- Date : 25/09/2020
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आम तौर पर यह एक गलत धारणा है कि बचत करने के लिए आपके पास बहुत सारा पैसा होना चाहिए।इस लेख में हमने इस धारणा को गलत साबित करने की कोशिश की है।

जवानी के दिनों में आर्थिक रूप से सक्षम होने पर भविष्य के लिए पैसा बचाना किसी की भी प्राथमिकता नहीं होती। युवाओं में अक्सर यह गलत धारणा होती है कि वे इतना पैसा नहीं कमाते कि बचत कर सकें। दूसरी गलत धारणा यह होती है कि बचत शुरू करने के लिहाज से वे “बहुत युवा” हैं और अभी तो बचत के लिए बहुत समय पड़ा है।
अगर आप भी ऐसा ही कुछ सोचते हैं तो हम बता दें कि आप सही नहीं सोच रहे हैं। पहली बात तो यह कि बचत शुरू करने के लिहाज से कोई उम्र छोटी नहीं होती और दूसरा कि आप बहुत कम पैसों से भी बचत की शुरूआत कर सकते हैं।
यहां इसके कुछ तरीके बताए गए हैं:
एक वित्तीय योजना के साथ शुरूआत करें
सबसे पहले और सबसे जरूरी है कि अपने वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखकर एक वित्तीय योजना बनाएं। उसके बाद उम्र के अलग - अलग पड़ावों पर आने वाली जरूरतों को समझें। आपकी वित्तीय योजना में आपके पूरे जीवन की बचत योजना शामिल होनी चाहिए। अगर आपके लक्ष्यों में कोई बदलाव होता है तो आप उसके हिसाब से योजना में बदलाव कर सकते हैं लेकिन मोटे तौर पर अपनी योजना पर बने रहने से लंबे समय में आप अपना लक्ष्य हासिल कर सकेंगे। भले ही सुनने में कैसा भी लगे लेकिन सच यही है कि बचत शुरू करने के लिए आपको बहुत पैसों की जरूरत नहीं है। बस आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही बचत साधनों का चुनाव करें और कम पैसों से ही शुरूआत करें।
अपनी बीमा जरूरतों की पड़ताल करें
युवा अपनी बीमा जरूरतों का ध्यान ना रखकर दूसरी गलती करते हैं। बीमा आपकी बचत योजना का पहला पड़ाव होना चाहिए जिससे किसी तरह की आकस्मिक चिकित्सा जरूरत के समय या आपकी मृत्यु होने पर परिवार को पैसे की कमी का सामना ना करना पड़े।
इसलिए सबसे पहले बीमा पर ध्यान देना चाहिए। यह धारणा गलत है कि जीवन बीमा या स्वास्थ्य बीमा लेने से आपके बहुत पैसे खर्च हो जाएंगे। खासतौर से युवाओं के लिए तो प्रीमियम राशि भी कम होती है। आप अपने स्वास्थ्य बीमा के साथ बहुत कम पैसे चुका कर गर्भावस्था से जुड़े खर्चों और क्रिटिकल बीमारियों का राइडर भी ले सकते हैं। आप ऑनलाइन बीमा ले सकते हैं जो पारम्परिक बीमा की तुलना में सस्ता होता है। इसमें आप कम से कम 300 रूपये का मासिक प्रीमियम चुका कर बीमा ले सकते हैं।
अपनी वित्तीय लक्ष्य पूरा करने के लिए एसआईपी का सहारा लें
युवाओं को इस गलत धारणा को भी मिटाना होगा कि शेयर बाजार में निवेश के लिए बहुत पैसे की जरूरत होती है। लंबे समय में बढ़ती मंहगाई दर से पार पाने के लिए शेयर बाजार का निवेश सबसे बेहतर माना जाता है। शेयर बाजार में निवेश करना आपको मुश्किल भरा लग सकता है लेकिन अगर आप शेयर बाजार से जुड़े म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो इसके लिए आपको पेशवर फंड प्रबंधन कंपनियों की सहायता मिल सकती हैं। शेयर बाजार में निवेश करने के लिए भी बहुत ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं होती।
