- Date : 05/07/2023
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) का कहना है कि वापस आए 2,000 रुपये के नोटों में से लगभग 87 पर्सेंट अलग-अलग बैंकों में जमा कराए गए हैं और बाकी 13 पर्सेंट को अन्य मूल्य वर्ग के बैंक नोटों में बदल दिया गया है।

2000 Rupees Notes Deposit: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) का कहना है कि वापस आए 2,000 रुपये के नोटों में से लगभग 87 पर्सेंट अलग-अलग बैंकों में जमा कराए गए हैं और बाकी 13 पर्सेंट को अन्य मूल्य वर्ग के बैंक नोटों में बदल दिया गया है।
2000 Rupees Notes Deposit: भारतीय रिज़र्व बैंक ने कहा है कि 19 मई को 2000 रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा के बाद 30 जून तक बैंकों को 76 फीसदी पुराने नोट मिल गए हैं और इन नोटों का कुल मूल्य 2.72 लाख करोड़ रुपये है। अलग-अलग बैंको से मिले डेटा के अनुसार प्रचलन में 2,000 रुपये के बैंक नोटों का कुल मूल्य, जो कि 31 मार्च 2023 को 3.62 लाख करोड़ रुपये था, अब 19 मई 2023 को इसे बंद किए जाने की घोषणा के बाद घटकर 3.56 लाख करोड़ रुपये हो गया था। 30 जून को प्रचलन में 2,000 रुपये के बैंक नोट करीब 84,000 करोड़ रुपये थे। करोड़।
आरबीआई ने कहा कि प्रमुख बैंकों से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि वापस मिले 2,000 रुपये के कुल बैंक नोटों में से लगभग 87 फीसदी डिपॉजिट के रूप में हैं और बाकी लगभग 13 पर्सेंट को अन्य मूल्य वर्ग के बैंक नोटों में बदल दिया गया है। आरबीआई ने कहा है कि जनता से अनुरोध है कि वे 30 सितंबर 2023 से पहले आखिरी कुछ दिनों में किसी भी भीड़ से बचने के लिए अपने पास रखे 2000 रुपये के बैंक नोटों को जमा करने या बदलने की प्रक्रिया अगले 3 महीनों में पूरी कर लें।
आपको बता दें कि 2,000 रुपये मूल्य के बैंक नोट नवंबर 2016 में पेश किए गए थे। उस समय प्रचलन में सभी 500 रुपये और 1,000 रुपये के बैंक नोटों को नोटबंदी करके वापस लेने का फैसला किया गया था। इसके बाद 500 रुपये और 2,000 रुपये के बैंक नोट शुरू किए गए थे। आरबीआई ने बाद में 2018-19 में 2,000 रुपये के बैंक नोटों की छपाई बंद कर दी थी। 2,000 रुपये मूल्य के लगभग 89 प्रतिशत बैंक नोट मार्च 2017 से पहले जारी किए गए थे और वे 4-5 साल के अपने अनुमानित जीवन काल के आखिरी चरण में हैं।