- Date : 07/12/2019
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सेहत बीमा योजना की विशेषताएँ जो हर कोई नहीं जानता है। इन्हें समझिए और आज ही इसका सबसे ज़्यादा उपयोग कीजिए।

मान लो,आप अपने मित्रों को उनके और उनके परिवार की चिंता करते हुए, एक सेहत योजना ख़रीदने के लिए मना रहे हैं। तो आपने लाभों की एक सूची बनाने का निर्णय लिया ताकि उन्हें समझाएँ कि वह क्या खो रहे हैं। आप कितनों की सूची बना सकते हैं? शायद 3 या चार?और वे लाभ क्या होंगे? अस्पताल के ख़र्चे,सूचीबद्ध अस्पतालों में नक़द रहित दाख़िला,रियायत, सभी परिवार के सदस्यों के लिए एक अकेला कवर..
और अब आप और भी विशेषताओं को याद करने के लिए अपना सिर खुजा रहे होंगे क्योंकि निश्चित ही यह और होनी चाहिए। आप एक या दो बेहतरीन विशेषताएँ पेश करना चाहते होंगे जिससे आपके मित्र तुरंत ही ऑनलाइन जाकर 1 सेहत बीमा पॉलिसी ख़रीद लें। या एक एजेंट को पकड़े जो उन्हें यह बेचे।
इस दुविधा में आप अकेले नहीं हैं। ज़्यादातर पॉलिसी धारकों को उनकी सेहत योजना कि विशेषताओं के बारे में जानकारी नहीं होती है। ना ही वह इसके लाभ का पूरी तरह फ़ायदा उठा पाते हैं। इसलिए यह 60 पृष्ठ के पॉलिसी के कागज़ात को पढ़कर याद रखना आसान नहीं है। और एक एजेंट भी आपको उतना ही समझा पाएगा क्योंकि आज कल सब लोग बहुत व्यस्त हैं। काफ़ी उचित बात है।
भारत में विभिन्न प्रकार के सेहत बीमा पॉलिसियाँ
व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा योजना
पारिवारिक फ्लोटर सेहत बीमा योजना
वरिष्ठ नागरिक सेहत बीमा योजना
गंभीर बीमारी के लिए बीमा योजना
सामूहिक /कर्मचारी सेहत बीमा योजना
व्यक्तिगत दुर्घटना कवर
मातृत्व बीमा योजना
तो आइए समझते हैं अनेकों सेहत योजनाआओ के कम ज्ञात विशेषताओं के बारे में:
1) सिर्फ़ एलोपैथिक उपचार के लिए नहीं: बीमा रेगुलेटरी विकास प्राधिकरण 2013 के दिशानिर्देशों के अनुसार सेहत योजना वैकल्पिक उपचार जैसे कि आयुर्वेद,यूनानी,सीद्धा और होम्योपैथी (आयुश) भी शामिल करती है।तब से कई सेहत बीमा कराने वालों को सरकारी अस्पतालों से या तो भारत की क्वालिटी परिषद और नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड (अस्पतालों और सेहत के लिए) के द्वारा वैकल्पिक उपचार प्रदान की जाती है।पिछले पाँच वर्षों में बीमा कंपनियों ने नियम और शर्तों के अंतर्गत लाभ प्रदान किए हैं।हालाँकि कुछ इसे प्राथमिक कवरेज योजना के सीमा के अंदर रखते हैं,और बाक़ी इसे उप-सीमा उपचार के अंतर्गत रखते हैं। तो यदि आप वैकल्पिक चिकित्सा के समर्थक हैं तो जाँचिए की आपकी सेहत योजना में यह शामिल है कि नहीं।
2) नि:शुल्क सेहत जाँच: आपकी सेहत योजना नि:शुल्क सेहत जाँच प्रदान करती है,जब तक कि यह योजना के अंतर्गत पूर्व कथित सीमा के अंदर आ रही है। यह योजना उन पॉलिसी धारकों के लिए उपलब्ध हैं जिन्होंने लगातार 4-5 क्लेम-मुक्त वर्ष दिए हैं।और भी बेहतर बात यह है की सेहत जाँच यदि पंजीकृत अस्पताल या केंद्र से हो तो नक़द रहित होती है। तो सुनिश्चित कीजिए आपकी सेहत जाँच मुफ़्त हो।
