- Date : 29/01/2023
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पोस्ट ऑफिस की स्कीमों में निवेश सुरक्षित रहने के साथ कर लाभ भी मिलता है।

Post office tax saving schemes: आम तौर पर सभी ऐसी स्कीम की तलाश करते हैं, जिसमें बचत पर अच्छा लाभ मिले, पूंजी सुरक्षित रहे, और उस पर कोई जोखिम भी न हो। अगर इसके साथ आयकर भी बचे तो फिर सोने में सुहागा वाली बात हो जाती है। भारत सरकार की पोस्ट ऑफिस स्कीमों में ये सभी खूबियां हैं। इन स्कीमों का पता करके, इनमें से ऐसी स्कीम चुननी चाहिए जो आपके अनुकूल हो, और ज़रूरत को पूरा करे। तो ऐसी योजनाओं के बारे में जानते हैं जिन पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत कर में छूट का फायदा मिलता है।
पोस्ट ऑफिस की पाँच बेहतरीन स्कीमें
अगर सेवा निवृत्ति के बाद के जीवन या किसी और उद्देश्य से पैसे जमा करना चाहते हैं तो पब्लिक प्रॉफिडेंट फंड या पीपीएफ अच्छी योजना है। पीपीएफ खाते बैंकों और पोस्ट ऑफिस दोनों में भी खोले जा सकते हैं। पीपीएफ पर ब्याज की मौजूदा दर 7.1 प्रतिशत है। पीपीएफ स्कीम में तिहरा कर लाभ मिलता है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत पीपीएफ में एक वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक कर में छूट मिलती है। इस पर मिलने वाले ब्याज और मैच्योरिटी के समय मिलने वाली रकम पर कोई कर नहीं देना पड़ता है।
आप अपनी बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना या एसएसवाई खाता खोल सकते हैं। खाता खोलते समय बच्ची की उम्र 10 वर्ष या उससे कम होनी चाहिए। बेटी की उम्र 18 वर्ष हो जाने पर वह खुद उस खाते की मालिक बन जाती है। इस समय एसएसवाई में 7.6 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। कम से कम 250 रुपये से खाता खोला जा सकता है और इसमें एक वर्ष में डेढ़ लाख रुपये तक जमा कराए जा सकते हैं।
यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट यानी एनएससी में कम से कम 1000 रुपये जमा किए जा सकते हैं। इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट 5 वर्ष में मैच्योर होता है, जिस पर ब्याज की मौजूदा दर 7 प्रतिशत वार्षिक है। कर में छूट मिलने के साथ ही ज़रूरत के समय इसे जमा करा कर इस पर लोन भी लिया जा सकता है।
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम में 60 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के लोग निवेश कर सकते हैं। साथ ही 55 वर्ष से ज्यादा उम्र के सेवानिवृत लोग भी इसमें निवेश कर सकते हैं, जो रिटायर हो चुके हैं। ऐसे लोगों को सेवानिवृति लाभ मिलने के एक महीने के भीतर ही निवेश कराना होता है। स्कीम में कम से कम रकम 1000 रुपये जमा किए जा सकते हैं और अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये की है। 5 वर्ष की मैच्योरिटी के बाद इसे और 3 वर्ष के लिए नवीकृत किया जा सकता है। इस पर 8 प्रतिशत वार्षिक ब्याज मिलता है, और कर में भी छूट मिलती है।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट बैंकों की सावधि जमा जैसी योजना है। इनमें अलग-अलग अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है। इनमें न्यूनतम 1000 रुपये का निवेश करना होता है, निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट मिलती है और 5 साल के लिए जमा करने पर 7 प्रतिशत वार्षिक ब्याज मिलता है।
यह भी पढ़ें: मार्केट में निफ़्टी ५० से रिटर्न कैसे पाए?
पोस्ट ऑफिस TOP 7 Scheme 2023
Post office tax saving schemes: आम तौर पर सभी ऐसी स्कीम की तलाश करते हैं, जिसमें बचत पर अच्छा लाभ मिले, पूंजी सुरक्षित रहे, और उस पर कोई जोखिम भी न हो। अगर इसके साथ आयकर भी बचे तो फिर सोने में सुहागा वाली बात हो जाती है। भारत सरकार की पोस्ट ऑफिस स्कीमों में ये सभी खूबियां हैं। इन स्कीमों का पता करके, इनमें से ऐसी स्कीम चुननी चाहिए जो आपके अनुकूल हो, और ज़रूरत को पूरा करे। तो ऐसी योजनाओं के बारे में जानते हैं जिन पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत कर में छूट का फायदा मिलता है।
पोस्ट ऑफिस की पाँच बेहतरीन स्कीमें
अगर सेवा निवृत्ति के बाद के जीवन या किसी और उद्देश्य से पैसे जमा करना चाहते हैं तो पब्लिक प्रॉफिडेंट फंड या पीपीएफ अच्छी योजना है। पीपीएफ खाते बैंकों और पोस्ट ऑफिस दोनों में भी खोले जा सकते हैं। पीपीएफ पर ब्याज की मौजूदा दर 7.1 प्रतिशत है। पीपीएफ स्कीम में तिहरा कर लाभ मिलता है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत पीपीएफ में एक वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक कर में छूट मिलती है। इस पर मिलने वाले ब्याज और मैच्योरिटी के समय मिलने वाली रकम पर कोई कर नहीं देना पड़ता है।
आप अपनी बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना या एसएसवाई खाता खोल सकते हैं। खाता खोलते समय बच्ची की उम्र 10 वर्ष या उससे कम होनी चाहिए। बेटी की उम्र 18 वर्ष हो जाने पर वह खुद उस खाते की मालिक बन जाती है। इस समय एसएसवाई में 7.6 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। कम से कम 250 रुपये से खाता खोला जा सकता है और इसमें एक वर्ष में डेढ़ लाख रुपये तक जमा कराए जा सकते हैं।
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नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट यानी एनएससी में कम से कम 1000 रुपये जमा किए जा सकते हैं। इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट 5 वर्ष में मैच्योर होता है, जिस पर ब्याज की मौजूदा दर 7 प्रतिशत वार्षिक है। कर में छूट मिलने के साथ ही ज़रूरत के समय इसे जमा करा कर इस पर लोन भी लिया जा सकता है।
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम में 60 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के लोग निवेश कर सकते हैं। साथ ही 55 वर्ष से ज्यादा उम्र के सेवानिवृत लोग भी इसमें निवेश कर सकते हैं, जो रिटायर हो चुके हैं। ऐसे लोगों को सेवानिवृति लाभ मिलने के एक महीने के भीतर ही निवेश कराना होता है। स्कीम में कम से कम रकम 1000 रुपये जमा किए जा सकते हैं और अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये की है। 5 वर्ष की मैच्योरिटी के बाद इसे और 3 वर्ष के लिए नवीकृत किया जा सकता है। इस पर 8 प्रतिशत वार्षिक ब्याज मिलता है, और कर में भी छूट मिलती है।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट बैंकों की सावधि जमा जैसी योजना है। इनमें अलग-अलग अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है। इनमें न्यूनतम 1000 रुपये का निवेश करना होता है, निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट मिलती है और 5 साल के लिए जमा करने पर 7 प्रतिशत वार्षिक ब्याज मिलता है।
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