- Date : 30/06/2017
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भारत के कामकाजी पेशेवर अपनी सेवानिवृति को लेकर अपने वैश्विक समक्षों के मुकाबले ज़्यादा आश्वस्त पाए गए हैं।

भारत के कामकाजी पेशेवर अपनी सेवानिवृति को लेकर अपने वैश्विक समक्षों के मुकाबले ज़्यादा आश्वस्त पाए गए हैं। एगॉन ने रिटायरमेंट रेडीनेस सर्वेक्षणों की अपनी श्रृंखला में 15 देशों के कामकाजी पेशेवरों और पूरी तरह से सेवानिवृत हो चुके लोगों के सर्वेक्षण के आधार पर ऐसे पाया है।
2015 के इस सर्वेक्षण में भाग लेने वाले देश इस प्रकार थे:
भारत |
ऑस्ट्रेलिया |
कनाडा |
स्पेन |
पोलैंड |
जापान |
यूके |
यूएसए |
हंगरी |
चीन |
जर्मनी |
नीदरलैंड |
जापान |
तुर्की |
ब्राजील |
भारतीय पेशेवरों को छोड़कर इन देशों के अधिकांश कामकाजी पेशेवर अपनी सेवानिवृत्ति की उम्मीदों को हासिल करने के प्रति निराशावादी दिखे। 44% भारतीयों ने माना कि वे बेहतर जीवनशैली के साथ पूरी तरह से सेवानिवृत होने में कामयाब होंगे। सर्वेक्षण में यहां तक पता चला है कि सेवानिवृत हो चुके भारतीय अन्य देशों के सेवानिवृत हो चुके लोगों के मुकाबले बेहतर स्थिति में हैं। सेवानिवृत हो चुके 56% भारतीयों ने माना है कि वो आराम की जिंदगी जी रहे हैं जबकि वैश्विक स्तर पर यह आंकड़ा सिर्फ 17% है।
लगभग 73% भारतीय कामकाजी श्रमिकों का मानना है कि सेवानिवृत्ति के बाद उनके जीवनसाथी के अलावा उनके परिवार के सदस्यों को वित्तीय सहायता की जरूरत पड़ेगी।
उनमें से 51% लोग सेवानिवृत्ति के लिए नियमित रूप से बचत करते हैं। वो बैंक खाते, जीवन बीमा और म्युचुअल फंड जैसे निवेश और बचत के मिले-जुले विकल्पों में पैसे लगाते हैं। इसलिए आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि एगॉन के रिटायरमेंट रेडीनेस इंडेक्स पर भारत का स्थान सबसे ऊपर है।
भारतीय श्रमिकों ने एआरआरआई में 10 में से 6.98 अंक हासिल किये, जो कि इस सर्वेक्षण में शामिल सभी देशों के मुकाबले और 5.86 अंक के वैश्विक औसत से अधिक है।
पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n= 14,400) - कुल: 5.9 -जापान:4.8 -हंगरी:5.1 -स्पेन:5.1 -पोलैंड:5.2 -तुर्की:5.3 -फ्रांस:5.4 -नीदरलैंड्स:5.8 -ऑस्ट्रेलिया:5.8 -यूके:6.0 -कनाडा:6.0 -जर्मनी:6.1 -यूएसए:6.5 -चीन:6.5 -ब्राजील:6.7 -भारत:7.0 |
इसके तुरंत बाद 6.7 अंक के साथ ब्राजील दूसरे स्थान पर, चीन और यू.एस.ए. सूचकांक में 6.5 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है। वहीं जापान 4.8 अंक के साथ सबसे निचले पायदान पर है।
सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्ष यहां दिए गए हैं।
- भारतीय आरामदायक जीवन शैली के साथ सेवानिवृत्त होने के बारे में ज्यादा आश्वस्त हैं।
> कुल मिलाकर, आप अपने मुताबिक आरामदायक जीवनशैली के साथ सेवानिवृत होने को लेकर कितने आश्वास्त हैं? पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n=14,400 (भारत: n=900)) - जरा भी आश्वास्त नहीं: भारत-3% , विश्व-15% - बहुत ज्यादा आश्वास्त नहीं: भारत-10% , विश्व-26% - थोड़ा थोड़ा आश्वास्त : भारत-42% , विश्व-34% - बहुत आश्वास्त : भारत-34% , विश्व-18% - बहुत ज्यादा आश्वास्त : भारत-10% , विश्व-5% - नहीं जानते : भारत-2% , विश्व-2% |
