Vijay Mallya Story How did the King of Good Times become a fugitive Know the story of Vijay Mallya in hindi

विजय माल्या को कभी किंग ऑफ गुड टाइम्स यानी अच्छे समय का बादशाह बोला जाता था। जानिए क्या है उनके पतन के पीछे की कहानी।

Vijay Mallya Story

Vijay Mallya Story: विजय माल्या। ये नाम आप जब भी सुनते होंगे तो आपके मुंह से संभवत: जो पहला शब्द निकलेगा वो होगा भगौड़ा। मीडिया विजय माल्या और नीरव मोदी को भगौड़ा कहती है। खैर बात आज विजय माल्या की हो रही है तो उन्हीं के जीवन पर बात करते हैं। क्या आप जानते हैं कि विजय माल्या को उनकी असाधारण लाइफ स्टाइल के लिए किंग ऑफ गुड टाइम्स मतलब अच्छे समय का राजा कहा जाता था। अच्छे समय के राजा पर अचानक भगौड़ा होने का ठप्पा क्यों और कैसे लगा आइए जानते हैं। 

पिता के व्यापार को विजय माल्या ने दी नई उड़ान

विजय माल्या के पिता विट्ठल माल्या कर्नाटक के बड़े उद्योगपति थे। विजय माल्या ने अपने पिता के जरिए बिजनेस वर्ल्ड में कदम रखा और उनके बिजनेस को आसमान की बुलंदियों तक पहुंचा दिया। 

28 साल की उम्र में पिता के निधन के बाद विजय माल्या ने बिजनेस वर्ल्ड में कदम रखा। उन्हें यूनाइटेड ब्रेवरीज समूह का अध्यक्ष बना दिया गया। यहां से माल्या की लाइफ ने नई उड़ान भरी। उनकी शराब कंपनी यूनाइटेड स्प्रिट्स एक समय पर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शराब निर्माता कंपनी बन गई थी। हालांकि बाद में इस कंपनी को उन्होंने बेच दिया। 

विजय माल्या की लाइफस्टाइल देख दंग थी दुनिया

उस जमाने में किंगफिशर बीयर को कौन नहीं जानता। ये वो दौर था जब विजय माल्या इतनी आलीशान जिंदगी जी रहे थे कि कोई ऐसी जिंदगी सपने में भी नहीं सोच सकता। उस समय विजय माल्या के पास प्राइवेट जेट, प्राइवेट यॉर्ट, बंगले, महंगी गाड़ियां, दुनियाभर में आलीशान बंगले और उनमें होने वाली सबसे शानदार पार्टियां बी टाउन की खबरें हुआ करती थी। सुंदर लड़कियों से घिरे विजय माल्या को देखकर हर कोई उनकी जिंदगी से रश़्क खाता था।

किंगफिशर एयरलाइंस की शुरूआत

2003 में विजय माल्या एविएशन सेक्टर में उतरे और उन्होंने किंगफिशयर एयरलाइंस की शुरूआत की। विजय माल्या की किंगफिशयर एयरलाइंस में सबकुछ रॉयल था। प्लेन का रखरखाव, एयर हॉस्टेस, सीट मतलब हर तरह से किंगफिशयर एयरलाइंस कस्टमर को रॉयल फील करवाती थी। बाकी एयरलाइंस के मुकाबले किंगफिशर की टिकट भी थोड़ी महंगी थी लेकिन फ्लाइट फुल जाती थी।

एक गलती और खत्म हो गया गुड टाइम

एक समय लगने लगा था कि किंगफिशर एविएशन इंडस्ट्री पर राज करेगी लेकिन वो कहते हैं ना कि अच्छा वक्त आता है तो बुरा वक्त भी आता है। ऐसा ही बुरा वक्त आया जब किंगफिशयर एयरलाइंस घाटे में जाने लगी। कहते हैं कि विजय माल्या को कई लोगों ने किंगफिशर एयरलाइंस बंद करने की सलाह दी लेकिन 2010 में उन्होंने इसे दोबारा लॉन्च करने का फैसला किया और शायद यही उनकी सबसे बड़ी गलती थी। किंगफिशर डूबा और साथ में ले डूबा विजय माल्या का गुड टाइम और बैंकों के 9 हजार करोड़ रूपये जिसे वापस पाने के लिए सरकार केस लड़ रही है।

 

संवादपत्र

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