- Date : 11/05/2020
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तलाक लेने की प्रक्रिया बेहद दुखदायी होती है। लेकिन, इन बातों का पालन करने से यह प्रक्रिया कुछ कम तनावपूर्ण बन सकती है।

तलाक लेना दोनों ही संबंधित पक्षों के लिए एक बहुत ही तनावपूर्ण समय हो सकता है। इसका असर सिर्फ मानसिक या शारीरिक रूप से ही नहीं पड़ता, बल्कि यह सब आर्थिक रूप से भी बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। इससे आपकी आय और जीवनशैली प्रभावित हो सकती है। साथ ही आप कर्ज के अतिरिक्त बोझ के नीचे भी दब सकते हैं।
आपके हितों की रक्षा के लिए और तलाक की प्रक्रिया को कुछ कम कष्टदायक बनाने के लिए यहां कुछ खास बिंदु दिए गए हैं:
एक वित्तीय सूची तैयार करें
जब अलग होना अनिवार्य हो जाए, तो सबसे पहले, आपको घर की मासिक आय और व्यय के आधार पर बजट तैयार करना होगा। अपने पति की सभी प्रकार की आय का मूल्यांकन करें। इसमें उनकी सक्रिय और निष्क्रिय (निवेश/प्राप्त होने वाले कर्ज आदि के माध्यम से) दोनों प्रकार की आय शामिल करें। इसके अलावा 8 से 10 वर्ष या फिर वैवाहिक जीवन के समय अंतराल में से जो भी समय कम हो, उस बीच के इनकम टैक्स रिटर्न की कॉपी अपने पास रखें। यह आपको बताने में मदद करेगा कि कब कौन सी संपत्ति खरीदी गई थी। साथ ही टैक्स अधिकारियों को भी यह बताने में मदद करेगा कि आप और आपके पति ने कैसे वह संपत्ति खरीदी थी।(एक बार जब तलाक की प्रक्रिया पूरी हो जाए)
घर, सभी प्रकार के वाहन, ज्वैलरी, डेट एवं इक्विटी निवेश, बीमा पॉलिसियों, रिटायरमेंट प्लान, प्राचीन एवं कलात्मक वस्तुओं जैसी सभी वैवाहिक संपत्तियों की एक सूची बनाएं। इसी प्रकार, सभी व्यक्तिगत और संयुक्त ऋण की एक विस्तृत सूची बनाएं, जैसे कि संपत्ति एवं वाहन के लिए ऋण, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड इत्यादि के लिए ऋण।
पैसों से जुड़े दायित्वों को समझें
संबंध खत्म करने के वक्त बच्चों की देखभाल/भरण-पोषण का मुआवजा सबसे अहम आर्थिक मसला होता है।
यदि आप गृहस्थ हैं और वित्तीय रूप से निर्भर हैं या अपने गुजारे के लिए पर्याप्त पैसा नहीं कमाती हैं, तो आप गुजारे भत्ते की हकदार होंगी। यह एक अनिवार्य कानूनी प्रक्रिया है जिसके तहत पति को समय-समय पर निश्चित राशि का भुगतान करके या एक मुश्त भुगतान कर 'आजीविका' चलाने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।
आजीविका का अधिकार, पति की संपत्ति और देनदारियों के साथ-साथ परिवार की वित्तीय स्थिति और जीवन स्तर पर भी निर्भर करता है।
यदि आपके बच्चे हैं तो चीजें और भी जटिल हो जाती हैं। एक मां के रूप में, आप सबसे पहले उनके हितों की रक्षा के बारे में सोचेंगी। आपके पति बच्चे (या बच्चों) के शैक्षिक जीवन में आने वाले विभिन्न चरणों के लिए मासिक/थोड़ी-थोडी रकम या फिर एक मुश्त रकम का भुगतान करने पर सहमत हो सकते हैं। जिसमें जीवन-यापन, जीवनशैली, स्वास्थ्य और दूसरे खर्चों की बढ़ती हुई लागत को भी ध्यान में रखा जाएगा।
बातचीत की गुंजाइश को भी बनाए रखें। जिससे आगे चलकर बच्चे को मिलने वाली मदद की समीक्षा की जा सके और समय-समय पर इसमें सुधार किया जा सके। इस बात का भी ध्यान रखें कि ये भुगतान आपके मासिक बजट में कैसे फिट बैठेंगे।