3) घरेलू या दैनिक उपचार: किसी भी बीमारी या चोट की,चिकित्सा देखरेख के अंदर उपचार की आपूर्ति, सेहत बीमा कम्पनियों द्वारा की जाती है। हालाँकि अस्पताल में भर्ती करना 1 सामान्य सहारा है, पर मरीज़ की कमज़ोर स्थिति या अस्पताल के कमरे का ना मिलना, इसे मुश्किल बना सकता है। यह लाभ कितनी राशि और कितने दिनों के लिए उपलब्ध है ,इसकी सीमा तय होती हैं,इसलिए इनके नियम व शर्तों से ख़ुद को रूबरू करवाइए। कुछ बीमा कम्पनियां ज़्यादा से ज़्यादा 500 दिन के घरेलू उपचार को कवर करती हैं।
4) कोई क्लेम् बोनस नहीं: यदि आप पॉलिसी वर्ष के लंबे कार्यकाल के दौरान दावा दायर नहीं करते हैं तो आप बोनस के हक़दार हैं। बोनस एक बड़ी राशि की बीमा हो सकती है(50 प्रतिशत तक) या वार्षिक नवीनीकरण दौरान प्रीमियम पर छूट हो सकती है। बीमा कंपनियां हर क्लेम-रहीत वर्ष की जगह एक संचयी बोनस भी प्रदान कर सकती है। जिस वर्ष आपने कोई क्लेम नहीं माँगा है, उस वर्ष इस लाभ को देखें।
5) आरोग्य लाभ या वसूली लाभ: आप की सेहत बीमा कंपनियां इस पॉलिसी काग़ज़ातों के अनुसार अतिरिक्त ख़र्च शामिल करने के लिए आपको एक मुश्त राशि चुका सकती है- जैसे की आय का नुक़सान या परिवार के सदस्यों की करुणामय मुलाक़ात, जो कि लंबे समय से अस्पताल में भर्ती के कारण हो सकती है। यह 7-12 दिन के लिए हो सकती है। इस विशेषता का लाभ उठाने के लिए नियम व शर्तों को पढ़े
6) नित नगद लाभ/ नित अस्पताल नगद भत्ता: अस्पताल में भर्ती के दौरान आपकी बीमा कंपनी आप को मुख्यधारा उपचार के खर्चों के अलावा अन्य ख़र्चे के लिए अतिरिक्त कवरेज देती है। यह भोजन और अस्पताल में आवागमन के लिए हो सकता है। आयी.सी.यू और आकस्मिक अस्पताल में भर्ती के दौरान भत्ते दो गुना हो सकते हैं। अगर यह उपलब्ध हैं तो इन के इस्तेमाल का ध्यान रखें।
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7) आजीवन नवीनीकरण: जब तक कि आप अपने प्रीमियम के नवीनीकरण का नियमित व सामूहिक भुगतान कर रहे हैं, आपकी पॉलिसी आजीवन बनी रहेगी।
8) बीमा आश्वासित बहाली या रिचार्ज: यदि आप ने अपने पॉलिसी के वार्षिक कार्यकाल के अंतर्गत की पूरी राशि ख़त्म कर दी है, तो सेहत बीमा कंपनी इसे आपके लिए रिचार्ज कर देगी, बशर्ते नियम व शर्तें लागू हो। बहाल करने की सुविधा भी उपलब्ध है जब पिछले क्लेम द्वारा जमा हुई पूरी राशि ख़त्म हो चुकी हो। यह कवरेज आम तौर पर भविष्य के लिए के लिए होती है ना कि पिछले क्लेम से सम्बंधित। कुछ बीमा कंपनियां एक पॉलिसी वर्ष के दौरान असीमित रीफिल करती है।
9) ओ.पी.डी उपचार: आपकी स्वास्थ्य योजना डॉक्टर के परामर्श शुल्क, रोग विज्ञान जाँच, और दवाइयों के खर्चों जैसे कई खर्चों की प्रतिपूर्ति कर सकती है। इस का दावा करने के लिए आपको अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं है।
