रिटायरमेंट म्युचुअल फंड क्या है और इसमें कैसे निवेश करें

अगर आप बुढ़ापे में ठाट से रहने के लिए किसी निवेश विकल्प की तलाश में हैं तो रिटायरमेंट म्युचुअल फंड स्कीम चुन सकते हैं।

 साठ के बाद ठाट से रहने में मदद करेगा रिटायरमेंट म्युचुअल फंड

>रिटायरमेंट म्युचुअल फंड क्या है

रिटायरमेंट यानी सेवानिवृत्ति म्युचुअल फंड ओपन एंडेड म्युचुअल फंड स्कीम होती है। ओपन एंडेड फंड का मतलब हुआ कि आप ऐसी स्कीम में कभी भी बाजार भाव पर निवेश शुरू कर सकते हैं। ये फंड ना तो पूरी तरह इक्विटी में और ना ही पूरी तरह डेब्ट निवेश साधनों में पैसे लगाते हैं, बल्कि डेब्ट और इक्विटी म्युचुअल फंड स्कीम के मिश्रण में निवेश करते हैं। इसकी एक और खास बात है, वह है इसका लॉक-इन पीरियड। यह रिटायरमेंट या पांच साल तक, जो भी पहले हो, हो सकता है। यह फंड आपको आरामदायक, आत्मनिर्भर और गर्व से सर उठाकर रिटायरमेंट जिंदगी जीने के लिए पैसा बचाने, और पैसा बढ़ाने में मदद कर सकता है।

>रिटायरमेंट म्युचुअल फंड का मकसद:

  • रिटायरमेंट के बाद स्थिर इनकम के स्त्रोत तैयार करना। 
  • मुद्रास्फीति को हराने के साथ-साथ बेहतर रिटायरमेंट फंड बनाने में मदद करना। 
  • निवेशकों को सुरक्षित और अच्छा रिटर्न दिलाने के लिए डेब्ट और इक्विटी निवेश साधनों के मिश्रण में पैसे लगाना।
  • इससे मिले रिटर्न को आप अपनी जरूरत के हिसाब से हर महीने, हर साल या फिर एकमुश्त राशि अपने खाते में डाल सकते हैं। 

>रिटायरमेंट फंड में पैसे लगाने के तरीके:

पहला तरीका: एसेट मैनेजमेंट कंपनी के जरिये, जो आमतौर पर फंड हाउस के नाम से भी जानी जाती है। कुछ नामी फंड हाउस में शामिल हैं-आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, एक्सिस म्युचुअल फंड, एचडीएफसी म्युचुअल फंड, बिड़ला सन लाइफ म्युचुअल फंड, आदि। 

दूसरा तरीका: आप सेबी और स्टॉक मार्केट रजिस्टर्ड शेयर ब्रोकर्स के जरिये भी रिटायरमेंट फंड में पैसे लगा सकते हैं। कुछ नामी शेयर ब्रोकर्स में शामिल हैं-आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज, जेरोधा, 5पैसा, अपस्टॉक्स, एसबीआई कैपिटल, आदि। 

तीसरा तरीका: आप अपने बैंक के जरिये भी फंड में निवेश कर सकते हैं। कुछ बैंक म्युचुअल फंड एजेंट के तौर पर काम करते हैं। 

चौथा तरीका: सेबी रजिस्टर्ड किसी म्युचुअल फंड एजेंट या निवेश सलाहकार के जरिये भी रिटायरमेंट फंड में निवेश किया जा सकता है। 

पांचवां तरीका: सेबी के अलावा एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) की वेबसाइट (www.amfiindia.com) पर जाकर फंड एजेंट का पता करके उसके माध्यम से भी फंड में निवेश कर सकते हैं। 

छठा तरीका: mf Utilities प्लेटफॉर्म  www.mfuindia.com का इस्तेमाल कर, आप एक ही प्लेटफॉर्म से सभी फंड हाउस की रिटायरमेंट म्युचुअल फंड स्कीम्स में पैसा लगा सकते हैं। 

सातवां तरीका: म्युचुअल फंड एग्रीगेटर्स के जरिये भी आप सीधे रिटायरमेंट म्युचुअल फंड में पैसे लगा सकते हैं। कुछ नामी एग्रीगेटर्स में शामिल हैं-कुवेरा, गोलवाइज, सीएएमएस (कंप्यूटर ऐज मैनेजमेंट सर्विसेज), पैसाबाजार, पेटीएम मनी, आदि। 

>एकमुश्त पैसे लगाएं या एसआईपी करें?

