- Date : 06/06/2023
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उत्तर भारत के कई इलाकों में हुई बेमौसम बारिश की वजह से टमाटर की फसल प्रभावित हुई है जिससे पिछले एक पखवाड़े में टमाटर की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है।

Tomato Price Hike: पिछले कुछ दिनों से टमाटर और अदरक के दामों में बतहाशा वृद्धि देखने को मिली है। दरअसल उत्तर भारत के कई इलाकों में हुई बेमौसम बारिश की वजह से टमाटर की फसल प्रभावित हुई है जिससे पिछले एक पखवाड़े में टमाटर की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। वहीं दूसरी तरफ अदरक की कीमतों में भी तेजी देखने को मिल रही है। दरअसल अदरक के किसान अपनी फसल को रोक रहे हैं ताकि कीमत और अच्छी मिल सके ताकि पिछले साला का घाटा पूरा किया जा सके।
पिछले 15 दिनों में टमाटर के दाम दोगुने हो चुके हैं। 15 दिन पहले टमाटर का खुदरा मूल्य 40 रुपये किलो था जो अब 80 रुपये किलो तक पहुंच गया है। आजादपुर बाजार में टमाटर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कौशिक के मुताबिक आजादपुर मंडी (दिल्ली) में टमाटर की आपूर्ति कम हो गई है क्योंकि बारिश ने फसल को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि नई फसल आने तक कीमतें कुछ समय तक स्थिर रहेंगी। अशोक कौशिक के मुताबिक दक्षिण भारत से टमाटर की भारी मांग है, जो कीमत बढ़ने का एक और कारक है।
अदरक की कीमत जो 30 रुपये प्रति 100 ग्राम थी, अब बढ़कर 40 रुपये हो गई है। ऑल इंडिया वेजिटेबल ग्रोअर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीराम गढ़वे के मुताबिक पिछले साल किसानों को अदरक की कम कीमत की वजह से नुकसान उठाना पड़ा था। इस बार वे सावधानी से फसल को मार्केट में उतार रहे हैं। अब जब कीमतें बढ़ गई हैं, तो वे अपनी फसल को बेचना शुरू कर देंगे। भारत में हर साल लगभग 2.12 मिलियन मीट्रिक टन अदरक का उत्पादन होता है।
इस बीच सूडान में संघर्ष के कारण तरबूज के बीज (मगज) की कीमत तीन गुना बढ़ गई है। सूडान से मगज की आपूर्ति होती है जो काफी कम हो गई है। एक किलो मगज की कीमत 900 रुपये किलो हो गई है जो पहले 300 रुपये किलो हुआ करती थी।