- Date : 28/06/2023
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अपने सभी बोर्ड मेंबर्स को भर्ती घोटाले को लेकर सफाई दी है। जानिए कंपनी ने इस पूरे मामले पर क्या कहा?

TCS Job Scam: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अपने सभी बोर्ड मेंबर्स को कथित तौर पर नियुक्ति घोटाले को लेकर जानकारी दी है और इस बार में एक आधिकारिक बयान भी जारी किया है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टीसीएस ने बोर्ड मेंबर्स से कहा है कि मामले की जांच चल रही है और अंतिम रिपोर्ट मिलना अभी बाकी है। हालांक उन्होंने लेटर में कहा है कि शुरूआती जांच में पता चला है कि जिन कंसलटेंसी फर्म का नाम सामने आ रहा है उनका हायरिंग में बहुत छोटा सा योगदान है। टीसीएस ने सभी निदेशकों को भी स्थिति से अवगत करा दिया है। इस पूरे मामले पर एक बोर्ड मेंबर का कहना है कि ये टीसीएस के काम से संबंधित मुद्दा नहीं है। हालांकि टीसीएस के वेंडर का दावा जरूर है कि फर्जी तरीके से भर्तियां कर सौ करोड़ रुपये अर्जित किए गए। इस मामले की जांच के लिए टीसीएस बाहरी ऑडिटर की सलाह ले रहा है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते टीसीएस में पैसे लेकर भर्ती की खबर से कंपनी में सनसनी मच गई थी। कहा गया कि कुछ लोग पैसे लेकर ज्वाइनिंग करा रहे हैं और इस खेल से करीब सौ करोड़ की कमाई कर चुके हैं। एक व्हिसलब्लोअर ने कंपनी के सीईओ और सीओओ को जानकारी दी थी की कंपनी के रिसोर्स मैनेजमेंट ग्रुप के एक वरिष्ठ अधिकारी कुछ स्टाफिंग फर्म के साथ मिलिभगत कर भर्तियां करा रहे हैं। व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया कि आरएमजी के ग्लोबल हेड ईएस चक्रवर्ती कैंडिडेट भर्ती करने में शामिल स्टाफिंग फर्मों से रिश्वत ले रहे थे।
आरोप के बाद देश के सबसे बड़ी हायरिंग करने वाली टीसीएस ने आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया जिसमें मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी अजीत मेनन को भी शामिल किया गया। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि शुरूआती जांच में ये आचार संहिता से जुड़ा मामला लगता है।