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10) अंग प्रत्यारोपण: सेहत बीमा योजना, अंग प्रत्यारोपण के लिए सर्जरी लागत को या तो पूर्ण या तो हिस्सों में या एक अतिरिक्त लाभ की तरह शामिल करती है। विशेष रूप से, कवरेज का दायरा अंग की कटाई तक सीमित हैं और दाताओं के अस्पताल में भर्ती के ख़र्चे को छोड़कर, सर्जिकल जटिलताओं और स्क्रीनिंग की लागत को छोड़कर सीमित है।
11) सहायक भत्ता: बच्चों के लिए सेहत बीमा योजना में एक वयस्क साथी के लिए भी भत्ता दिया जाता है। कई स्थितियों में दिनों की संख्या और राशि पहले से तय होती है ।
12) दंत चिकित्सा और बैरिएट्रिक सर्जरी: सेहत योजनाएं, दंत चिकित्सा को भी कुछ उप - सीमाओं के साथ अब कई सालों में एक बार शामिल करने लगी हैं। अब एक सौंदर्य प्रसाधन प्रक्रिया न मानते हुए, मोटापे के मरीज़ों के लिए, बैरिएट्रिक सर्जरी, वज़न से संबंधित चिकित्सा स्थितियों को भी उनके जीवन सुरक्षा लाभ के लिए कवर करती है।
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13) लचीलापन: आप ऐसी सेहत योजनाएं पा सकते हैं जो आपकी उम्र की परवाह किए बिना आप को कवर देती है। रिटायरमेंट पर, आप एक फ्लोटर का चुनाव कर सकती हैं जो आपको और आपके साथी को आपके गोधूलि वर्षों में कवर प्रदान करेगी । इसी तरह कुछ सेहत बीमा कंपनियां ऐसी पॉलिसियां देती है जो केवल उन लोगों के लिए बनी हैं और जिन्हें पूर्व मौजूदा बीमारियों के कारण या पूर्व नीति चिकित्सा जाँच के कारण कवर नहीं किया गया है।
14) प्रतिपुर्ति क्लेम: यदि आपने किसी ग़ैर सूचीबद्ध अस्पताल से उपचार करवाया है, तो भी आप प्रतिपूर्ति का दावा कर सकते हैं। यदि अपूर्ण काग़ज़ी कार्यवाही के कारण एक नक़द रहित दावा ख़ारिज कर दिया गया है, तो काग़ज़ी कार्यवाही पूर्ण कर दोबारा प्रयास कर सकते हैं।
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15) मातृत्व ख़र्चे: यहाँ कुछ सेहत बीमा पॉलिसियां है जो विशेषकर मातृत्व के ख़र्चे के लिए बनायी गई है जिसमें प्रसव के दौरान अस्पताल में भरती होना, जन्म के पूर्व के ख़र्चे (जाँच और दवाइयां, साथ ही आपातकालीन एम्बुलेंस सेवाएँ) और जन्म के बाद के ख़र्चे (जाँच के लिए आना, दवाइयां, संबंधित पुष्टिकरण परीक्षण इत्यादि) यह नीतियाँ जन्म से 90 दिनों तक नवजात की चिकित्सक खर्चों को कवर करती है। इन नीतियों की प्रतीक्षा अवधि नौ महीने होती है।
16) अस्पताल में भर्ती होने के पहले और बाद के ख़र्चे: अस्पताल में भर्ती होने से पहले के ख़र्चे वे चिकित्सक ख़र्चे हैं, जिन्हें आप उन रोगो के लिए चुकाते हैं जिनके लिए आप बाद में दाख़िल होंगे। ज़्यादातर की सेहत बीमा योजनाएं इन चिकित्सक खर्चों को अस्पताल में भर्ती होने के कुछ 30-90 दिन पूर्व कवर करती है। उदाहरण के लिए, निदान के लिए डॉक्टर द्वारा बताया गया चिकित्सीय परीक्षण (खून जाँच, पेशाब जाँच और एक्सरे) और चिकित्सा स्थिति के उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के पूर्व के ख़र्चे हैं। अस्पताल में भर्ती के बाद के ख़र्चे वे चिकित्सीय ख़र्चे हैं जिन्में आप के अस्पताल में भर्ती होने के बाद की जाँच शामिल है। कई सेहत बीमा योजनाएं इन चिकित्सीय खर्चों को अस्पताल से छुट्टी के बाद, कुछ 45 से 90 दिनों तक कवर करती है। नैदानिक शुल्क, परामर्श शुल्क और दवाइयों के ख़र्चे अस्पताल में भर्ती होने के बाद के ख़र्चे के कुछ उदाहरण हैं जो इसमें कवर होते हैं। यदि आपकी सेहत बीमा कंपनियां बाह्य रोग विभाग या डे केयर प्रक्रियाएं प्रदान करती है तो फिजियोथैरेपी के ख़र्चे की प्रतिपूर्ति कर दी जाएगी। एक्यूपंचर और नैचुरोपैथी इसमें कवर नहीं होते हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों, दोनों के दावा करने के लिए अपने वास्तविक बिल रसीद और डॉक्टर के प्रमाण की कापियां और डिस्चार्ज सारांश सौंपे।
17) एम्बुलेंस के ख़र्चे: कुछ नीतियां एक पारिवारिक फ्लोटर योजना या ख़र्च के कवर के अंतर्गत एंबुलेंस के शुल्क की प्रतिपूर्ति करती है। साथ ही एक हवाई एम्बुलेंस, एक अतिरिक्त सुविधा की तरह निश्चित राशि कवर करती है।
सेहत बीमा के टैक्स लाभ क्या हैं?
सेहत बीमा के प्रकार
सर्वाधिक टैक्स कटौती सीमा
व्यक्तिगत सेहत बीमा प्रीमियम
25,000 रुपये
स्वयं या पति /पत्नी और बच्चो के लिए परिवार स्वास्थय बीमा प्रीमियम भुगतान (65 के उम्र के अंदर)
25,000 रुपये
सदस्यों के लिए परिवार स्वास्थय बीमा प्रीमियम भुगतान (65 के उम्र के ऊपर)
50,000 रुपये
हर साल निवारक स्वास्थय जांच के लिए किये गए व्यय
5,000 रुपये
धारा 80 डी के अंतर्गत चुकाया गया सेहत बीमा प्रीमियम (जब आप 60 वर्ष या उससे अधिक के होंगे और आप अपने अभिभावकों,जो 80 वर्ष या उससे अधिक के होंगे,के निवारणीय सेहत जांच के लिए खर्च कर रहे होंगे )
65,000 रुपये
धारा 80 डी के अंतर्गत, नर्सिंग ,उपचार और अक्षम आश्रित के पुनर्वास में किये गए खर्चे
75,000 रुपये
धारा 80 डी के अंतर्गत, गंभीर विकलांगता उपचार के लिए खर्च किये गए खर्चे
1,25,000 रुपये
धारा 80 यु के अंतर्गत विकलांग व्यक्तिगत टैक्स लाभ कवर किया जाता है
75,000 रुपये
धारा 80 यु के अंतर्गत, गंभीर विकलांगता
1,25,000 रुपये
अज्ञान एक आनंद नहीं है। जागरूकता फ़ायदेमंद है। इसलिए अपने मौजूदा सेहत योजना के संदर्भ में या नई नीतियों के चयन के दौरान इन विशेषताओं से स्वयं को रूबरू करवाइए। इनका लाभ उठाइए ताकि आपकी सुरक्षा सर्वाधिक हो और आपको आपके पैसे की क़ीमत प्राप्त हो।
डिस्क्लेमर: यह पॉलिसी उपयोगकर्ता द्वारा ख़रीदे गए सेहत बीमा योजना के साथ बदल सकता है। यह सभी सुविधाएँ इस योजना में शामिल हो भी सकती हैं या नहीं भी हो सकती है। उपयोगकर्ता को सलाह दी जाती है कि वे अपने सेहत बीमा योजना की पॉलिसी के काग़ज़ों को अच्छे से पढ़ें ताकि वह उनकी सारी विशेषताएँ और लाभों को सुनिश्चित कर सके।
मान लो,आप अपने मित्रों को उनके और उनके परिवार की चिंता करते हुए, एक सेहत योजना ख़रीदने के लिए मना रहे हैं। तो आपने लाभों की एक सूची बनाने का निर्णय लिया ताकि उन्हें समझाएँ कि वह क्या खो रहे हैं। आप कितनों की सूची बना सकते हैं? शायद 3 या चार?और वे लाभ क्या होंगे? अस्पताल के ख़र्चे,सूचीबद्ध अस्पतालों में नक़द रहित दाख़िला,रियायत, सभी परिवार के सदस्यों के लिए एक अकेला कवर..
