ब्रेस्ट कैंसर को मात देने वाली 6 प्रसिद्ध महिलाएं

ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही महिलाओं को इस बीमारी को मात देने के लिए प्रेरित करने का बीड़ा इन प्रसिद्ध महिलाओं ने उठाया है।

ब्रेस्ट कैंसर को मात देने वाली 6 प्रसिद्ध महिलाएं

सभी प्रकार के कैंसर में से महिलाएं सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित होती हैं। एक हजार भारतीय महिलाओं में करीब 26 महिलाएं ब्रेंस्ट कैंसर की चपेट में आती हैं। इस बीमारी को मात देने के लिए साहस, दृढ़ता और इच्छा शक्ति की जरूरत होती है।

इस वैश्विक कैंसर दिवस के मौके पर हम आपको ऐसी प्रसिद्ध महिलाओं के बारे में बताएंगे जिन्होंने कैंसर को हराकर दुनियाभर की महिलाओं को उम्मीद की किरण दिखाई है:

मुमताज

कई लोगों को पता नहीं है कि बॉलीवुड की महान अभिनेत्री मुमताज लंबे समय तक ब्रेस्ट कैंसर से लड़ रही थीं। साल 2000 में मुमताज के स्तनों में प्राणघातक गांठे होने का रोगनिदान हुआ था। केमो के कई सत्रों के बाद वो पूरी तरह से कैंसर मुक्त हो गईं।

एक मुलाकात में उन्होंने कहा, “मैं आसानी से हार नहीं मानती हूं। मौत को भी मुझसे लड़ना होगा।” आज वो 70 साल की दीप्तिमान महिला हैं।

काइली मिनोग

काइली मिनोग टूर पर थीं, जब उनके बाएं स्तन में कैंसर की गांठ होने का पता चला। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया की इस पॉप स्टार ने हार नहीं मानी और सफलतापूर्वक इलाज के बाद उन्होंने शोगर्ल: द होमकमिंग टूर के साथ शानदार वापसी की।

इस अनुभव ने काइली पर गहरा प्रभाव छोड़ा है। उनके शब्दों में, “इससे मैंने क्या सीखा ये शब्दों में बयां करना मुश्किल है, लेकिन गहरा मनोवैज्ञानिक और भावात्मक बदलाव तो जरूर हुआ है।” आज वो महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर की जांच करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं और इस बीमारी के जल्दी निदान के फायदों का प्रचार करती हैं।

उनके इस प्रयास को मान्यता देते हुए एंजिला रस्किन यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टर ऑफ हेल्थ साइंस की मानद् उपाधी दी है।

बार्बरा मोरी

ऋतिक रोशन की फिल्म काइट्स से बॉलीवुड में कदम रखने वाली बार्बरा मोरी ने भी ब्रेस्ट कैंसर को मात दी है। इस मेक्सिकन अभिनेत्री को 29 साल की उम्र में ब्रेस्ट कैंसर होने का पता चला था।

साल 2009 में बार्बरा ने कहा था कि ब्रेस्ट कैंसर ट्यूमर को हटाने के लिए उन्होंने सर्जरी कराई है। तब से वो ब्रेस्ट कैंसर की जागरुकता के बारे में काफी मुखर रही हैं। उन्होंने वन ए मिनट नाम की डाक्यमेंटरी में ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ अपनी लड़ाई के बारे में बताया है।

सिंथिया निक्सन

धारावाहिक सेक्स एंड द सिटी में अपने किरदार मिरांडा हॉब्स के लिए मशहूर सिंथिया निक्सन को साल 2006 में सामान्य मैमोग्राम के जरिए ब्रेस्ट कैंसर होने का पता चला था। शुरुआती दौर में ही ब्रेस्ट कैंसर का पता चलने पर राहत व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि, “मैं इस बात से अवगत थी कि अगर ब्रेस्ट कैंसर होना ही है तो इसका जल्दी पता चलना ही बेहतर है ताकि जल्द से जल्द इसका इलाज शुरू हो सके।”

