Senior Citizen Savings Scheme: इन पांच कारणों की वजह से वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश नहीं है फायदे का सौदा

एससीएसएस में निवेश के वैसे तो कई फायदे हैं लेकिन वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना में निवेश करने से पहले नुकसान के बारे में भी जान लेना चाहिए।

Senior Citizen Savings Scheme

Senior Citizen Savings Scheme: वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए सरकार द्वारा समर्थित बचत योजना है। 60 साल से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति इस योजना में निवेश कर सकता है और एफडी की तुलना में अधिक ब्याज दर अर्जित कर सकता है। जहां एससीएसएस में निवेश के कई फायदे हैं वहीं वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना में निवेश करने से पहले नुकसान के बारे में भी जान लेना चाहिए।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) की नवीनतम ब्याज दरें

बैंक और डाकघर वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) पर 8.2% की ब्याज दर प्रदान करते हैं। सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दर 8 फीसदी से बढ़ाकर 8.2 फीसदी कर दी थी। एक बार निवेश हो जाने के बाद ब्याज दर पूरे कार्यकाल के दौरान समान रहती है।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) में निवेश की सीमा

वरिष्ठ नागरिक 1 अप्रैल से इस योजना में 30 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं, जैसा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट 2023 पेश करते हुए सदन में कहा था।

मायफंडबाजार के सीईओ और संस्थापक विनीत खंडारे ने एससीएसएस में निवेश के 5 नुकसान बताए हैं जिसपर गौर किया जाना चाहिए

1  एससीएसएस के ब्याज पर टीडीएस

पीपीएफ योजनाओं के विपरीत, जहां सब कुछ टैक्स फ्री है, एससीएसएस जमा एक वित्तीय वर्ष में 50 हजार से ऊपर हो जाता है तो टैक्सेबल हो जाता है। यानी आपको उसपर ब्याज देना होगा।

2 निश्चित ब्याज दर

SCSS खाता 8.2% की वर्तमान ब्याज दर की वजह से वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बहुत ही आकर्षक निवेश विकल्प बन गया है, जिन व्यक्तियों ने पहले कम दर पर खाता खुलवाया है, वे नुकसान में हैं। वे अपने पिछले एससीएसएस खाते को बंद कर सकते हैं और वर्तमान उच्च दर का लाभ उठाने के लिए एक नया शुरू कर सकते हैं। हालाँकि SCSS खाते को समय से पहले रद्द करने के चार्ज देनें होंगे।

3-लावारिस ब्याज 

प्रत्येक तिमाही में SCSS खातों के मालिकों को अपनी ब्याज आय की सूचना देनी चाहिए। यदि आप प्रत्येक तिमाही ब्याज का दावा नहीं करते हैं तो आपको धन पर कोई और ब्याज नहीं मिलेगा।

4-सीमित आयु वर्ग

केवल 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक ही SCSS खाता खोलने के पात्र हैं। निजी क्षेत्र के कर्मचारी जो जल्दी रिटायरमेंट लेना चाहते हैं वो इस कार्यक्रम का लाभ नहीं उठा सकते हैं।

5-निश्चित कार्यकाल

SCSS खातों में किए गए निवेश में 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है। एक्सटेंशन में तीन साल और जोड़े जा सकते हैं। कुछ जमाकर्ताओं को अपने लक्ष्यों के आधार पर या उन लोगों के लिए योजनाएं विकसित करना चुनौतीपूर्ण लग सकता है जो लॉक-इन अवधि के कारण केवल कुछ वर्षों के लिए निवेश करना चाहते हैं। लॉक-इन अवधि और समय से पहले निकासी के लिए आपको कुछ एक्सट्रा चार्ज देना होगा।

Senior Citizen Savings Scheme: वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए सरकार द्वारा समर्थित बचत योजना है। 60 साल से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति इस योजना में निवेश कर सकता है और एफडी की तुलना में अधिक ब्याज दर अर्जित कर सकता है। जहां एससीएसएस में निवेश के कई फायदे हैं वहीं वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना में निवेश करने से पहले नुकसान के बारे में भी जान लेना चाहिए।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) की नवीनतम ब्याज दरें

बैंक और डाकघर वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) पर 8.2% की ब्याज दर प्रदान करते हैं। सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दर 8 फीसदी से बढ़ाकर 8.2 फीसदी कर दी थी। एक बार निवेश हो जाने के बाद ब्याज दर पूरे कार्यकाल के दौरान समान रहती है।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) में निवेश की सीमा

वरिष्ठ नागरिक 1 अप्रैल से इस योजना में 30 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं, जैसा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट 2023 पेश करते हुए सदन में कहा था।

मायफंडबाजार के सीईओ और संस्थापक विनीत खंडारे ने एससीएसएस में निवेश के 5 नुकसान बताए हैं जिसपर गौर किया जाना चाहिए

1  एससीएसएस के ब्याज पर टीडीएस

पीपीएफ योजनाओं के विपरीत, जहां सब कुछ टैक्स फ्री है, एससीएसएस जमा एक वित्तीय वर्ष में 50 हजार से ऊपर हो जाता है तो टैक्सेबल हो जाता है। यानी आपको उसपर ब्याज देना होगा।

2 निश्चित ब्याज दर

SCSS खाता 8.2% की वर्तमान ब्याज दर की वजह से वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बहुत ही आकर्षक निवेश विकल्प बन गया है, जिन व्यक्तियों ने पहले कम दर पर खाता खुलवाया है, वे नुकसान में हैं। वे अपने पिछले एससीएसएस खाते को बंद कर सकते हैं और वर्तमान उच्च दर का लाभ उठाने के लिए एक नया शुरू कर सकते हैं। हालाँकि SCSS खाते को समय से पहले रद्द करने के चार्ज देनें होंगे।

3-लावारिस ब्याज 

प्रत्येक तिमाही में SCSS खातों के मालिकों को अपनी ब्याज आय की सूचना देनी चाहिए। यदि आप प्रत्येक तिमाही ब्याज का दावा नहीं करते हैं तो आपको धन पर कोई और ब्याज नहीं मिलेगा।

4-सीमित आयु वर्ग

केवल 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक ही SCSS खाता खोलने के पात्र हैं। निजी क्षेत्र के कर्मचारी जो जल्दी रिटायरमेंट लेना चाहते हैं वो इस कार्यक्रम का लाभ नहीं उठा सकते हैं।

5-निश्चित कार्यकाल

SCSS खातों में किए गए निवेश में 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है। एक्सटेंशन में तीन साल और जोड़े जा सकते हैं। कुछ जमाकर्ताओं को अपने लक्ष्यों के आधार पर या उन लोगों के लिए योजनाएं विकसित करना चुनौतीपूर्ण लग सकता है जो लॉक-इन अवधि के कारण केवल कुछ वर्षों के लिए निवेश करना चाहते हैं। लॉक-इन अवधि और समय से पहले निकासी के लिए आपको कुछ एक्सट्रा चार्ज देना होगा।

संवादपत्र

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