वैश्विक स्तर पर भी तुलना करें तो भारतीय आरामदायक जीवन शैली के साथ सेवानिवृत्त होने को लेकर अधिक भरोसेमंद दिखे। केवल 13% भारतीय ही आरामदायक जीवनशैली के साथ सेवानिवृत्त होने को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, जो कि वैश्विक औसत 41% से काफी कम है।
- जो लोग पहले ही सेवानिवृत हो चुके हैं, उनमें से 56% ने माना है कि वो आराम की जिंदगी जी रहे हैं।
> कुल मिलाकर, आप भी सेवानिवृति को लेकर वित्तीय तौर पर कितना आरामदायक महसूस करते हैं? पूरी तरह से सेवानिवृत (n=1,600 (भारत: n=100)) - बहुत ज्यादा आरामदायक: भारत-16% , विश्व-3% - बहुत आरामदायक: भारत-40% , विश्व-14% - थोड़ा थोड़ा आरामदायक : भारत-31% , विश्व-43% - बहुत ज्यादा आरामदायक नहीं : भारत-11% , विश्व-27% - जरा भी आरामदायक नहीं : भारत-2% , विश्व-13% |
दुनिया भर में केवल 17% सेवानिवृत्त लोग ही आरामदायक जिंदगी जी रहे हैं जो कि आरामदायक जिंदगी का आनंद उठा रहे भारतीय सेवानिवृत्त लोगों के मुकाबले एक तिहाई से भी कम है।
- भारतीयों का मानना है कि सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें अपनी जरूरत पूरी करने के लिए उनकी मौजूदा आय की 58% आमदनी की आवश्यकता होगी
पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n=900) - 20%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले 40% से भी कम -40%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले करीब 40-59% - 26%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले करीब 60-79% -10%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले करीब 80-100% -4%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले करीब 100% से अधिक |
केवल 10% भारतीयों का मानना है कि उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद उनकी मौजूदा वार्षिक आय के 80-100% की आवश्यकता होगी जबकि केवल 4% का मानना है कि उन्हें सेवानिवृत के बाद आराम से जीने के लिए आज जो कमाई हो रही है उससे अधिक की आवश्यकता होगी।
- लगभग 60% भारतीयों का मानना है कि वे सेवानिवृत्ति के लिए पर्याप्त बचत कर रहे हैं
पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n=900) -मैं पूरी तरह से तैयार हूं। मैंने पहले ही काफी बचत कर ली है:27% -मैं पूरी तरह से तैयार नहीं हूं। मैं मुश्किल से ही सेवानिवृति के लिए बचा पा रहा हूं-7% |
केवल 15% भारतीयों का मानना है कि वे अपनी सेवानिवृत्ति के लिए पर्याप्त बचत नहीं कर रहे हैं।
- ) बचत खाता और जीवन बीमा सेवानिवृत्ति के लिए बचत का सबसे आम तरीका है।
