- Date : 02/05/2023
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सैमसंग ने अपने कर्मचारियों को चैटजीपीटी जैसे जेनेरेटिव एआई टूल्स के इस्तेमाल पर रोक लगाई।

Samsung Bans AI: सैमसंग ने अपने कर्मचारियों को चैटजीपीटी जैसे जेनेरेटिव एआई टूल्स के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक साउथ कोरियन कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी ने मेमो के जरिए अपने कर्मचारियों को नई पॉलिसी के बारे में जानकारी दी है। ज्ञापन में कहा गया है कि कंपनी इस बात से चिंतित है कि गूगल बार्ड और बिंग सहित इस तरह के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म पर प्रसारित डेटा को किसी एक्सटर्नल सर्वर पर सेव किया जाता है जिससे इसे दोबारा देखना या हटाना मुश्किल हो जाता है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग ने इंटरनल रूप से एआई टूल्स के उपयोग के बारे में पिछले महीने एक सर्वेक्षण किया था, जिसके अनुसार 65% लोगों का मानना है कि ऐसी सर्विस सुरक्षा जोखिम पैदा करती हैं।
सैमसंग ने कर्मचारियों से कहा है कि "चैटजीपीटी जैसे जनरेटिव एआई प्लेटफॉर्म में रुचि आंतरिक और बाहरी रूप से बढ़ रही है।' गौरतलब है कि जनरेटिव एआई टूल्स ने पहली बार नवंबर 2022 में सुर्खियां बटोरीं, जब ओपन एआई ने चैटजीपीटी लॉन्च किया। चैटबॉट सेवा ने टेकनोलॉजी वर्ल्ड में हलचल पैदा कर दी। जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी, बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्प और सिटीग्रुप इंक सहित कुछ वॉल स्ट्रीट बैंकों ने या तो इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया या प्रतिबंधित कर दिया। इन्होंने भी गोपनियता का हवाला देते हुए इसपर प्रतिबंध लगाए।
नई नीति के साथ सैमसंग ने अपने कर्मचारियों को कंपनी के कंप्यूटर, टैबलेट और फोन के साथ-साथ अपने इंटरनल नेटवर्क पर जनरेटिव एआई सिस्टम के उपयोग को बैन कर दिया है।
सैमसंग ने मेमो में कहा है कि 'हम चाहते हैं कि आप हमारे सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें और ऐसा ना करने पर इसे उल्लंघन या सुरक्षा के साथ समझौते के तौर पर देखा जाएगा। जिसके परिणामस्वरूप अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।'
मेमो में कहा गया है कि 'कर्मचारियों की उत्पादकता और दक्षता को बढ़ाने के लिए जनरेटिव एआई का सुरक्षित उपयोग करने और सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए सेमसंग हेडक्वॉटर सुरक्षा उपायों की समीक्षा कर रहा है।'
Samsung Bans AI: सैमसंग ने अपने कर्मचारियों को चैटजीपीटी जैसे जेनेरेटिव एआई टूल्स के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक साउथ कोरियन कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी ने मेमो के जरिए अपने कर्मचारियों को नई पॉलिसी के बारे में जानकारी दी है। ज्ञापन में कहा गया है कि कंपनी इस बात से चिंतित है कि गूगल बार्ड और बिंग सहित इस तरह के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म पर प्रसारित डेटा को किसी एक्सटर्नल सर्वर पर सेव किया जाता है जिससे इसे दोबारा देखना या हटाना मुश्किल हो जाता है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग ने इंटरनल रूप से एआई टूल्स के उपयोग के बारे में पिछले महीने एक सर्वेक्षण किया था, जिसके अनुसार 65% लोगों का मानना है कि ऐसी सर्विस सुरक्षा जोखिम पैदा करती हैं।
सैमसंग ने कर्मचारियों से कहा है कि "चैटजीपीटी जैसे जनरेटिव एआई प्लेटफॉर्म में रुचि आंतरिक और बाहरी रूप से बढ़ रही है।' गौरतलब है कि जनरेटिव एआई टूल्स ने पहली बार नवंबर 2022 में सुर्खियां बटोरीं, जब ओपन एआई ने चैटजीपीटी लॉन्च किया। चैटबॉट सेवा ने टेकनोलॉजी वर्ल्ड में हलचल पैदा कर दी। जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी, बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्प और सिटीग्रुप इंक सहित कुछ वॉल स्ट्रीट बैंकों ने या तो इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया या प्रतिबंधित कर दिया। इन्होंने भी गोपनियता का हवाला देते हुए इसपर प्रतिबंध लगाए।
नई नीति के साथ सैमसंग ने अपने कर्मचारियों को कंपनी के कंप्यूटर, टैबलेट और फोन के साथ-साथ अपने इंटरनल नेटवर्क पर जनरेटिव एआई सिस्टम के उपयोग को बैन कर दिया है।
सैमसंग ने मेमो में कहा है कि 'हम चाहते हैं कि आप हमारे सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें और ऐसा ना करने पर इसे उल्लंघन या सुरक्षा के साथ समझौते के तौर पर देखा जाएगा। जिसके परिणामस्वरूप अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।'
मेमो में कहा गया है कि 'कर्मचारियों की उत्पादकता और दक्षता को बढ़ाने के लिए जनरेटिव एआई का सुरक्षित उपयोग करने और सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए सेमसंग हेडक्वॉटर सुरक्षा उपायों की समीक्षा कर रहा है।'