कार्य योजना
नकदी के रूप में अपनी पूरी बचत की गणना करें और संभव हो सके तो इन्हें व्यक्तिगत खातों में ट्रांसफर कर दें।
परिवार की वित्तीय संपत्तियों का एक व्यापक रिकॉर्ड तैयार करें। यदि रिकॉर्ड अपडेट नहीं हैं, तो आप सही अनुमान प्राप्त करने के लिए वित्तीय परामर्शदाता की सहायता ले सकते हैं। इसकी कई फिजिकल और डिजिटल कॉपी तैयार करें। यदि आप कभी भी कानूनी रास्ता अपनाती हैं, तो यह सब चीजें आपकी मदद करेंगी।
यदि कोई विवाहपूर्ण समझौता नहीं है, तो साथी के साथ आमने सामने बैठें और बातचीत कर तय करें कि संपत्तियों और उत्तरदायित्वों का बंटवारा कैसे किया जाएगा। आदर्श रूप से, सबसे बेहतर यही होगा कि सब कुछ ठीक तरीके से व्यवस्थित हो जाए।
चूंकि कानूनी प्रक्रिया बहुत महंगी और समय लेने वाली होती है, ऐसे में बेहतर होगा कि अपने अहम को ही दरकिनार कर दें। आप दोनों ही नहीं चाहेंगे कि निपटारे से जो कुछ भी प्राप्त हो, आप उससे ज्यादा खर्च कर दें।
रियल एस्टेट जैसी बड़ी संपत्तियों से लेकर घरेलू सामान जैसी छोटी वस्तुओं तक, हर चीज़ को कागज़ पर लिख लें और सुनिश्चित कर लें कि आपसे कोई भी चीज़ छूट न गई हो।
विभाजन समझौता तलाक निपटारे के लिए फ्रेमवर्क के रूप में कार्य करेगा। जिसमें पहले उल्लेख की गई सभी बातें शामिल होंगी। यह सुनिश्चित कर लें कि इसे इस प्रकार तैयार और अभिव्यक्त किया गया है कि इसमें संदेह की कोई गुंजाइश न हो और यह आपके हितों की रक्षा करता हो।
एक 'पारस्परिक' तलाक के मामले में, तलाक के लिए अर्जी देने के छह महीने बाद यह बेहद जरूरी है कि आप दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने के काबिल हो जाएं। इस बीच, यदि किसी प्रकार के शारीरिक या भावनात्मक नुकसान का खतरा न हो, तो आप दोनों 6 महीने तक एक साथ अपने घर में रह सकते हैं।
आपको अपनी शादी और अपने वैवाहिक जीवन के दौरान विभिन्न उपहार भी मिले होंगे। घर, कार, भूमि इत्यादि जैसी बड़ी संपत्तियों के लिए स्वामित्व का स्पष्ट सबूत होना बेहतर होता है। उचित दस्तावेजों के बिना, यह पूरी तरह निपटारे की शर्तों पर निर्भर करेगा। हालांकि, आपके माता-पिता, पति या ससुराल वालों की ओर से दिए गए सभी उपहार, आभूषण और उपकरण आपकी संपत्ति माने जाएंगे। सभी संपत्तियों का रिकॉर्ड रखने से तलाक के दौरान दावे का हक आसान हो जाता है। यह भी सलाह दी जाती है कि आप शादी के फोटाग्राफ को भी सहेज कर रखें। ये फोटो इस बात को साबित करने में मदद करेंगी कि शादी में ज्वैलरी आपको उपहार के रूप में प्राप्त हुई थी।
आगे की राह
सुनिश्चित करें कि आपके पूर्व-जीवनसाथी का नाम सभी संपत्ति, निवेश, बीमा पॉलिसियों, बचत योजनाओं, रिटायरमेंट प्लान आदि में जॉइंट होल्डर या नॉमिनी के रूप से हटा दिया गया हो। अपने अन्य प्रियजन जैसे कि अपने बच्चे को इसकी जगह नॉमिनी बनाएं।
आपका जीवन नए अवसरों के लिए खुला है। अब आप और आपके वित्तीय भविष्य के पुनर्निर्माण का समय है। उन चीज़ों की एक सूची बनाएं जिन्हें आप हासिल करना चाहती हैं। साथ ही अपने वित्तीय लक्ष्यों को दोबारा तैयार करें। यह आपके जीवन का एकदम नया अध्याय होगा।