एसआईपी के ज़रिए निवेश कैसे शुरू करें
किसी डाइवर्सिफाइड म्युचुअल फंड में सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान ( एसआईपी ) के ज़रिए शुरूआत करें।
आप कम से कम 500 रूपये महीना से शुरू कर सकते हैं।
आपकी आय या तनख्वाह बढ़ने पर आप निवेश बढ़ा सकते हैं।
एसआईपी के ज़रिए निवेश करने का आदर्श तरीका यही है कि रिटायरमेंट जैसे लंबे समय के लक्ष्य के साथ इसमें निवेश किया जाए
एसआईपी के जरिए पैसा बनाने के लिए जरूरी है कि इसमें लंबे समय तक निवेश करते रहें।
टैक्स बचाने के लिए निवेश
अगर आपने हाल ही में कमाना शुरू किया है तो टैक्स आपकी बड़ी चिन्ता होगी। अगर आप समझदारी से निवेश करें तो अपने ऊपर लगने वाले टैक्स को कम कर सकते हैं।
सेक्शन 80C: टैक्स बचाने के बहुत से साधन मौजूद हैं जो आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स बचा सकते हैं। इसमें जरूरी नहीं कि आप कोई ऐसा साधन ही चुनें जिसमें आपका पैसा 15 वर्ष के लिए लॉक हो जाता हो।
ईएलएसएस:आप टैक्स बचाने के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम ( ईएलएसएस) में पैसा लगा सकते हैं। ये डाइवर्सिफाइड इक्विटी म्युचुअल फंड स्कीम होती हैं। इनमें निवेश करने पर आयकर कानून की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रूपये सालाना की टैक्स बचत की जा सकती है। इनमें तीन वर्ष का लॉक-इन पीरियड होता है जो सभी टैक्स सेविंग्स योजनाओं में सबसे कम है।
एसआईपी: आप एसआईपी के ज़रिए किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इससे आपको कैपिटल अप्रीसीएशन का भी फायदा मिलेगा। इससे आप कैपिटल अप्रीसीएशन का फायदा लेने के साथ टैक्स भी बचा सकेंगे।
माता-पिता से सहायता लें
अगर आपको ऊपर बताया कोई विकल्प सही नहीं लगता क्योंकि आपके पास बिल्कुल पैसे नहीं हैं तो अपने माता-पिता से पैसे उधार लेकर शुरूआत करें। बैंक खाते में पैसे के पड़े रहने के बजाए आप उन्हें कहें कि आप इस पैसे का बेहतर निवेश कर सकते हैं।
इनमें भी निवेश कर सकते हैं:
इक्विटी से जुड़े फंड में एक मुश्त रकम का निवेश
शार्ट-डेट ओरियंटेड फंड में निवेश
लिक्विड फंड में निवेश या
इक्विटी फंड को सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान ( एसटीपी) का निर्देश दें
भारत में रूपये की बहुत कम सीमा या बिना सीमा वाले निवेश विकल्प
निवेश का साधन
कम से कम राशि
पब्लिक प्रोविडेंट फंड
500 रूपये
सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी)
500 रूपये
इक्विटी शेयर
प्रति शेयर कीमत
गोल्ड ईटीएफ
1 ग्राम
कंपनी फिकस्ड डिपोजिट
2000 रूपये
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना
1500 रूपये
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग ( आईपीओ)
कंपनी के बताए अनुसार
बांड्स
प्रति शेयर/ यूनिट की राशि
सारांश:
निवेश का मतलब है सही वित्तीय योजना बनाकर उसके हिसाब से काम करना। अपने वित्तीय भविष्य को खुद के हाथ में लेने से आपमें आत्मविश्वास, सुरक्षा और सहायता की भावना आएगी। इससे आप आगे जाकर एक आरामदायक जीवन जी पाएंगें। इसलिए अगर आप भी ऐसा सोचते हैं कि आपके पास निवेश के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है तो इस विचार को अपने वित्तीय भविष्य पर हावी ना होने दें।