Home Loan EMI: जरा सी समझदारी खत्म कर देगी आपके होम लोन की टेंशन, एक्सपर्ट्स ने बताया गजब का फॉर्मूला

लाखों लोग होम लोन की ईएमआई चुकाते हैं और हर समय इस कोशिश में लगे रहते हैं कि आखिरकार कैसे वह होम लोन पर लगने वाले ब्याज दर और मासिक किस्त को कम करें? आज हम आपको एक्सपर्ट के कुछ जरूरी टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनका आपको काफी फायदा मिल सकता है?

Home Loan EMI

How To Reduce Home Loan EMI: होम लोन लेने वालों के लिए रीफाइनैंसिंग एक बेहद प्रभावी ऑप्शन हो सकता है, खास तौर पर उनके लिए, जो रेपो दर में वृद्धि के कारण ज्यादा ईएमआई और ज्यादा लोन अवधि से जूझ रहे हैं। रीफाइनैंसिंग का मतलब है अपने मौजूदा होम लोन को किसी अन्य ऋणदाता (लेंडर) को ट्रांसफर करना, जो कम ब्याज दर में होम लोन देता है। बैंक बाजार डॉट कॉम के आदिल शेट्टी ने हाल ही में बिजनेस टु़डे से बातचीत में बताया कि रीफाइनैंसिंग का उपयोग कैसे लोन की लागत को कम करने के लिए किया जा सकता है और इस तरह ईएमआई और लोन टेन्योर को भी कम किया जा सकता है।

जब आदिल शेट्टी से पूछा गया कि क्या यह होम लोन की रीफाइनैंसिंग का सही समय है तो उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में लोन की ब्याज दरों में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और लगभग पूरी हाइक उधारकर्ताओं को ट्रांसफर कर दी गई है। ऐसे में जिन कर्जदारों ने 2020 में 7 पर्सेंट ब्याज दर पर कर्ज लिया था, वे अब इसे 9.5 फीसदी की दर चुका रहे हैं। हालांकि, पिछले एक साल में, लोन पर स्प्रेड में भी गिरावट आई है। डेटा से पता चलता है कि होम लोन पर सबसे कम स्प्रेड मार्च 2023 में 1.95 पर था, जो मार्च 2020 में लगभग 3.50 से लगातार गिर रहा था। इसका मतलब है कि आप अपने चल रहे होम लोन को बहुत कम दरों पर रीफाइनैंस कराने में सक्षम हो सकते हैं। आम तौर पर, ब्याज दरों में 50 बीपीएस की कमी रीफाइनैंसिंग के लिए सही है। फिलहाल इस बात की संभावना है कि रीफाइनैंसिंग आपको अपनी वर्तमान दर से लगभग 1 पर्सेंट कम पर अपना लोन चुकाने में मदद कर सकता है। 

आदिल शेट्टी से जब पूछा गया कि रीफाइनैंसिंग कराते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए तो उन्होंने बताया कि रीफाइनैंसिंग से जुड़ी लागतों पर विचार करना महत्वपूर्ण है, जैसे कि आवेदन शुल्क, डॉक्यूमेंटेशन फी और अन्य क्लोजिंग कॉस्ट। ये लागतें बढ़ सकती हैं और कम ब्याज दर से आपको मिलने वाली बचत की भरपाई कर सकती हैं। इसके अलावा अलग-अलग उधारदाताओं की क्रेडिट स्कोर, आय समेत अन्य के मामले में रीफाइनैंसिंग के लिए अलग-अलग पात्रता जरूपी हो सकती हैं। कम ब्याज दर के साथ नए लोन के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए आपको इन जरूरतों को पूरा करना होगा। अगर आपके मौजूदा लोन की रीफाइनैंसिंग पर ब्याज दरें 50-100 बीपीएस कम हैं, तो रीफाइनैंसिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

How To Reduce Home Loan EMI: होम लोन लेने वालों के लिए रीफाइनैंसिंग एक बेहद प्रभावी ऑप्शन हो सकता है, खास तौर पर उनके लिए, जो रेपो दर में वृद्धि के कारण ज्यादा ईएमआई और ज्यादा लोन अवधि से जूझ रहे हैं। रीफाइनैंसिंग का मतलब है अपने मौजूदा होम लोन को किसी अन्य ऋणदाता (लेंडर) को ट्रांसफर करना, जो कम ब्याज दर में होम लोन देता है। बैंक बाजार डॉट कॉम के आदिल शेट्टी ने हाल ही में बिजनेस टु़डे से बातचीत में बताया कि रीफाइनैंसिंग का उपयोग कैसे लोन की लागत को कम करने के लिए किया जा सकता है और इस तरह ईएमआई और लोन टेन्योर को भी कम किया जा सकता है।

जब आदिल शेट्टी से पूछा गया कि क्या यह होम लोन की रीफाइनैंसिंग का सही समय है तो उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में लोन की ब्याज दरों में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और लगभग पूरी हाइक उधारकर्ताओं को ट्रांसफर कर दी गई है। ऐसे में जिन कर्जदारों ने 2020 में 7 पर्सेंट ब्याज दर पर कर्ज लिया था, वे अब इसे 9.5 फीसदी की दर चुका रहे हैं। हालांकि, पिछले एक साल में, लोन पर स्प्रेड में भी गिरावट आई है। डेटा से पता चलता है कि होम लोन पर सबसे कम स्प्रेड मार्च 2023 में 1.95 पर था, जो मार्च 2020 में लगभग 3.50 से लगातार गिर रहा था। इसका मतलब है कि आप अपने चल रहे होम लोन को बहुत कम दरों पर रीफाइनैंस कराने में सक्षम हो सकते हैं। आम तौर पर, ब्याज दरों में 50 बीपीएस की कमी रीफाइनैंसिंग के लिए सही है। फिलहाल इस बात की संभावना है कि रीफाइनैंसिंग आपको अपनी वर्तमान दर से लगभग 1 पर्सेंट कम पर अपना लोन चुकाने में मदद कर सकता है। 

आदिल शेट्टी से जब पूछा गया कि रीफाइनैंसिंग कराते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए तो उन्होंने बताया कि रीफाइनैंसिंग से जुड़ी लागतों पर विचार करना महत्वपूर्ण है, जैसे कि आवेदन शुल्क, डॉक्यूमेंटेशन फी और अन्य क्लोजिंग कॉस्ट। ये लागतें बढ़ सकती हैं और कम ब्याज दर से आपको मिलने वाली बचत की भरपाई कर सकती हैं। इसके अलावा अलग-अलग उधारदाताओं की क्रेडिट स्कोर, आय समेत अन्य के मामले में रीफाइनैंसिंग के लिए अलग-अलग पात्रता जरूपी हो सकती हैं। कम ब्याज दर के साथ नए लोन के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए आपको इन जरूरतों को पूरा करना होगा। अगर आपके मौजूदा लोन की रीफाइनैंसिंग पर ब्याज दरें 50-100 बीपीएस कम हैं, तो रीफाइनैंसिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

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