Here's a solution for Cash crunch affecting your social life

तो आप एक रोमांचक सामाजिक जीवन चाहते हैं | परन्तु क्या यह उतना ही रोमांचक होगा जब यह आपके जेब पर भार डालेगा ?

क्या नकद संकट आपके सामाजिक जीवन को प्रभावित करने वाली है ? यहाँ उसका उपाय है

आप दिन रात काम में बेहतर करने की कोशिश में,आपके परिवार के देखभाल में और घर चलाने में लगे रहते हैं | आपको आराम करने का और मस्ती करने का और कभी-कभी छुट्टी भी लेने का अधिकार है | हालांकि, कहीं भी अपने दोस्तों के साथ एक बेकार रेस्टोरेंट में जाने और एक आरामदेह छुट्टी में जाने के बीच ,आप अपने खर्चे का हिसाब खो देते हैं | तब आपको यह एहसास होता है की आप अपनी सीमा से ज्यादा सामाजिक जीवन में खर्च कर देते हैं |

कौन कहता है आप बजट में रहकर एक अच्छी सामाजिक जीवन नहीं जी सकते? यहाँ कुछ युक्तियाँ है जिससे की अपने मित्र और परिवार के साथ अच्छा समय बिताते हुए आपके पास नकद हो सकता है |

बजट निर्धारित करे : 

इससे पहले की आप फिजूल खर्च करे, बजट निर्धारित करे | अपने सीमाओं को जानने से, आप आपके वर्तमान खर्चो के आंकलन करके एक कार्य योजना बना सकते हैं |

शुरुआत  करने के लिए, अपने पुराने खर्चो पर नज़र डाले और जानिये की किधर आपके मेहनत से अर्जित पैसा खर्च हो रहा है | यह आपको लापरवाह होने के लिए सावधान करेगा | 

खुद पे एक एहसान कीजिये और जब बजट तय करने की बात हो,तो बहुत ऊँचा न लक्ष्य करे | एक प्राप्य और वास्तविक आंकड़ा चुने | एक अवास्तविक बजट आपको सिर्फ हताश करेगा, और आप वापस अपने मौजूदा स्तिथि में लौट जाएंगे |

कुल आय- १ लाख रुपये |

१) ज़रूरी चीज़ें:

किराने का सामान (१८.८%) -१५,००० रुपये
बाल शिक्षा (६%) - ६००० रुपये 
सुविधाएं (४%) - ४००० रुपये
स्वस्थ्य देखभाल( ४%)- ४००० रुपये 
जीवन बिमा (३%)- ३००० रुपये
यातायात (८%) - ८००० रुपये 

२) आवासन में शामिल है भाड़ा , रखरखाव आदि(२०%) -२०००० रुपये

३) कपडे (७%) - ७००० रुपये 

४) वैकल्पिक चीज़ें 

मनोरंजन, जिसमे शामिल है इवेंट में भाग लेना, यात्रा करना आदि (३%)- ३००० रुपये

फ़ोन बिल, टी.वी,और इंटरनेट सब्सक्रिप्शन (३%) - ३००० रुपये 

५) बचत -२०%

खाना खाना 

हममे से अधिकतर लोग अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा खाने में खर्च करते हैं - सहकर्मियों के साथ खाना, दोस्तों के साथ खाना,और जब खाना बनाने में आलस्य आये तो खाना बाहर से मंगवाना | कंसल्टिंग फर्म डेलॉइट भारत और रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया द्वारा किये गए हाल ही के अध्यययन में,भारतीय मिलनिअल्स अपनी आय का ३२.७% 'मनोरंजन और बाहर खाने' में खर्च करते हैं और २१.४% कपडे और सौंदर्य प्रसाधनों में खर्च करते हैं |

अगर आप खुदको ज्यादा राशि अपने मित्रो के साथ बाहर खाने पीने में खर्च करते देखे ,तो दूसरा रास्ता खोजिये | क्यों न उन्हें घर पे भोजन के लिए आमंत्रित करें | घर पर खाना बनाना आपके जेब के खर्च पर एक बड़ा असर डालेगा ,साथ ही एक व्यक्तिगत स्पर्श जोड़ेगा| अगर आपके पास दोस्तों का एक समूह है तो आप यह बारी-बारी कर सकते हैं - आप इस हफ्ते भोजन पर आमंत्रित कीजिये, कोई और अगले हफ्ते बुलाएगा, और इसी क्रम में चलता रहेगा |

पॉटलक  पार्टियां सामाजिक होने के लिए एक और जेब के लिए हल्का भार वाला विकल्प है | अगर आप पॉटलक पार्टी के मेजबान हैं तो हर कोई (आपको जोड़कर) एक डिश बना के लाएगा और आपके घर उत्सव के लिए इकठ्ठा होगा |

स्थानीय घूमना

आप अपने दोस्तों के साथ नयी जगह बहुत बार जाते होंगे | ऐसा एक ट्रिप आपको बहुत महंगा पड़ सकता है,इससे जुड़े खर्चे हो सकते हैं- यातायात, रहना, खाना, खरीदारी करना आदि |  इसके बदले, स्थानीय जगहों की छानबीन करना आपके लिए ज्यादा मज़ेदार और आर्थिक भी हो सकता है |

तो क्यों न अपने शहर को और अच्छे से छानबीन करे | एक दोपहर,शहर के बीच किसी बगीचे में गुज़ारे, एक ऐतिहासिक जगह जाए, म्यूजियम के ट्रिप में नयी चीज़ो के बारे में जाने, कुछ स्थानीय खान-पान खाए| आपको यह जानकर अचम्भा होगा की आप अपने शहर के बारे में कितना कम जानते हैं| तो नाश्ते का एक डब्बा बांधिए और जाइये अपने शहर को और जानिये |

मुफ्त के इवेंट्स के बारे में ढूंढिए:

जिन  सांस्कृतिक इवेंट में आप शामिल होते हैं ,उनके लिए आपको ५०० रुपये या उससे ज्यादा की टिकट खर्च करना पड़ सकता है | पर क्या आपको पता है की आपके शहर में प्रतिदिन बहुत सारे मुफ्त के इवेंट्स भी होते हैं |

जब आप बाहर जाने की योजना बनाये ,तो अपने शहर का इवेंट कैलेंडर ज़रूर देखे | यहाँ बहुत सी वेबसाइट्स होते हैं जिनमे इवेंट्स की सूचि होती है जैसे की संगीत संध्या , किताबे पढ़नेका सत्र, पाक कला की कक्षाएं, नृत्य कार्यशाला या रात्रि बाजार आदि | इन इवेंट्स का कोई प्रवेश शुल्क नहीं होता है |अगर आपको टिकट खरीदने की आवश्यकता भी पड़ी, तो वे महंगे नहीं होंगे |

निष्कर्ष:

अगली बार जब आप अपने मित्रो के साथ घूमने का सोचे ,तो पहले से ही योजना बना ले |

कैशबैक, पहले आओ-पहले पाओ छूट और सामूहिक छूट आदि का ध्यान रखे | आखिरकार, एक स्वस्थ्य और संतुलित सामाजिक जीवन के लिए कुंजी नए अनुभवों के निर्माण में होता है,न की खुशियां खरीदने में | सब कुछ जो जीवन आपको दे, उसका भरपूर आनंद उठाइये, बिना अपने बचत को आग लगाए |

संवादपत्र

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