और अब आप और भी विशेषताओं को याद करने के लिए अपना सिर खुजा रहे होंगे क्योंकि निश्चित ही यह और होनी चाहिए। आप एक या दो बेहतरीन विशेषताएँ पेश करना चाहते होंगे जिससे आपके मित्र तुरंत ही ऑनलाइन जाकर 1 सेहत बीमा पॉलिसी ख़रीद लें। या एक एजेंट को पकड़े जो उन्हें यह बेचे।
इस दुविधा में आप अकेले नहीं हैं। ज़्यादातर पॉलिसी धारकों को उनकी सेहत योजना कि विशेषताओं के बारे में जानकारी नहीं होती है। ना ही वह इसके लाभ का पूरी तरह फ़ायदा उठा पाते हैं। इसलिए यह 60 पृष्ठ के पॉलिसी के कागज़ात को पढ़कर याद रखना आसान नहीं है। और एक एजेंट भी आपको उतना ही समझा पाएगा क्योंकि आज कल सब लोग बहुत व्यस्त हैं। काफ़ी उचित बात है।
भारत में विभिन्न प्रकार के सेहत बीमा पॉलिसियाँ
व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा योजना
पारिवारिक फ्लोटर सेहत बीमा योजना
वरिष्ठ नागरिक सेहत बीमा योजना
गंभीर बीमारी के लिए बीमा योजना
सामूहिक /कर्मचारी सेहत बीमा योजना
व्यक्तिगत दुर्घटना कवर
मातृत्व बीमा योजना
तो आइए समझते हैं अनेकों सेहत योजनाआओ के कम ज्ञात विशेषताओं के बारे में:
1) सिर्फ़ एलोपैथिक उपचार के लिए नहीं: बीमा रेगुलेटरी विकास प्राधिकरण 2013 के दिशानिर्देशों के अनुसार सेहत योजना वैकल्पिक उपचार जैसे कि आयुर्वेद,यूनानी,सीद्धा और होम्योपैथी (आयुश) भी शामिल करती है।तब से कई सेहत बीमा कराने वालों को सरकारी अस्पतालों से या तो भारत की क्वालिटी परिषद और नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड (अस्पतालों और सेहत के लिए) के द्वारा वैकल्पिक उपचार प्रदान की जाती है।पिछले पाँच वर्षों में बीमा कंपनियों ने नियम और शर्तों के अंतर्गत लाभ प्रदान किए हैं।हालाँकि कुछ इसे प्राथमिक कवरेज योजना के सीमा के अंदर रखते हैं,और बाक़ी इसे उप-सीमा उपचार के अंतर्गत रखते हैं। तो यदि आप वैकल्पिक चिकित्सा के समर्थक हैं तो जाँचिए की आपकी सेहत योजना में यह शामिल है कि नहीं।
2) नि:शुल्क सेहत जाँच: आपकी सेहत योजना नि:शुल्क सेहत जाँच प्रदान करती है,जब तक कि यह योजना के अंतर्गत पूर्व कथित सीमा के अंदर आ रही है। यह योजना उन पॉलिसी धारकों के लिए उपलब्ध हैं जिन्होंने लगातार 4-5 क्लेम-मुक्त वर्ष दिए हैं।और भी बेहतर बात यह है की सेहत जाँच यदि पंजीकृत अस्पताल या केंद्र से हो तो नक़द रहित होती है। तो सुनिश्चित कीजिए आपकी सेहत जाँच मुफ़्त हो।
3) घरेलू या दैनिक उपचार: किसी भी बीमारी या चोट की,चिकित्सा देखरेख के अंदर उपचार की आपूर्ति, सेहत बीमा कम्पनियों द्वारा की जाती है। हालाँकि अस्पताल में भर्ती करना 1 सामान्य सहारा है, पर मरीज़ की कमज़ोर स्थिति या अस्पताल के कमरे का ना मिलना, इसे मुश्किल बना सकता है। यह लाभ कितनी राशि और कितने दिनों के लिए उपलब्ध है ,इसकी सीमा तय होती हैं,इसलिए इनके नियम व शर्तों से ख़ुद को रूबरू करवाइए। कुछ बीमा कम्पनियां ज़्यादा से ज़्यादा 500 दिन के घरेलू उपचार को कवर करती हैं।
