- Date : 19/05/2023
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स्मार्ट फोन की आदत बच्चों के लिए हो सकती है खतरनाक। एक रिसर्च में पाया कि बच्चों को कम उम्र में स्मार्टफोन की आदत डालने से वयस्क होने पर कई मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो सकती हैं।

Parents Alert: आजकल छोटे-छोटे बच्चों को स्मार्टफोन की आदत लगती जा रही है। कई माता पिता भी बड़े खुश होकर लोगों को बताते हैं कि उनका बच्चा मोबाइल खोल लेता है, ऐप खोलकर गाना चला लेता है या गेम खेल लेता है। माता-पिता को लगता है कि ये स्मार्टनेस की निशानी है लेकिन स्मार्टफोन आपके बच्चे के दिमाग पर क्या असर डाल रहा है ये कोई सोचने की जहमत नहीं उठाता। अमेरिका स्थित एक एनजीओ सेपियन लैब्स ने एक रिसर्च में पाया कि बच्चों को कम उम्र में स्मार्टफोन की आदत डालने से वयस्क होने पर कई मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो सकती हैं।
इसी शोध का समर्थन करते हुए Xiaomi India के पूर्व CEO और Jabong के पूर्व सह-संस्थापक ने मनु कुमार जैन भी माता-पिता से अनुरोध किया है कि वो बच्चों को मोबाइल से दूर रखें। यही नहीं, मनु जैन उन लोगों की लिस्ट में भी शामिल हैं जो बच्चों द्वारा स्मार्टफोन के इस्तेमाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मनु जैन ने शुक्रवार को एक लिंक्डइन पोस्ट में कहा कि माता पिता को मोबाइल-टैबलेट देने से बच्चों के मानसिक प्रभावों के बारे में बात करनी चाहिए।
बच्चों के दिमाग पर मोबाइल और टैबलेट के घातक असर के बारे में कई रिसर्च सामने आ चुकी है। बच्चों के डॉक्टर खास तौर पर पेरेंट्स को आगाह करते हैं कि वो बच्चों को मोबाइल या टीवी की आदत ना लगाएं। कई बार बच्चों का ध्यान भटकाने के लिए माता-पिता टीवी या मोबाइल चलाकर बच्चों को दे देते हैं जिससे धीरे-धीरे बच्चों को मोबाइल की आदत लग जाती है। आगे चलकर यही आदत बच्चों के मानसिक विकास में बाधा बनती है।