- Date : 16/03/2023
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सिलिकॉन वैली बैंक के बाद सिग्नेचर बैंक के बंद होने से सवाल खड़ा हो रहा है कि कहीं बैंक रन की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग को छुपाने की कोशिश तो नहीं की गई?

Signature Bank Money Laundering: सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के दिवालिया होने के 72 घंटों के भीतर न्यूयॉर्क स्थित सिग्नेचर बैंक को भी बंद कर दिया गया। ब्लूमबर्ग न्यूज ने इस मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए बताया कि बैंक को बंद करने से पहले क्रिप्टो करेंसी के ग्राहकों की मदद से अमेरिकी जांच अधिकारी द्वारा बैंक के वित्तीय लेन देन की जांच की जा रही थी। हालांकि बैंक के बंद होने के बाद रेगुलेटर्स द्वारा इसे सीज किए जाने से पहले बैंक के वित्तीय लेन-देन की जांच की गई थी। लेकिन सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या सिग्नेचर बैंक को बंद करने के पीछे मनी लॉन्ड्रिंग का खेल तो शामिल नहीं है?
वाशिंगटन और मैनहट्टन में यूएस जस्टिस डिपार्टमेंट के जांचकर्ता इस बात की जांच कर रहे थे कि दिवालिया हो चुके सिग्नेचर बैंक ने अपने ग्राहकों द्वारा संभावित मनी लॉन्ड्रिंग का पता लगाने के लिए कोई कदम उठाया है या नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि बैंक की सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन द्वारा भी इसकी जांच की जा रही थी।
जांच को लेकर बाद में रेगुलेटर्स ने बताया कि सिग्नेचर बैंक को बंद करने के उसके फैसले का क्रिप्टो से कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन सिलिकन वैली बैंक के दिवालिया हो जाने के बाद सिग्नेचर बैंक के लीडरशिप के विश्वास में कमी थी। इस कारण यह बैंक भी फेल हो गया। उन्होंने कहा कि हालांकि यह बात भी सामने आई है कि पिछले साल सितंबर तक सिग्नेचर बैंक के डिपॉजिट का करीब एक चौथाई हिस्सा क्रिप्टोकरंसी से आया था। बैंक ने पिछले साल दिसंबर में यह घोषणा की थी कि वह अपने क्रिप्टो आधारित डिपॉजिट में 8 बिलियन डॉलर की कमी करेगा।
2008 के बाद बंद होने वाला तीसरा बैंक
2008 के वित्तीय संकट के बाद से सिग्नेचर तीसरा सबसे बड़ा अमेरिकी बैंक है जिसे दिवालिया घोषित किया गया। दो बैंकों के धराशायी होने का असर बैंकिंग और शेयर बाजार में साफ देखने को मिल रहा है।