शुरुआत में वो ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ अपनी लड़ाई के बारे में लोगों को बताने में झिझक रही थीं। हालांकि, उन्हें एहसास हुआ कि सभी महिलाओं को इस बीमारी के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इसलिए आज वो अमेरिका की सूजन जी कोमन नाम की नॉन-प्रॉफिट ब्रेस्ट कैंसर संस्था की ऐंबेसडर हैं।

मेलिसा एथरिज

इस अमेरिकी गायक-गीतकार ने साल 2005 के ग्रैमी एवॉर्ड्स में बिना बालों के प्रदर्शन किया था। अक्टूबर 2004 में मेलिसा को ब्रेस्ट कैंसर होने का निदान हुआ था। उसके बाद उन्होंने सर्जरी और केमोथेरेपी कराई।

आज वो महिलाओं को अपनी जिंदगी खासतौर पर स्वास्थ्य को लेकर जागरुक होने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। साल 2009 में ग्रैमी पुरस्कार मिलने पर उन्होंने कहा, “मेरा स्वास्थ्य पहले के मुकाबले बेहतर है। कैंसर ने भी मुझे काफी बड़ा झटका दिया।”

क्रिस्टिना एप्पलगेट

अगर आपने मशहूर धारावाहिक फ्रेंड्स देखा होगा, तो शायद आपको याद होगा कि क्रिस्टिना ने रेचल (जेनिफर एनिस्टन का किरदार) की बिगड़ी हुई बहन एमी ग्रीन का किरदार निभाया था। साल 2008 में ब्रेस्ट कैंसर का निदान होने पर इस अमेरिकी अभिनेत्री ने डबल मैस्टेक्टमी – यानि दोनों स्तनों को निकालने की प्रक्रिया कराई।

क्रिस्टिना को ब्रेस्ट कैंसर से लड़ाई अपनी मां से साहस मिला था, जिन्होंने एक बार नहीं बल्कि दो बार ब्रेस्ट कैंसर को मात दी है। आज, क्रिस्टिना राइट एक्शन ऑफ वूमन नाम की ब्रेस्ट कैंसर फाउंडेशन के जरिए कैंसर के बारे जागरुकता फैलाती हैं।

निष्कर्ष में

इन महिलाओं ने न सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर को मात दी है, बल्कि वो दूसरी महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरुक रहने के लिए प्रोत्साहित भी कर रही हैं।

सभी प्रकार के कैंसर में से महिलाएं सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित होती हैं। एक हजार भारतीय महिलाओं में करीब 26 महिलाएं ब्रेंस्ट कैंसर की चपेट में आती हैं। इस बीमारी को मात देने के लिए साहस, दृढ़ता और इच्छा शक्ति की जरूरत होती है।

इस वैश्विक कैंसर दिवस के मौके पर हम आपको ऐसी प्रसिद्ध महिलाओं के बारे में बताएंगे जिन्होंने कैंसर को हराकर दुनियाभर की महिलाओं को उम्मीद की किरण दिखाई है:

मुमताज

कई लोगों को पता नहीं है कि बॉलीवुड की महान अभिनेत्री मुमताज लंबे समय तक ब्रेस्ट कैंसर से लड़ रही थीं। साल 2000 में मुमताज के स्तनों में प्राणघातक गांठे होने का रोगनिदान हुआ था। केमो के कई सत्रों के बाद वो पूरी तरह से कैंसर मुक्त हो गईं।

एक मुलाकात में उन्होंने कहा, “मैं आसानी से हार नहीं मानती हूं। मौत को भी मुझसे लड़ना होगा।” आज वो 70 साल की दीप्तिमान महिला हैं।

काइली मिनोग

काइली मिनोग टूर पर थीं, जब उनके बाएं स्तन में कैंसर की गांठ होने का पता चला। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया की इस पॉप स्टार ने हार नहीं मानी और सफलतापूर्वक इलाज के बाद उन्होंने शोगर्ल: द होमकमिंग टूर के साथ शानदार वापसी की।

इस अनुभव ने काइली पर गहरा प्रभाव छोड़ा है। उनके शब्दों में, “इससे मैंने क्या सीखा ये शब्दों में बयां करना मुश्किल है, लेकिन गहरा मनोवैज्ञानिक और भावात्मक बदलाव तो जरूर हुआ है।” आज वो महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर की जांच करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं और इस बीमारी के जल्दी निदान के फायदों का प्रचार करती हैं।

