Heres How Getting Healthy Today Can Save Additional Costs

क्या आपने कभी सोचा है कि स्वस्थ रहना आपको अमीर बना सकता है? इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि कैसे स्वस्थ जीवनशैली लंबी अवधि में और धनवान बना सकती है।

कैसे स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से भविष्य का खर्च कम होगा

संभव है कि आपको मिलने वाला हर व्यक्ति आपको स्वस्थ रहने की टिप देता होगा – ‘तला हुआ खाना न खाओ’, ‘हर सुबह कसरत करो’, ‘सीढ़ियों का इस्तेमाल करो’, ‘पूरी नींद लो’ और ऐसी ही कई और। लेकिन आप इन सलाहों को शायद ही ध्यान से सुनते होंगे, तो इनपर अमल करना तो दूर की बात है।

पिछले कुल सालों में ‘स्वस्थ’ की परिभाषा और महत्व में बदलाव आया है। इसकी वजह स्वास्थ्य सेवाओं के खर्च में बढ़ोतरी होना हो सकता है। तो फिर स्वस्थ रहने के लिए आपके पास एक और वजह है – क्या आपको पता है कि स्वस्थ रहने से आप भविष्य में धनवान बन सकते हैं?

आइए देखते हैं कि कैसे स्वस्थ जीवनशैली आपके पैसे बचा सकती है:

  1. डॉक्टर/अस्पताल के चक्कर बचना (और साथ ही खर्चा भी)

लाइब्रेट की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक करीब भारतीय युवा (उम्र 20-45 साल) जीवनशैली की वजह से होने वाली बीमारियों, जैसे उच्चरक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर, मोटापा, आदि, के लिए बार-बार डॉक्टरों के चक्कर लगाते हैं। कुछ मामलों में इलाज करने और बीमारियों के साथ रहने का खर्चा 35 लाख रुपये तक रह सकता है।

इन बीमारियों को जीवनशैली रोग कहने के पीछे वजह है – ये बीमारियां आपकी अस्वस्थ आदतों की वजह से होती हैं जैसे धूम्रपान, तंबाकू खाना, शराब पीना, तली हुई चीजे खाना, फास्ट फूड,  पर्याप्त कसरत और नींद की कमी, आदि। उदाहरण के तौर पर धूम्रपान करने वाले व्यक्ति का जीवन बीमा प्रीमियम धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति के डेढ़ या दोगुना होता है।

आप दलील दे सकते हैं कि स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए आपके पास वक्त और शक्ति की कमी है, लेकिन रोजमर्रा की जिंदगी में छोटे-छोटे बदलाव – सीढ़ियों का इस्तेमाल करना, साइकिल पर ऑफिस आना-जाना, नाश्ते में फल लेना, नियमित कसरत करना, आदि आपको जीवनशैली बीमारियों से बचा सकते हैं।

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  1. रेस्त्रां में खाने के पैसों की बचत

कुल भारतीयों में से 8 फीसदी घर में खाना बनाने की बजाय बाहर खाना पसंद करते हैं। अगर आप इनमें से एक हैं तो शायद आप अपनी आमदनी का बड़ा हिस्सा खाने पर खर्च करते होंगे। एक महीने में 5-6 बार पिज्जा मंगाने का मतलब है कि आपको करीब 4,500 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

बाहर का खाना महंगा ही नहीं बल्कि अस्वास्थ्यकर भी होता है। ताजा सब्जी और फल खरीदें और अपने लिए लजीज सलाद बनाएं जो आसान, पौष्टिक और सस्ता भोजन है। आजकल इंटरनेट पर जल्दी और आसानी से बनने वाले और गुणकारी खाने की कई विधियां उपलब्ध हैं।

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  1. दवाओं का खर्च बचाइए

करीब 70 फीसदी भारतीय अपनी पूरी कमाई स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च कर देते हैं, जिसमें दवाएं शामिल हैं। अस्वस्थ जीवनशैली की वजह से शरीर की प्रतिकार शक्ति कमजोर पड़ती है और इससे सर्दी, खांसी, विटामिन की कमी, आदि जैसी बीमारी होती हैं।

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  • स्वास्थ्य सेवाओं पर होने वाला कुल खर्च जीडीपी के 4 फीसदी के बराबर है
  • नेशनल हेल्थ अकाउंट्स (एनएचए) के मुताबिक भारतीय परिवार निजी अस्पतालों पर 64,628 करोड़ रुपये और सरकारी अस्पतालों पर 8,193 करोडड रुपये खर्च करते हैं
  • शहरी इलाकों में मेडिकल बिल में 317 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और ग्रामीण इलाकों में ये आंकड़ा 363 फीसदी बढ़ा।
  • डब्ल्यूएचओ (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनिजेशन) के मुताबिक महंगे इलाज की वजह से 3.2 फीसदी भारतीय गरीबी रेखा के नीचे पहुंचेंगे।

 

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सेहतमंद रहने से आप दवाओं पर अतिरिक्त खर्च करने से बचेंगे – चाहे दवाएं आपको किसी बीमारी के इलाज या फिर पौष्टिक खाने की कमी की भरपाई करने के लिए लेनी है।

  1. स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम में बचत

अगर आप तंदुरुस्ती के मापदंडों पर खरे उतरते हैं तो कुछ स्वास्थ्य बीमा कंपनियां प्रीमियम में छूट देती हैं। इसके पीछे सीधी वजह है – अगर आप स्वस्थ हैं तो आपके बीमार होने की और क्लेम करने की संभावना कम है और इससे बीमा कंपनी का खर्च कम होता है।

इस वजह से आईसीआईसीआई लोंबार्ड और अपोलो म्यूनिक हेल्थ इंश्योरेंस जैसी बीमा कंपनियां उनके द्वारा आयोजित किए गए स्वास्थ्य कार्यक्रम जैसे चलना, दौड़, तैराकी, आदि में भाग लेने वाले व्यक्तियों को छूट और रिवार्ड प्वाइंट्स देते हैं।

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निष्कर्ष में

संक्षेप में कहा जाए तो स्वस्थ रहना आपकी सेहत के लिए ही फायदेमंद नहीं है, बल्कि इसका आपकी जिंदगी के बाकी पहलुओं पर असर पड़ता है, जिसमें पैसा सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है।

बाकी आदतों के जैसे ही स्वस्थ जीवनशैली अपनाते वक्त छोटे-छोटे बदलावों से शुरुआत करें। पुरानी आदतें बदलना मुश्किल होता है, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का फैसला लेने से आप स्वस्थ और संपन्न जिंदगी जी सकते हैं।

संवादपत्र

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