रिटायरमेंट म्युचुअल फंड में निवेश करते समय आपके समय कई उलझनें आएंगी, जैसे आपको एकमुश्त पैसा लगाना है या फिर एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्ट प्लान) के जरिये निवेश करना है। इसके अलावा, डायरेक्ट स्कीम में पैसा लगाना है या फिर रेगुलर स्कीम में, ये सवाल भी आपके सामने आएगा। 

एक बार में किया गया निवेश, एकमुश्त निवेश के तौर पर जाना जाता है। इसमें निवेशक एक बार में किसी स्कीम में निवेश करता है। 

वहीं, जब निवेशक हर महीने अपनी पसंद की म्युचुअल फंड स्कीम में तय राशि निवेश करता है, तो यह एसआईपी कहलाता है। नए निवेशकों के लिए एकमुश्त से बेहतर एसआईपी विकल्प को माना जाता है। 

जहां तक बात रेगुलर और डायरेक्ट स्कीम में निवेश की है, तो रेगुलर स्कीम में फंड मैनेजर के जरिये निवेश करना होता है, जबकि डायरेक्ट स्कीम में बिना किसी फंड मैनेजर के यानी खुद से निवेश किया जा सकता है। आमतौर पर डायरेक्ट स्कीम का रिटर्न रेगुलर स्कीम के मुकाबले ज्यादा होता है। आप नीचे दी गई सूची में देख सकते हैं।

>कुछ रिटायरमेंट म्युचुअल फंड और उसका एक साल का प्रदर्शन:

कुछ रिटायरमेंट म्युचुअल फंड और उसका एक साल का प्रदर्शन

अगर सही समय पर अगर आप रिटायरमेंट फंड बनाना शुरू नहीं करेंगे, तो बाद में आपको दिक्कत हो सकती है। चाहे इंसान काम करता रहे या फिर रिटायर हो जाए, उसकी जरूरतें कभी खत्म नहीं होती है और जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसे चाहिए। अगर आप अपनी शर्तों पर, बिना किसी पर निर्भर हुए, आरामदायक रिटायरमेंट जिंदगी का आनंद उठाना चाहते हैं, तो आज से ही किसी अच्छी रिटायरमेंट म्युचुअल फंड स्कीम में पैसे लगाना शुरू कर दें। 

>रिटायरमेंट म्युचुअल फंड क्या है

रिटायरमेंट यानी सेवानिवृत्ति म्युचुअल फंड ओपन एंडेड म्युचुअल फंड स्कीम होती है। ओपन एंडेड फंड का मतलब हुआ कि आप ऐसी स्कीम में कभी भी बाजार भाव पर निवेश शुरू कर सकते हैं। ये फंड ना तो पूरी तरह इक्विटी में और ना ही पूरी तरह डेब्ट निवेश साधनों में पैसे लगाते हैं, बल्कि डेब्ट और इक्विटी म्युचुअल फंड स्कीम के मिश्रण में निवेश करते हैं। इसकी एक और खास बात है, वह है इसका लॉक-इन पीरियड। यह रिटायरमेंट या पांच साल तक, जो भी पहले हो, हो सकता है। यह फंड आपको आरामदायक, आत्मनिर्भर और गर्व से सर उठाकर रिटायरमेंट जिंदगी जीने के लिए पैसा बचाने, और पैसा बढ़ाने में मदद कर सकता है।

>रिटायरमेंट म्युचुअल फंड का मकसद:

  • रिटायरमेंट के बाद स्थिर इनकम के स्त्रोत तैयार करना। 
  • मुद्रास्फीति को हराने के साथ-साथ बेहतर रिटायरमेंट फंड बनाने में मदद करना। 
  • निवेशकों को सुरक्षित और अच्छा रिटर्न दिलाने के लिए डेब्ट और इक्विटी निवेश साधनों के मिश्रण में पैसे लगाना।
  • इससे मिले रिटर्न को आप अपनी जरूरत के हिसाब से हर महीने, हर साल या फिर एकमुश्त राशि अपने खाते में डाल सकते हैं। 

>रिटायरमेंट फंड में पैसे लगाने के तरीके:

पहला तरीका: एसेट मैनेजमेंट कंपनी के जरिये, जो आमतौर पर फंड हाउस के नाम से भी जानी जाती है। कुछ नामी फंड हाउस में शामिल हैं-आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, एक्सिस म्युचुअल फंड, एचडीएफसी म्युचुअल फंड, बिड़ला सन लाइफ म्युचुअल फंड, आदि। 

दूसरा तरीका: आप सेबी और स्टॉक मार्केट रजिस्टर्ड शेयर ब्रोकर्स के जरिये भी रिटायरमेंट फंड में पैसे लगा सकते हैं। कुछ नामी शेयर ब्रोकर्स में शामिल हैं-आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज, जेरोधा, 5पैसा, अपस्टॉक्स, एसबीआई कैपिटल, आदि। 

तीसरा तरीका: आप अपने बैंक के जरिये भी फंड में निवेश कर सकते हैं। कुछ बैंक म्युचुअल फंड एजेंट के तौर पर काम करते हैं। 

चौथा तरीका: सेबी रजिस्टर्ड किसी म्युचुअल फंड एजेंट या निवेश सलाहकार के जरिये भी रिटायरमेंट फंड में निवेश किया जा सकता है। 

पांचवां तरीका: सेबी के अलावा एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) की वेबसाइट (www.amfiindia.com) पर जाकर फंड एजेंट का पता करके उसके माध्यम से भी फंड में निवेश कर सकते हैं। 

छठा तरीका: mf Utilities प्लेटफॉर्म  www.mfuindia.com का इस्तेमाल कर, आप एक ही प्लेटफॉर्म से सभी फंड हाउस की रिटायरमेंट म्युचुअल फंड स्कीम्स में पैसा लगा सकते हैं। 

सातवां तरीका: म्युचुअल फंड एग्रीगेटर्स के जरिये भी आप सीधे रिटायरमेंट म्युचुअल फंड में पैसे लगा सकते हैं। कुछ नामी एग्रीगेटर्स में शामिल हैं-कुवेरा, गोलवाइज, सीएएमएस (कंप्यूटर ऐज मैनेजमेंट सर्विसेज), पैसाबाजार, पेटीएम मनी, आदि। 

>एकमुश्त पैसे लगाएं या एसआईपी करें?

रिटायरमेंट म्युचुअल फंड में निवेश करते समय आपके समय कई उलझनें आएंगी, जैसे आपको एकमुश्त पैसा लगाना है या फिर एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्ट प्लान) के जरिये निवेश करना है। इसके अलावा, डायरेक्ट स्कीम में पैसा लगाना है या फिर रेगुलर स्कीम में, ये सवाल भी आपके सामने आएगा। 

एक बार में किया गया निवेश, एकमुश्त निवेश के तौर पर जाना जाता है। इसमें निवेशक एक बार में किसी स्कीम में निवेश करता है। 

वहीं, जब निवेशक हर महीने अपनी पसंद की म्युचुअल फंड स्कीम में तय राशि निवेश करता है, तो यह एसआईपी कहलाता है। नए निवेशकों के लिए एकमुश्त से बेहतर एसआईपी विकल्प को माना जाता है। 

जहां तक बात रेगुलर और डायरेक्ट स्कीम में निवेश की है, तो रेगुलर स्कीम में फंड मैनेजर के जरिये निवेश करना होता है, जबकि डायरेक्ट स्कीम में बिना किसी फंड मैनेजर के यानी खुद से निवेश किया जा सकता है। आमतौर पर डायरेक्ट स्कीम का रिटर्न रेगुलर स्कीम के मुकाबले ज्यादा होता है। आप नीचे दी गई सूची में देख सकते हैं।

>कुछ रिटायरमेंट म्युचुअल फंड और उसका एक साल का प्रदर्शन:

कुछ रिटायरमेंट म्युचुअल फंड और उसका एक साल का प्रदर्शन

अगर सही समय पर अगर आप रिटायरमेंट फंड बनाना शुरू नहीं करेंगे, तो बाद में आपको दिक्कत हो सकती है। चाहे इंसान काम करता रहे या फिर रिटायर हो जाए, उसकी जरूरतें कभी खत्म नहीं होती है और जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसे चाहिए। अगर आप अपनी शर्तों पर, बिना किसी पर निर्भर हुए, आरामदायक रिटायरमेंट जिंदगी का आनंद उठाना चाहते हैं, तो आज से ही किसी अच्छी रिटायरमेंट म्युचुअल फंड स्कीम में पैसे लगाना शुरू कर दें। 

संवादपत्र

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