4) कोई क्लेम् बोनस नहीं: यदि आप पॉलिसी वर्ष के लंबे कार्यकाल के दौरान दावा दायर नहीं करते हैं तो आप बोनस के हक़दार हैं। बोनस एक बड़ी राशि की बीमा हो सकती है(50 प्रतिशत तक) या वार्षिक नवीनीकरण दौरान प्रीमियम पर छूट हो सकती है। बीमा कंपनियां हर क्लेम-रहीत वर्ष की जगह एक संचयी बोनस भी प्रदान कर सकती है। जिस वर्ष आपने कोई क्लेम नहीं माँगा है, उस वर्ष इस लाभ को देखें।
5) आरोग्य लाभ या वसूली लाभ: आप की सेहत बीमा कंपनियां इस पॉलिसी काग़ज़ातों के अनुसार अतिरिक्त ख़र्च शामिल करने के लिए आपको एक मुश्त राशि चुका सकती है- जैसे की आय का नुक़सान या परिवार के सदस्यों की करुणामय मुलाक़ात, जो कि लंबे समय से अस्पताल में भर्ती के कारण हो सकती है। यह 7-12 दिन के लिए हो सकती है। इस विशेषता का लाभ उठाने के लिए नियम व शर्तों को पढ़े
6) नित नगद लाभ/ नित अस्पताल नगद भत्ता: अस्पताल में भर्ती के दौरान आपकी बीमा कंपनी आप को मुख्यधारा उपचार के खर्चों के अलावा अन्य ख़र्चे के लिए अतिरिक्त कवरेज देती है। यह भोजन और अस्पताल में आवागमन के लिए हो सकता है। आयी.सी.यू और आकस्मिक अस्पताल में भर्ती के दौरान भत्ते दो गुना हो सकते हैं। अगर यह उपलब्ध हैं तो इन के इस्तेमाल का ध्यान रखें।
सम्बंधित : पुतलों के लिए सेहत बीमा: छह महत्वपूर्ण सवाल और जवाब
7) आजीवन नवीनीकरण: जब तक कि आप अपने प्रीमियम के नवीनीकरण का नियमित व सामूहिक भुगतान कर रहे हैं, आपकी पॉलिसी आजीवन बनी रहेगी।
8) बीमा आश्वासित बहाली या रिचार्ज: यदि आप ने अपने पॉलिसी के वार्षिक कार्यकाल के अंतर्गत की पूरी राशि ख़त्म कर दी है, तो सेहत बीमा कंपनी इसे आपके लिए रिचार्ज कर देगी, बशर्ते नियम व शर्तें लागू हो। बहाल करने की सुविधा भी उपलब्ध है जब पिछले क्लेम द्वारा जमा हुई पूरी राशि ख़त्म हो चुकी हो। यह कवरेज आम तौर पर भविष्य के लिए के लिए होती है ना कि पिछले क्लेम से सम्बंधित। कुछ बीमा कंपनियां एक पॉलिसी वर्ष के दौरान असीमित रीफिल करती है।
9) ओ.पी.डी उपचार: आपकी स्वास्थ्य योजना डॉक्टर के परामर्श शुल्क, रोग विज्ञान जाँच, और दवाइयों के खर्चों जैसे कई खर्चों की प्रतिपूर्ति कर सकती है। इस का दावा करने के लिए आपको अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं है।
संबंधित: पाँच नए युग की सेहत बीमा योजना की विशेषताएँ जो आपको जाननी चाहिए
10) अंग प्रत्यारोपण: सेहत बीमा योजना, अंग प्रत्यारोपण के लिए सर्जरी लागत को या तो पूर्ण या तो हिस्सों में या एक अतिरिक्त लाभ की तरह शामिल करती है। विशेष रूप से, कवरेज का दायरा अंग की कटाई तक सीमित हैं और दाताओं के अस्पताल में भर्ती के ख़र्चे को छोड़कर, सर्जिकल जटिलताओं और स्क्रीनिंग की लागत को छोड़कर सीमित है।
