- Date : 03/02/2023
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एसबीआई ने अडानी ग्रुप को 27,000 करोड़ रुपये का कर्ज देने की बात स्वीकार की है।लेकिन, फिर भी चेयरमैन ने अडानी ग्रुप का फेवर क्यों किया? आइये विस्तार से जानते हैं।

Gautam Adani Crisis: भारत के बड़े उद्योगपति और दुनिया में सबसे धनी व्यक्तियों की लिस्ट में दूसरे पायदान पर पहुंचने वाले बिजनेसमैन गौतम अडानी की उड़ान को हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट ने कम कर दिया है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद गौतम अडानी ग्रुप के शेयरों में भूचाल सा आ गया। अडानी की 10 लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली। शेयरोंं में गिरावट के बीच अडानी ग्रुप पर हजारों करोड़ों के कर्ज होने की अफवाह अब सच साबित होती नज़र आ रही है। जी हां, देश की सबसे बड़ी बैंक एसबीआई ने अडानी ग्रुप को 27,000 करोड़ का कर्ज देने की बात कही है। लेकिन, एसबीआई ने अडानी ग्रुप के फेवर में भी कुछ बातें कहीं हैं। आइये डिटेल्स से जानते हैं।
27 हजार करोड़ का लोन मात्र 0.88%
दरअसल, भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने शुक्रवार को कहा कि अडानी ग्रुप की कंपनियों को उसने करीब 27 हजार करोड़ रुपये का लोन दिया है, जो वितरित किये गए टोटल लोन का मात्र 0.88% है। बता दें कि 1 दिन पहले आरबीआई ने सभी बैंकों से अडानी ग्रुप को दिए गए कर्ज के बारे में सारी डिटेल्स मांगी थी।
अडानी ग्रुप का फेवर?
आरबीआई द्वारा डिटेल्स मांगे जाने पर शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि अडानी ग्रुप को 27,000 करोड़ रुपए का लोन दिया गया है। हालांकि, उन्होंने यह बात भी कही की कि अडानी ग्रुप बैंक से लिए गए कर्ज को बगैर किसी दिक्कत के वापस करने में सक्षम है।
किस बेसिस पर दिया अडानी ग्रुप को 27,000 करोड़ कर्ज?
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा ने यह बात भी बताई कि एसबीआई ने अडानी ग्रुप को शेयरों के बदले में कोई उधार नहीं दिया है, बल्कि लोन देते वक़्त फिजिकल असेट्स एवं फ्री कैश फ्लो को ध्यान में रखा गया है। इसके बाद उन्होंने अडानी ग्रुप के लेन-देन पर बात करते हुए कहा कि इस ग्रुप पर बकाया कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड अच्छा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।
Gautam Adani Crisis: भारत के बड़े उद्योगपति और दुनिया में सबसे धनी व्यक्तियों की लिस्ट में दूसरे पायदान पर पहुंचने वाले बिजनेसमैन गौतम अडानी की उड़ान को हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट ने कम कर दिया है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद गौतम अडानी ग्रुप के शेयरों में भूचाल सा आ गया। अडानी की 10 लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली। शेयरोंं में गिरावट के बीच अडानी ग्रुप पर हजारों करोड़ों के कर्ज होने की अफवाह अब सच साबित होती नज़र आ रही है। जी हां, देश की सबसे बड़ी बैंक एसबीआई ने अडानी ग्रुप को 27,000 करोड़ का कर्ज देने की बात कही है। लेकिन, एसबीआई ने अडानी ग्रुप के फेवर में भी कुछ बातें कहीं हैं। आइये डिटेल्स से जानते हैं।
27 हजार करोड़ का लोन मात्र 0.88%
दरअसल, भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने शुक्रवार को कहा कि अडानी ग्रुप की कंपनियों को उसने करीब 27 हजार करोड़ रुपये का लोन दिया है, जो वितरित किये गए टोटल लोन का मात्र 0.88% है। बता दें कि 1 दिन पहले आरबीआई ने सभी बैंकों से अडानी ग्रुप को दिए गए कर्ज के बारे में सारी डिटेल्स मांगी थी।
अडानी ग्रुप का फेवर?
आरबीआई द्वारा डिटेल्स मांगे जाने पर शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि अडानी ग्रुप को 27,000 करोड़ रुपए का लोन दिया गया है। हालांकि, उन्होंने यह बात भी कही की कि अडानी ग्रुप बैंक से लिए गए कर्ज को बगैर किसी दिक्कत के वापस करने में सक्षम है।
किस बेसिस पर दिया अडानी ग्रुप को 27,000 करोड़ कर्ज?
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा ने यह बात भी बताई कि एसबीआई ने अडानी ग्रुप को शेयरों के बदले में कोई उधार नहीं दिया है, बल्कि लोन देते वक़्त फिजिकल असेट्स एवं फ्री कैश फ्लो को ध्यान में रखा गया है। इसके बाद उन्होंने अडानी ग्रुप के लेन-देन पर बात करते हुए कहा कि इस ग्रुप पर बकाया कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड अच्छा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।