- Date : 16/08/2022
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वैश्विक बाजार के मिले जुले संकेतों के बीच विदेशी संस्थागत निवेशक का जहाँ खरीद की ओर रुझान दिखा वहीं डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर ने बिकवाली पर जोर दिया। निवेशकों की सहूलियत के लिए यहाँ कुछ शेयरों की जानकारी दी जा रही है जिनके प्रदर्शन में तेजी देखी गई।

Share Breakout: वर्तमान में जबकि वैश्विक बाजार के संकेत मिले जुले हैं, ऐसे में शुक्रवार को निफ्टी की शुरुआत भी धीमी रही। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) ने शेयरों की खरीद पर जोर दिया। उन्होंने कुल ₹2298.08 करोड़ के शेयर खरीदे। वहीं (DII) ने यानी घरेलू संस्थागत निवेशकों ने ₹729.56 करोड़ की कीमत के शेयर बाजार में बेचे। इस पूरे महीने विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुझान शेयर खरीदने की ओर ही दिखा। मुद्रास्फीति के कमजोर आंकड़ों के बावजूद वॉल स्ट्रीट मिले जुले असर के साथ बंद हुआ। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में नैस्डेक कम्पोजिट और एसएंडपी 500 में गिरावट देखी गई जो क्रमशः 0.58% और 0.08% की थी। दूसरी तरफ डाउ जोन्स ने ओवरनाइट ट्रेड में 0.1% की वृद्धि दर्ज की।
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FII शुद्ध खरीदार है तो DII ने ज़ोर दिया बेचने पर
समाचार लिखते समय तक निफ्टी ने 5025.30 अंक की वृद्धि की थी और 17,684.30 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी में 0.14% की तेजी आई है। निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स के साथ निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में भी तेज़ी देखने मिल रही है। यह बढ़त क्रमशः 0.75% और 0.59% की है। साथ ही ब्रॉडर मार्केट्स ने फ्रंटलाइन इंडेक्स पर अपना प्रदर्शन अच्छा रखा है। शुक्रवार यानी 11 अगस्त को एफआईआई शुद्ध खरीदार था। इस रुझान के चलते उसके द्वारा ₹2298.08 करोड़ के शेयर खरीदे गए। निवेश की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण सूचना है। तो इसके उल्टे डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) यानी घरेलू बाजार के निवेशकों ने ₹729.56 करोड़ के शेयर बेचे। अब तक एफआईआई पूरे महीने भर शुद्ध खरीदार बना हुआ है। उनके द्वारा ₹11,801.20 करोड़ के शेयर खरीदे जा चुके हैं। विदेशी संस्थागत निवेशकों का बाजार में खरीद करना शेयर बाजार के लिहाज से एक बहुत अच्छा संकेत है। बाजार में जिन शेयरों में प्राइस वॉल्यूम ब्रेक आउट देखने को मिला उनके नाम निवेशकों की सहायता के लिए नीचे दिए जा रहे हैं।

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मूल्यों में अत्यधिक बढ़त
Share Breakout: वर्तमान में जबकि वैश्विक बाजार के संकेत मिले जुले हैं, ऐसे में शुक्रवार को निफ्टी की शुरुआत भी धीमी रही। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) ने शेयरों की खरीद पर जोर दिया। उन्होंने कुल ₹2298.08 करोड़ के शेयर खरीदे। वहीं (DII) ने यानी घरेलू संस्थागत निवेशकों ने ₹729.56 करोड़ की कीमत के शेयर बाजार में बेचे। इस पूरे महीने विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुझान शेयर खरीदने की ओर ही दिखा। मुद्रास्फीति के कमजोर आंकड़ों के बावजूद वॉल स्ट्रीट मिले जुले असर के साथ बंद हुआ। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में नैस्डेक कम्पोजिट और एसएंडपी 500 में गिरावट देखी गई जो क्रमशः 0.58% और 0.08% की थी। दूसरी तरफ डाउ जोन्स ने ओवरनाइट ट्रेड में 0.1% की वृद्धि दर्ज की।
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FII शुद्ध खरीदार है तो DII ने ज़ोर दिया बेचने पर
समाचार लिखते समय तक निफ्टी ने 5025.30 अंक की वृद्धि की थी और 17,684.30 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी में 0.14% की तेजी आई है। निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स के साथ निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में भी तेज़ी देखने मिल रही है। यह बढ़त क्रमशः 0.75% और 0.59% की है। साथ ही ब्रॉडर मार्केट्स ने फ्रंटलाइन इंडेक्स पर अपना प्रदर्शन अच्छा रखा है। शुक्रवार यानी 11 अगस्त को एफआईआई शुद्ध खरीदार था। इस रुझान के चलते उसके द्वारा ₹2298.08 करोड़ के शेयर खरीदे गए। निवेश की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण सूचना है। तो इसके उल्टे डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) यानी घरेलू बाजार के निवेशकों ने ₹729.56 करोड़ के शेयर बेचे। अब तक एफआईआई पूरे महीने भर शुद्ध खरीदार बना हुआ है। उनके द्वारा ₹11,801.20 करोड़ के शेयर खरीदे जा चुके हैं। विदेशी संस्थागत निवेशकों का बाजार में खरीद करना शेयर बाजार के लिहाज से एक बहुत अच्छा संकेत है। बाजार में जिन शेयरों में प्राइस वॉल्यूम ब्रेक आउट देखने को मिला उनके नाम निवेशकों की सहायता के लिए नीचे दिए जा रहे हैं।

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