- Date : 10/07/2023
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केदारनाथ मंदिर के सामने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर द्वारा अपने बॉयफ्रेंड को प्रोपोज करने का रील बनाने को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा है और अब बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) आने वाले समय में वहां मोबाइल पर बैन लगाने की तैयारी में है।

kedarnath Temple Reels Controversy: केदारनाथ मंदिर के सामने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर द्वारा अपने बॉयफ्रेंड को प्रोपोज करने का रील बनाने को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा है और अब बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) आने वाले समय में वहां मोबाइल पर बैन लगाने की तैयारी में है।
kedarnath Temple Reels Controversy: केदारनाथ धाम परिसर में वीडियो और रील शूट करने की घटनाओं के लगातार बढ़ने और हाल ही में एक सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर द्वारा अपने बॉयफ्रेंड को प्रपोज करने का वीडियो वायरल होने के बाद बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने अब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए लिखा है। बीकेटीसी के अधिकारियों ने टीओआई से बातचीत में कहा है कि वह मंदिर परिसर में एक क्लॉक रूप बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं और वहं मंदिर आने वालों के मोबाइल जमा कराए जा सकते हैं।
यह खबर ऐसे समय में आई है, जब बीते दिनों एक यूट्यूबर का कथित तौर पर मंदिर परिसर के अंदर अपने प्रेमी को प्रपोज करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोग इससे काफी नाराज हो गए। बीकेटीसी ने इसे एक ऐसी प्रवृत्ति करार दिया है, जो मंदिर की धार्मिक पवित्रता को नुकसान पहुंचा रही है। बीकेटीसी के कार्यकारी अधिकारी रमेश चंद्र तिवारी ने कहा कि हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ सोशल मीडिया प्रभावशाली लोग केदारनाथ में वीडियो शूट कर रहे हैं, जो धार्मिक रूप से आपत्तिजनक हैं और भक्तों की भावनाओं को आहत कर रहे हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस बीच, बीकेटीसी प्रमुख अजेंद्र अजय ने कहा है कि भक्तों के मोबाइल फोन जमा करने के लिए एक क्लॉक रूम पर विचार किया जा रहा है, लेकिन इसमें तार्किक चुनौतियां हैं। विशेष रूप से, केदारनाथ में मोबाइल फोन के उपयोग की जांच करने के लिए अतीत में इसी तरह के प्रयास विफल हो गए हैं क्योंकि अधिकारियों ने इस कदम को व्यावहारिक रूप से संभव नहीं करार दिया था। आपको बता दें कि मौजूदा समय में रील्स और वीडियो का चलन इस तरह जोर पकड़ चुका है कि लोग धार्मिक स्थलों पर जाकर भगवान के दर्शन करने की बजाय चेक-इन स्टेटस और सोशल मीडिया पर वीडियो डालने को ही प्राथमिकता देने लगे हैं।