सेवानिवृति की तैयारी के लिए आप फिलहाल किस वित्तीय साधन का इस्तेमाल कर रहे हैं? सभी निवासी (n=1,600 (भारत: n=1000)) - बचत खाता आदि: भारत-61% , विश्व-39% -जीवन बीमा: भारत-52% , विश्व-22% - म्युचुअल फंड : भारत-39% , विश्व-13% - शेयर बाजार : भारत-35% , विश्व-16% - प्रॉपर्टी में निवेश : भारत-32% , विश्व-12% -प्रॉपर्टी में निवेश : भारत-32% , विश्व-12% -नियोक्ता के योगदान के साथ एम्पलॉयी फंडेड 401 (K), 403 (b) और इसी तरह की योजना: भारत-31%,विश्व-12% -निजी पेंशन : भारत-29% , विश्व-24% |
दुनिया भर में सेवानिवृत्ति की तैयारी के लिए बचत के ये दो साधन सबसे अधिक पसंद किये जाते हैं। हालांकि, बचत खातों और जीवन बीमा में विश्वभर में निवेश करने वाले लोगों का प्रतिशत भारत की तुलना में कम है। दूसरी ओर निजी पेंशन सेवानिवृति की तैयारी के लिए सबसे कम पसंद किया जाने वाला तरीका है। भारत में इसका योगदान केवल 29% जबकि विश्वस्तर पर 24% है।
7) भारतीय अपनी सेवानिवृत्ति आय के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए नियमित रूप से बचत करते हैं
Base: पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n=900) -51%-मैं हमेशा सुनिश्चित करता हूं कि मैं सेवानिवृति के लिए बचत कर रहा हूं -28%-मैं सेवानिवृति के लिए कभी-कभी बचत करता हूं - 8%-मैं अभी सेवानिवृति के लिए बचत नहीं कर रहा हूं। हालांकि पहले बचत की थी। -12%-मैं सेवानिवृति के लिए बचत नहीं कर रहा हूं, हालांकि करना चाहता हूं। -2%-मैं कभी भी सेवानिवृति के लिए बचत नहीं की और मैं चाहता भी नहीं हूं। |
51% भारतीय सेवानिवृत्ति के लिए नियमित रूप से बचत करते हैं। दूसरी ओर सेवानिवृति के लिए बचत को जरूरी मानने के बावजूद 12% लोगों ने सेवानिवृत्ति के लिए बचत नहीं करने की बात कही है। केवल 2% भारतीयों को लगता है कि उन्हें सेवानिवृत्ति के लिए बचत करने की जरूरत नहीं है।
भारत के कामकाजी पेशेवर अपनी सेवानिवृति को लेकर अपने वैश्विक समक्षों के मुकाबले ज़्यादा आश्वस्त पाए गए हैं। एगॉन ने रिटायरमेंट रेडीनेस सर्वेक्षणों की अपनी श्रृंखला में 15 देशों के कामकाजी पेशेवरों और पूरी तरह से सेवानिवृत हो चुके लोगों के सर्वेक्षण के आधार पर ऐसे पाया है।
2015 के इस सर्वेक्षण में भाग लेने वाले देश इस प्रकार थे:
भारत |
ऑस्ट्रेलिया |
कनाडा |
स्पेन |
पोलैंड |
जापान |
यूके |
यूएसए |
हंगरी |
चीन |
जर्मनी |
नीदरलैंड |
जापान |
तुर्की |
ब्राजील |
भारतीय पेशेवरों को छोड़कर इन देशों के अधिकांश कामकाजी पेशेवर अपनी सेवानिवृत्ति की उम्मीदों को हासिल करने के प्रति निराशावादी दिखे। 44% भारतीयों ने माना कि वे बेहतर जीवनशैली के साथ पूरी तरह से सेवानिवृत होने में कामयाब होंगे। सर्वेक्षण में यहां तक पता चला है कि सेवानिवृत हो चुके भारतीय अन्य देशों के सेवानिवृत हो चुके लोगों के मुकाबले बेहतर स्थिति में हैं। सेवानिवृत हो चुके 56% भारतीयों ने माना है कि वो आराम की जिंदगी जी रहे हैं जबकि वैश्विक स्तर पर यह आंकड़ा सिर्फ 17% है।
लगभग 73% भारतीय कामकाजी श्रमिकों का मानना है कि सेवानिवृत्ति के बाद उनके जीवनसाथी के अलावा उनके परिवार के सदस्यों को वित्तीय सहायता की जरूरत पड़ेगी।
उनमें से 51% लोग सेवानिवृत्ति के लिए नियमित रूप से बचत करते हैं। वो बैंक खाते, जीवन बीमा और म्युचुअल फंड जैसे निवेश और बचत के मिले-जुले विकल्पों में पैसे लगाते हैं। इसलिए आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि एगॉन के रिटायरमेंट रेडीनेस इंडेक्स पर भारत का स्थान सबसे ऊपर है।
भारतीय श्रमिकों ने एआरआरआई में 10 में से 6.98 अंक हासिल किये, जो कि इस सर्वेक्षण में शामिल सभी देशों के मुकाबले और 5.86 अंक के वैश्विक औसत से अधिक है।
पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n= 14,400) - कुल: 5.9 -जापान:4.8 -हंगरी:5.1 -स्पेन:5.1 -पोलैंड:5.2 -तुर्की:5.3 -फ्रांस:5.4 -नीदरलैंड्स:5.8 -ऑस्ट्रेलिया:5.8 -यूके:6.0 -कनाडा:6.0 -जर्मनी:6.1 -यूएसए:6.5 -चीन:6.5 -ब्राजील:6.7 -भारत:7.0 |
इसके तुरंत बाद 6.7 अंक के साथ ब्राजील दूसरे स्थान पर, चीन और यू.एस.ए. सूचकांक में 6.5 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है। वहीं जापान 4.8 अंक के साथ सबसे निचले पायदान पर है।
सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्ष यहां दिए गए हैं।
- भारतीय आरामदायक जीवन शैली के साथ सेवानिवृत्त होने के बारे में ज्यादा आश्वस्त हैं।
> कुल मिलाकर, आप अपने मुताबिक आरामदायक जीवनशैली के साथ सेवानिवृत होने को लेकर कितने आश्वास्त हैं? पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n=14,400 (भारत: n=900)) - जरा भी आश्वास्त नहीं: भारत-3% , विश्व-15% - बहुत ज्यादा आश्वास्त नहीं: भारत-10% , विश्व-26% - थोड़ा थोड़ा आश्वास्त : भारत-42% , विश्व-34% - बहुत आश्वास्त : भारत-34% , विश्व-18% - बहुत ज्यादा आश्वास्त : भारत-10% , विश्व-5% - नहीं जानते : भारत-2% , विश्व-2% |
वैश्विक स्तर पर भी तुलना करें तो भारतीय आरामदायक जीवन शैली के साथ सेवानिवृत्त होने को लेकर अधिक भरोसेमंद दिखे। केवल 13% भारतीय ही आरामदायक जीवनशैली के साथ सेवानिवृत्त होने को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, जो कि वैश्विक औसत 41% से काफी कम है।
- जो लोग पहले ही सेवानिवृत हो चुके हैं, उनमें से 56% ने माना है कि वो आराम की जिंदगी जी रहे हैं।
> कुल मिलाकर, आप भी सेवानिवृति को लेकर वित्तीय तौर पर कितना आरामदायक महसूस करते हैं? पूरी तरह से सेवानिवृत (n=1,600 (भारत: n=100)) - बहुत ज्यादा आरामदायक: भारत-16% , विश्व-3% - बहुत आरामदायक: भारत-40% , विश्व-14% - थोड़ा थोड़ा आरामदायक : भारत-31% , विश्व-43% - बहुत ज्यादा आरामदायक नहीं : भारत-11% , विश्व-27% - जरा भी आरामदायक नहीं : भारत-2% , विश्व-13% |
दुनिया भर में केवल 17% सेवानिवृत्त लोग ही आरामदायक जिंदगी जी रहे हैं जो कि आरामदायक जिंदगी का आनंद उठा रहे भारतीय सेवानिवृत्त लोगों के मुकाबले एक तिहाई से भी कम है।
- भारतीयों का मानना है कि सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें अपनी जरूरत पूरी करने के लिए उनकी मौजूदा आय की 58% आमदनी की आवश्यकता होगी
पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n=900) - 20%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले 40% से भी कम -40%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले करीब 40-59% - 26%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले करीब 60-79% -10%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले करीब 80-100% -4%-मेरी अभी की कमाई के मुकाबले करीब 100% से अधिक |
केवल 10% भारतीयों का मानना है कि उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद उनकी मौजूदा वार्षिक आय के 80-100% की आवश्यकता होगी जबकि केवल 4% का मानना है कि उन्हें सेवानिवृत के बाद आराम से जीने के लिए आज जो कमाई हो रही है उससे अधिक की आवश्यकता होगी।
- लगभग 60% भारतीयों का मानना है कि वे सेवानिवृत्ति के लिए पर्याप्त बचत कर रहे हैं
पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n=900) -मैं पूरी तरह से तैयार हूं। मैंने पहले ही काफी बचत कर ली है:27% -मैं पूरी तरह से तैयार नहीं हूं। मैं मुश्किल से ही सेवानिवृति के लिए बचा पा रहा हूं-7% |
केवल 15% भारतीयों का मानना है कि वे अपनी सेवानिवृत्ति के लिए पर्याप्त बचत नहीं कर रहे हैं।
- ) बचत खाता और जीवन बीमा सेवानिवृत्ति के लिए बचत का सबसे आम तरीका है।
सेवानिवृति की तैयारी के लिए आप फिलहाल किस वित्तीय साधन का इस्तेमाल कर रहे हैं? सभी निवासी (n=1,600 (भारत: n=1000)) - बचत खाता आदि: भारत-61% , विश्व-39% -जीवन बीमा: भारत-52% , विश्व-22% - म्युचुअल फंड : भारत-39% , विश्व-13% - शेयर बाजार : भारत-35% , विश्व-16% - प्रॉपर्टी में निवेश : भारत-32% , विश्व-12% -प्रॉपर्टी में निवेश : भारत-32% , विश्व-12% -नियोक्ता के योगदान के साथ एम्पलॉयी फंडेड 401 (K), 403 (b) और इसी तरह की योजना: भारत-31%,विश्व-12% -निजी पेंशन : भारत-29% , विश्व-24% |
दुनिया भर में सेवानिवृत्ति की तैयारी के लिए बचत के ये दो साधन सबसे अधिक पसंद किये जाते हैं। हालांकि, बचत खातों और जीवन बीमा में विश्वभर में निवेश करने वाले लोगों का प्रतिशत भारत की तुलना में कम है। दूसरी ओर निजी पेंशन सेवानिवृति की तैयारी के लिए सबसे कम पसंद किया जाने वाला तरीका है। भारत में इसका योगदान केवल 29% जबकि विश्वस्तर पर 24% है।
7) भारतीय अपनी सेवानिवृत्ति आय के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए नियमित रूप से बचत करते हैं
Base: पूरी तरह से सेवानिवृत नहीं (n=900) -51%-मैं हमेशा सुनिश्चित करता हूं कि मैं सेवानिवृति के लिए बचत कर रहा हूं -28%-मैं सेवानिवृति के लिए कभी-कभी बचत करता हूं - 8%-मैं अभी सेवानिवृति के लिए बचत नहीं कर रहा हूं। हालांकि पहले बचत की थी। -12%-मैं सेवानिवृति के लिए बचत नहीं कर रहा हूं, हालांकि करना चाहता हूं। -2%-मैं कभी भी सेवानिवृति के लिए बचत नहीं की और मैं चाहता भी नहीं हूं। |
51% भारतीय सेवानिवृत्ति के लिए नियमित रूप से बचत करते हैं। दूसरी ओर सेवानिवृति के लिए बचत को जरूरी मानने के बावजूद 12% लोगों ने सेवानिवृत्ति के लिए बचत नहीं करने की बात कही है। केवल 2% भारतीयों को लगता है कि उन्हें सेवानिवृत्ति के लिए बचत करने की जरूरत नहीं है।