- Date : 22/05/2023
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इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति द कपिल शर्मा शो में पहुंचकर अपने और नारायण मूर्ति से जुड़े कई खुलासे किए।

Sudha Murthy on TKSS: हाल ही में इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति द कपिल शर्मा शो में नजर आईं। कार्यक्रम में सुधा मूर्ति ने खुलासा किया कि कंपनी की स्थापना के 30 साल बाद तक ना तो उन्होंने और ना ही उनके पति और इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति कहीं छुट्टियां मनाने गए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पति हमेशा इतना व्यस्त रहते थे कि वे छुट्टी के बारे में सोच भी नहीं सकते थे। शो में सुधा के साथ अभिनेत्री रवीना टंडन और फिल्म निर्माता गुनीत मोंगा भी थे, जिन्होंने हाल ही में द एलिफेंट व्हिस्परर्स के लिए ऑस्कर जीता था।
सुधा मूर्ति ने कहा कि उनके पति नारायण मूर्ति द्वारा 1981 में इंफोसिस की स्थापना करने के बाद वह कंपनी को विकसित करने और घरेलू मामलों पर ध्यान केंद्रित करने में और उसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए समर्पित हो गए। सुधा मूर्ति ने कहा- इन्फोसिस की स्थापना के 30 साल बाद तक हम छुट्टियां नहीं ले पाए क्योंकि मेरे पति लगातार काम में व्यस्त थे। वह साल के 220 दिन टूर पर बिताते थे। मैंने उनसे घरेलू मदद की कभी उम्मीद नहीं की थी। मैंने अपने बच्चों को पालने की जिम्मेदारी उठाई, उन्हें नहीं पता था कि घर में क्या हुआ। हमारे बच्चों के बाहर जाने के बाद नारायण मूर्ति को एहसास हुआ कि मैंने उनकी कितनी मदद की थी।
सुधा मूर्ति ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय अपने पिता आरएच कुलकर्णी को दिया जो एक सर्जन थे। सुधा मूर्ति ने दावा किया कि उनके पिता ने उन्हें इंजीनियरिंग की डिग्री दिलाने के लिए संघर्ष किया, वह भी उस दौर में जब यह सोचा जाता था कि केवल लड़कों को ही तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए।
Sudha Murthy on TKSS: हाल ही में इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति द कपिल शर्मा शो में नजर आईं। कार्यक्रम में सुधा मूर्ति ने खुलासा किया कि कंपनी की स्थापना के 30 साल बाद तक ना तो उन्होंने और ना ही उनके पति और इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति कहीं छुट्टियां मनाने गए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पति हमेशा इतना व्यस्त रहते थे कि वे छुट्टी के बारे में सोच भी नहीं सकते थे। शो में सुधा के साथ अभिनेत्री रवीना टंडन और फिल्म निर्माता गुनीत मोंगा भी थे, जिन्होंने हाल ही में द एलिफेंट व्हिस्परर्स के लिए ऑस्कर जीता था।
सुधा मूर्ति ने कहा कि उनके पति नारायण मूर्ति द्वारा 1981 में इंफोसिस की स्थापना करने के बाद वह कंपनी को विकसित करने और घरेलू मामलों पर ध्यान केंद्रित करने में और उसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए समर्पित हो गए। सुधा मूर्ति ने कहा- इन्फोसिस की स्थापना के 30 साल बाद तक हम छुट्टियां नहीं ले पाए क्योंकि मेरे पति लगातार काम में व्यस्त थे। वह साल के 220 दिन टूर पर बिताते थे। मैंने उनसे घरेलू मदद की कभी उम्मीद नहीं की थी। मैंने अपने बच्चों को पालने की जिम्मेदारी उठाई, उन्हें नहीं पता था कि घर में क्या हुआ। हमारे बच्चों के बाहर जाने के बाद नारायण मूर्ति को एहसास हुआ कि मैंने उनकी कितनी मदद की थी।
सुधा मूर्ति ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय अपने पिता आरएच कुलकर्णी को दिया जो एक सर्जन थे। सुधा मूर्ति ने दावा किया कि उनके पिता ने उन्हें इंजीनियरिंग की डिग्री दिलाने के लिए संघर्ष किया, वह भी उस दौर में जब यह सोचा जाता था कि केवल लड़कों को ही तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए।