Unseasonal Rainfall: बेमौसम बारिश थाली में लगाएगी आग, बेतहाशा बढ़ने वाली है इन खाद्य पदार्थों की कीमतें

भारत के कई हिस्सों में बीते कुछ दिनों से बेमौसम बारिश की वजह से किसानों को काफी नुकसान पहुंच रहा है। इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा, क्योंकि इसकी वजह से सब्जी समेत अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ सकती हैं।

Unseasonal Rainfall

Unseasonal Rainfall: बेमौसम बारिश ने एक बार फिर देशभर के किसानों के माथे पर चिंताएं की लकीरें ला दी हैं। इसी के साथ एक और जो समस्या लोगों को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाली है, वो ये है कि आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम में आग लग सकती है। जी हां, बेमौसम बारिश की वजह से अगले कुछ दिनों में सब्जियों की कीमत बढ़ सकती है। गेहूं और चना समेत अन्य फसलों को बिना मौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से काफी नुकसान हुआ है और ऐसी स्थिति आम किसानों के लिए सरकार के लिए चिंताजनक है। सरकार आगामी चिंताओं को देखते हुए अलर्ट मोड में आ गई है, क्योंकि अगर खाद्य पदार्थों के दाम बढ़े तो इससे सीधे तौर पर आम लोग परेशान होंगे। 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें को बेमौसम बारिश से हुए नुकसान के आंकलन के लिए खाद्य और कृषि मंत्रालय काम पर लग गए हैं। पहले इसका ब्यौरा इकट्ठा किया जाएगा और फिर इसके उपायों पर जोर दिया जाएगा। दरअसल, सरकार को सबसे ज्यादा ज्यादा चिंता गेहूं और चने की है। सरकार ने हाल ही में गेहूं के दाम को नियंत्रित करने के लिए 30 लाख टन गेहूं को खुले मार्केट में बेचा, जिसके बाद इसके दाम में स्थिरता आई है। इस वजह से आटा भी थोड़ा सस्ता हुआ है। अब बेमौसम बारिश से गेंहू के फसल को नुकसान पहुंचने की स्थिति में अगर फिर से गेहूं के दाम बढ़े तो निश्चित रूप से आटे की कीमत भी बढ़ जाएगी और ऐसी स्थिति आम आदमी के लिए चिंताजनक है।

सरकार का अनुमान है कि वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) में गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड 11.22 करोड़ टन रह सकता है। हालांकि, इसके बारे में तो आने वाले समय में ही पुख्ता जानकारी मिल सकती है। अभी इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। आपको बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली से लेकर यूपी, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों में भारी बारिश और तेज हवा के साथ ही ओलावृष्टि ने किसानों के हाथ-पैर फुला दिए हैं और ऐसे में सब्जियों की कीमत पर भी असर पड़ रहा है। गन्ना छिलाई और आलू की खुदाई भी प्रभावित हुई है। साथ ही आम को भी नुकसान पहुंचा है।

 

Unseasonal Rainfall: बेमौसम बारिश ने एक बार फिर देशभर के किसानों के माथे पर चिंताएं की लकीरें ला दी हैं। इसी के साथ एक और जो समस्या लोगों को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाली है, वो ये है कि आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम में आग लग सकती है। जी हां, बेमौसम बारिश की वजह से अगले कुछ दिनों में सब्जियों की कीमत बढ़ सकती है। गेहूं और चना समेत अन्य फसलों को बिना मौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से काफी नुकसान हुआ है और ऐसी स्थिति आम किसानों के लिए सरकार के लिए चिंताजनक है। सरकार आगामी चिंताओं को देखते हुए अलर्ट मोड में आ गई है, क्योंकि अगर खाद्य पदार्थों के दाम बढ़े तो इससे सीधे तौर पर आम लोग परेशान होंगे। 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें को बेमौसम बारिश से हुए नुकसान के आंकलन के लिए खाद्य और कृषि मंत्रालय काम पर लग गए हैं। पहले इसका ब्यौरा इकट्ठा किया जाएगा और फिर इसके उपायों पर जोर दिया जाएगा। दरअसल, सरकार को सबसे ज्यादा ज्यादा चिंता गेहूं और चने की है। सरकार ने हाल ही में गेहूं के दाम को नियंत्रित करने के लिए 30 लाख टन गेहूं को खुले मार्केट में बेचा, जिसके बाद इसके दाम में स्थिरता आई है। इस वजह से आटा भी थोड़ा सस्ता हुआ है। अब बेमौसम बारिश से गेंहू के फसल को नुकसान पहुंचने की स्थिति में अगर फिर से गेहूं के दाम बढ़े तो निश्चित रूप से आटे की कीमत भी बढ़ जाएगी और ऐसी स्थिति आम आदमी के लिए चिंताजनक है।

सरकार का अनुमान है कि वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) में गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड 11.22 करोड़ टन रह सकता है। हालांकि, इसके बारे में तो आने वाले समय में ही पुख्ता जानकारी मिल सकती है। अभी इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। आपको बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली से लेकर यूपी, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों में भारी बारिश और तेज हवा के साथ ही ओलावृष्टि ने किसानों के हाथ-पैर फुला दिए हैं और ऐसे में सब्जियों की कीमत पर भी असर पड़ रहा है। गन्ना छिलाई और आलू की खुदाई भी प्रभावित हुई है। साथ ही आम को भी नुकसान पहुंचा है।

 

संवादपत्र

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