Silicon Valley Bank Run: जानिए ये 'बैंक रन' क्या बला है जिसकी वजह से डूब गया सिलिकॉन वैली?

अमेरिकी बैंक सिलिकॉन वैली के डूबने के पीछे बैंक रन की समस्या बताई जा रही है। जानिए ये बैंक रन क्या बला है?

Silicon Valley Bank Run

Silicon Valley Bank Run: अमेरिका के बैंकिंग सेक्टर में इन दिनों कोहराम मचा हुआ है। शुक्रवार को सांता क्लारा स्थित सिलिकॉन वैली बैंक को बंद कर दिया गया। सिलिकॉन वैली बैंक बंद होने का असर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर देखा जा सकता है। सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने के पीछे जो सबसे बड़ी वजह रही वो है बैंक रन। बैंक रन बैंकिंग क्षेत्र की पुरानी समस्या है। ये बैंक रन क्या बला है जिसकी वजह से बैंक डूब गया आइए जानते हैं। 

बैंक रन क्या है?

'बैंक रन' का मतलब वह समय है जब बड़ी संख्या में लोग एक साथ बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्थान में जमा अपना पैसा इस डर से निकालते हैं कि यह बैंक या वित्तीय संस्था बंद होने वाली है। बैंक इस फॉर्मूले पर काम करता है कि एक साथ सारे ग्राहक कभी अपना पैसा लेने नहीं आएंगे। बैंक आपका पैसा किसी दूसरे को और दूसरे का पैसा किसी तीसरे को देता है और इसी तरह पैसे को घुमाकर प्रॉफिट कमाता है।

हालांकि यह आम तौर पर कोई समस्या नहीं है क्योंकि बैंक आम तौर पर उपभोक्ताओं के पैसे का उपयोग अपने निवेश के लिए करते हैं जिसे वे लंबे समय तक रोक सकते हैं। सिलिकॉन वैली में संकट इसलिए हुआ क्योंकि एसबीवी के कस्टमर्स खास तौर पर स्टार्टअप हैं जो वेंचर कैपिटल फंडिंग में पैसों की किल्लत की वजह से कैश फ्लो की कमी का सामना कर रहे थे। एसोसिएट प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कैश क्रंच से जूझ रहे स्टार्टअप्स ने बैंक से अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया जिसे बैंक संभाल नहीं पाया और बंद हो गया।

 

Silicon Valley Bank Run: अमेरिका के बैंकिंग सेक्टर में इन दिनों कोहराम मचा हुआ है। शुक्रवार को सांता क्लारा स्थित सिलिकॉन वैली बैंक को बंद कर दिया गया। सिलिकॉन वैली बैंक बंद होने का असर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर देखा जा सकता है। सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने के पीछे जो सबसे बड़ी वजह रही वो है बैंक रन। बैंक रन बैंकिंग क्षेत्र की पुरानी समस्या है। ये बैंक रन क्या बला है जिसकी वजह से बैंक डूब गया आइए जानते हैं। 

बैंक रन क्या है?

'बैंक रन' का मतलब वह समय है जब बड़ी संख्या में लोग एक साथ बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्थान में जमा अपना पैसा इस डर से निकालते हैं कि यह बैंक या वित्तीय संस्था बंद होने वाली है। बैंक इस फॉर्मूले पर काम करता है कि एक साथ सारे ग्राहक कभी अपना पैसा लेने नहीं आएंगे। बैंक आपका पैसा किसी दूसरे को और दूसरे का पैसा किसी तीसरे को देता है और इसी तरह पैसे को घुमाकर प्रॉफिट कमाता है।

हालांकि यह आम तौर पर कोई समस्या नहीं है क्योंकि बैंक आम तौर पर उपभोक्ताओं के पैसे का उपयोग अपने निवेश के लिए करते हैं जिसे वे लंबे समय तक रोक सकते हैं। सिलिकॉन वैली में संकट इसलिए हुआ क्योंकि एसबीवी के कस्टमर्स खास तौर पर स्टार्टअप हैं जो वेंचर कैपिटल फंडिंग में पैसों की किल्लत की वजह से कैश फ्लो की कमी का सामना कर रहे थे। एसोसिएट प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कैश क्रंच से जूझ रहे स्टार्टअप्स ने बैंक से अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया जिसे बैंक संभाल नहीं पाया और बंद हो गया।

 

संवादपत्र

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