11) सहायक भत्ता: बच्चों के लिए सेहत बीमा योजना में एक वयस्क साथी के लिए भी भत्ता दिया जाता है। कई स्थितियों में दिनों की संख्या और राशि पहले से तय होती है ।
12) दंत चिकित्सा और बैरिएट्रिक सर्जरी: सेहत योजनाएं, दंत चिकित्सा को भी कुछ उप - सीमाओं के साथ अब कई सालों में एक बार शामिल करने लगी हैं। अब एक सौंदर्य प्रसाधन प्रक्रिया न मानते हुए, मोटापे के मरीज़ों के लिए, बैरिएट्रिक सर्जरी, वज़न से संबंधित चिकित्सा स्थितियों को भी उनके जीवन सुरक्षा लाभ के लिए कवर करती है।
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13) लचीलापन: आप ऐसी सेहत योजनाएं पा सकते हैं जो आपकी उम्र की परवाह किए बिना आप को कवर देती है। रिटायरमेंट पर, आप एक फ्लोटर का चुनाव कर सकती हैं जो आपको और आपके साथी को आपके गोधूलि वर्षों में कवर प्रदान करेगी । इसी तरह कुछ सेहत बीमा कंपनियां ऐसी पॉलिसियां देती है जो केवल उन लोगों के लिए बनी हैं और जिन्हें पूर्व मौजूदा बीमारियों के कारण या पूर्व नीति चिकित्सा जाँच के कारण कवर नहीं किया गया है।
14) प्रतिपुर्ति क्लेम: यदि आपने किसी ग़ैर सूचीबद्ध अस्पताल से उपचार करवाया है, तो भी आप प्रतिपूर्ति का दावा कर सकते हैं। यदि अपूर्ण काग़ज़ी कार्यवाही के कारण एक नक़द रहित दावा ख़ारिज कर दिया गया है, तो काग़ज़ी कार्यवाही पूर्ण कर दोबारा प्रयास कर सकते हैं।
संबंधित: यह आठ आंकड़े जिन्हें आप को सेहत विमान ख़रीदने से पहले देखना चाहिए
15) मातृत्व ख़र्चे: यहाँ कुछ सेहत बीमा पॉलिसियां है जो विशेषकर मातृत्व के ख़र्चे के लिए बनायी गई है जिसमें प्रसव के दौरान अस्पताल में भरती होना, जन्म के पूर्व के ख़र्चे (जाँच और दवाइयां, साथ ही आपातकालीन एम्बुलेंस सेवाएँ) और जन्म के बाद के ख़र्चे (जाँच के लिए आना, दवाइयां, संबंधित पुष्टिकरण परीक्षण इत्यादि) यह नीतियाँ जन्म से 90 दिनों तक नवजात की चिकित्सक खर्चों को कवर करती है। इन नीतियों की प्रतीक्षा अवधि नौ महीने होती है।
16) अस्पताल में भर्ती होने के पहले और बाद के ख़र्चे: अस्पताल में भर्ती होने से पहले के ख़र्चे वे चिकित्सक ख़र्चे हैं, जिन्हें आप उन रोगो के लिए चुकाते हैं जिनके लिए आप बाद में दाख़िल होंगे। ज़्यादातर की सेहत बीमा योजनाएं इन चिकित्सक खर्चों को अस्पताल में भर्ती होने के कुछ 30-90 दिन पूर्व कवर करती है। उदाहरण के लिए, निदान के लिए डॉक्टर द्वारा बताया गया चिकित्सीय परीक्षण (खून जाँच, पेशाब जाँच और एक्सरे) और चिकित्सा स्थिति के उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के पूर्व के ख़र्चे हैं। अस्पताल में भर्ती के बाद के ख़र्चे