उनके इस प्रयास को मान्यता देते हुए एंजिला रस्किन यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टर ऑफ हेल्थ साइंस की मानद् उपाधी दी है।

बार्बरा मोरी

ऋतिक रोशन की फिल्म काइट्स से बॉलीवुड में कदम रखने वाली बार्बरा मोरी ने भी ब्रेस्ट कैंसर को मात दी है। इस मेक्सिकन अभिनेत्री को 29 साल की उम्र में ब्रेस्ट कैंसर होने का पता चला था।

साल 2009 में बार्बरा ने कहा था कि ब्रेस्ट कैंसर ट्यूमर को हटाने के लिए उन्होंने सर्जरी कराई है। तब से वो ब्रेस्ट कैंसर की जागरुकता के बारे में काफी मुखर रही हैं। उन्होंने वन ए मिनट नाम की डाक्यमेंटरी में ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ अपनी लड़ाई के बारे में बताया है।

सिंथिया निक्सन

धारावाहिक सेक्स एंड द सिटी में अपने किरदार मिरांडा हॉब्स के लिए मशहूर सिंथिया निक्सन को साल 2006 में सामान्य मैमोग्राम के जरिए ब्रेस्ट कैंसर होने का पता चला था। शुरुआती दौर में ही ब्रेस्ट कैंसर का पता चलने पर राहत व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि, “मैं इस बात से अवगत थी कि अगर ब्रेस्ट कैंसर होना ही है तो इसका जल्दी पता चलना ही बेहतर है ताकि जल्द से जल्द इसका इलाज शुरू हो सके।”

शुरुआत में वो ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ अपनी लड़ाई के बारे में लोगों को बताने में झिझक रही थीं। हालांकि, उन्हें एहसास हुआ कि सभी महिलाओं को इस बीमारी के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इसलिए आज वो अमेरिका की सूजन जी कोमन नाम की नॉन-प्रॉफिट ब्रेस्ट कैंसर संस्था की ऐंबेसडर हैं।

मेलिसा एथरिज

इस अमेरिकी गायक-गीतकार ने साल 2005 के ग्रैमी एवॉर्ड्स में बिना बालों के प्रदर्शन किया था। अक्टूबर 2004 में मेलिसा को ब्रेस्ट कैंसर होने का निदान हुआ था। उसके बाद उन्होंने सर्जरी और केमोथेरेपी कराई।

आज वो महिलाओं को अपनी जिंदगी खासतौर पर स्वास्थ्य को लेकर जागरुक होने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। साल 2009 में ग्रैमी पुरस्कार मिलने पर उन्होंने कहा, “मेरा स्वास्थ्य पहले के मुकाबले बेहतर है। कैंसर ने भी मुझे काफी बड़ा झटका दिया।”

क्रिस्टिना एप्पलगेट

अगर आपने मशहूर धारावाहिक फ्रेंड्स देखा होगा, तो शायद आपको याद होगा कि क्रिस्टिना ने रेचल (जेनिफर एनिस्टन का किरदार) की बिगड़ी हुई बहन एमी ग्रीन का किरदार निभाया था। साल 2008 में ब्रेस्ट कैंसर का निदान होने पर इस अमेरिकी अभिनेत्री ने डबल मैस्टेक्टमी – यानि दोनों स्तनों को निकालने की प्रक्रिया कराई।

क्रिस्टिना को ब्रेस्ट कैंसर से लड़ाई अपनी मां से साहस मिला था, जिन्होंने एक बार नहीं बल्कि दो बार ब्रेस्ट कैंसर को मात दी है। आज, क्रिस्टिना राइट एक्शन ऑफ वूमन नाम की ब्रेस्ट कैंसर फाउंडेशन के जरिए कैंसर के बारे जागरुकता फैलाती हैं।

निष्कर्ष में

इन महिलाओं ने न सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर को मात दी है, बल्कि वो दूसरी महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरुक रहने के लिए प्रोत्साहित भी कर रही हैं।

संवादपत्र

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