- Date : 21/03/2023
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Income Tax News: इनकम टैक्स चोरी करने वाले सतर्क हो जाएंगे, क्योंकि उनके खिलाफ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार है। सरकार टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ाने के साथ ही टैक्स चोरी (Tax Evasion) रोकने के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं।

Income Tax Evasion: टैक्स चोरी करना गुनाह है और जो लोग टैक्स चुकाते समय धांधली करते हैं, वे अगर समय रहते नहीं सुधरें तो उनके खिलाफ सरकारी डंडे का पूरा बंदोबस्त हो रहा है। जी हां, सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 15 से 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा है और इसे हासिल करके के लिए टैक्स चुकाने वालों की संख्या बढ़ाने के साथ ही टैक्स चोरी रोकने के लिए भी बड़ी तैयारी कर रही है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अब काफी सक्रिय है और वैसे लोगों की पहचान कर रही है, जो टैक्स चोरी करते हैं।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अब वैसे लोगों पर निगाहें गराये हुए है, जो महंगी गाड़ियां खरीदते हैं, महंगे फ्लैट्स खरीदते हैं और यहां तक की फॉरेन कंट्री भी घूमते हैं। ऐसे हजारों-लाखों लोग हैं, जो टैक्स चोरी करते हैं और आईटी डिपार्टमेंट की आंखों में धूल झोंकते हैं। दरअसल, वे इनकम टैक्स में अपनी आमदनी का ब्योरा देते तो हैं, लेकिन उसमें धांधली कर देते हैं। ऐसे में आईटी डिपार्टमेंट अब इनकी ओर से दिए गए इनकम ब्योरे का मिलान इनके खर्च और इनके द्वारा खरीदे महंगे फ्लैट और गाड़ियों के खर्चे से होगा। जांच में अगर धांधली पाई गई तो वैसे लोगों के खिलाफ कड़ी और त्वरित कार्रवाई होगी।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) के एक अधिकारी की मानें तो तो आगामी वित्तीय वर्ष में एक अभियान चलाया जाएगा, जिसमें टैक्स चोरी को रोकने के साथ-साथ टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। इससे डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बढ़ने की संभावना है। मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए डायरेक्ट टैक्स का कलेक्शन का लक्ष्य 16 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है। 10 जनवरी तक कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 14.71 लाख करोड़ रुपये रहा। रिफंड के बाद टैक्स कलेक्शन का आंकड़ा 12.31 लाख करोड़ रुपये है। आईटी विभाग ने अगले फाइनैंसियल ईयर के लिए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 15 से 20 पर्सेंट की बढ़ोतरी का लक्ष्य तय किया है।