूप 700 मिलियन पाउंड से अधिक का नुकसान हुआ। दूसरा मामला पीएनबी धोखाधड़ी से मिली आय से मनी लॉन्ड्रिंग करने का मामला है। तीसरा मामला सीबीआई की कार्यवाही से जुड़े सबूतों और गवाहों के साथ छेड़छाड़ के आरोप शामिल हैं।