वे चिकित्सीय ख़र्चे हैं जिन्में आप के अस्पताल में भर्ती होने के बाद की जाँच शामिल है। कई सेहत बीमा योजनाएं इन चिकित्सीय खर्चों को अस्पताल से छुट्टी के बाद, कुछ 45 से 90 दिनों तक कवर करती है। नैदानिक शुल्क, परामर्श शुल्क और दवाइयों के ख़र्चे अस्पताल में भर्ती होने के बाद के ख़र्चे के कुछ उदाहरण हैं जो इसमें कवर होते हैं। यदि आपकी सेहत बीमा कंपनियां बाह्य रोग विभाग या डे केयर प्रक्रियाएं प्रदान करती है तो फिजियोथैरेपी के ख़र्चे की प्रतिपूर्ति कर दी जाएगी। एक्यूपंचर और नैचुरोपैथी इसमें कवर नहीं होते हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों, दोनों के दावा करने के लिए अपने वास्तविक बिल रसीद और डॉक्टर के प्रमाण की कापियां और डिस्चार्ज सारांश सौंपे।
17) एम्बुलेंस के ख़र्चे: कुछ नीतियां एक पारिवारिक फ्लोटर योजना या ख़र्च के कवर के अंतर्गत एंबुलेंस के शुल्क की प्रतिपूर्ति करती है। साथ ही एक हवाई एम्बुलेंस, एक अतिरिक्त सुविधा की तरह निश्चित राशि कवर करती है।
सेहत बीमा के टैक्स लाभ क्या हैं?
सेहत बीमा के प्रकार
सर्वाधिक टैक्स कटौती सीमा
व्यक्तिगत सेहत बीमा प्रीमियम
25,000 रुपये
स्वयं या पति /पत्नी और बच्चो के लिए परिवार स्वास्थय बीमा प्रीमियम भुगतान (65 के उम्र के अंदर)
25,000 रुपये
सदस्यों के लिए परिवार स्वास्थय बीमा प्रीमियम भुगतान (65 के उम्र के ऊपर)
50,000 रुपये
हर साल निवारक स्वास्थय जांच के लिए किये गए व्यय
5,000 रुपये
धारा 80 डी के अंतर्गत चुकाया गया सेहत बीमा प्रीमियम (जब आप 60 वर्ष या उससे अधिक के होंगे और आप अपने अभिभावकों,जो 80 वर्ष या उससे अधिक के होंगे,के निवारणीय सेहत जांच के लिए खर्च कर रहे होंगे )
65,000 रुपये
धारा 80 डी के अंतर्गत, नर्सिंग ,उपचार और अक्षम आश्रित के पुनर्वास में किये गए खर्चे
75,000 रुपये
धारा 80 डी के अंतर्गत, गंभीर विकलांगता उपचार के लिए खर्च किये गए खर्चे
1,25,000 रुपये
धारा 80 यु के अंतर्गत विकलांग व्यक्तिगत टैक्स लाभ कवर किया जाता है
75,000 रुपये
धारा 80 यु के अंतर्गत, गंभीर विकलांगता
1,25,000 रुपये
अज्ञान एक आनंद नहीं है। जागरूकता फ़ायदेमंद है। इसलिए अपने मौजूदा सेहत योजना के संदर्भ में या नई नीतियों के चयन के दौरान इन विशेषताओं से स्वयं को रूबरू करवाइए। इनका लाभ उठाइए ताकि आपकी सुरक्षा सर्वाधिक हो और आपको आपके पैसे की क़ीमत प्राप्त हो।
डिस्क्लेमर: यह पॉलिसी उपयोगकर्ता द्वारा ख़रीदे गए सेहत बीमा योजना के साथ बदल सकता है। यह सभी सुविधाएँ इस योजना में शामिल हो भी सकती हैं या नहीं भी हो सकती है। उपयोगकर्ता को सलाह दी जाती है कि वे अपने सेहत बीमा योजना की पॉलिसी के काग़ज़ों को अच्छे से पढ़ें ताकि वह उनकी सारी विशेषताएँ और लाभों को सुनिश्चित कर सके।